चंबा में 70 क्विंटल औषधीय पौधा बरामद:10 लोग पकड़े गए रंगे हाथ, 1.42 लाख का लगा जुर्माना
चंबा जिला के वन मंडल चुराह के दायरे में आने वाले क्षेत्रों में इन दिनों कसमल की जड़ों को उखाड़ने का काम चला हुआ है। इस काम की आड़ में कुछ लोग अवैध रूप से वन भूमि से कसमल की जड़ों को निकालने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। इस बात की भनक लगते ही वन मंडल चुराह ने 10 लोगों को रंगे हाथों धर दबोचा। आरोपियों के कब्जे से 70 क्विंटल कसमल की जड़ों को जब्त किया। कसमल होगा निलाम वन विभाग ने आरोपियों पर 1 लाख 42 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। वन मंडल चुराह (सलूणी) पकड़ी गई इन वन संपदा को सरकार से अनुमति लेकर आने वाले दिनों में नीलाम करने की प्रक्रिया को अंजाम देगा। वन विभाग के कड़े रुख को देखते हुए अवैध रूप से वन भूमि से कसमल की जड़ों को निकालने वालों में हड़कंप मच गया है। गौरतलब है कि लोग निजी भूमि से कसमल उखाड़ने की अनुमति प्राप्त करते हैं, लेकिन बाद में वह वन भूमि में मौजूद कसमल को उखाड़ कर वन संपदा को नुकसान पहुंचाते हुए अपनी जेबें भरने में रुचि दिखाते है। सरकारी भूमि से कसमल उखाड़ने पर रोक यही वजह है कि कुछ साल पहले किहार, भांदल व सनवाल तथा वन मंडल चंबा के दायरे में आने वाले साहो क्षेत्र में इस कार्य को लेकर काफी विवाद रहा था। इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए वन मंडल चुराह ने कसमल निकालने वालों पर पैनी निगाहें लगा रखी है। उधर वन विभाग के कड़े रुख को देखते हुए अवैध रूप से वन भूमि से कसमल की जड़ों को निकालने वालों में हड़कंप मच गया है। वन मंडल अधिकारी चुराह की माने, तो जो भी सरकारी भूमि में ऐसा करता हुआ पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। विभाग ने जारी की हिदायत वन मंडल अधिकारी चुराह सुशील कुमार गुलेरिया ने बताया कि उनके वन मंडल के दायरे में आने वाले क्षेत्र किहार व हिमगिरी में कसमल की जड़ों को निकालने वाले लोगों को सख्त हिदायत दी है। लोगों से कहा गया कि वन विभाग से लाइसेंस बनवाकर केवल निजी भूमि में उगी कसमल की जड़ों को ही निकाले।
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