चित्रकूट में सीएम योगी के काफिले के सामने आई गाय:प्रशासन की दोहरी बयानबाजी, लखनऊ से पहुंची जांच टीम; बदली रिपोर्ट
चित्रकूट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफिले के सामने एक गाय आ जाने की घटना ने अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना के बाद सफाई पेश करने वाले अधिकारियों के बयान वायरल हो रहे हैं। इनमें से कुछ बयान हास्यास्पद और चर्चा का विषय बन गए हैं। गाय के गर्म होने का अजीब दावा चित्रकूट नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी लालजी यादव और मुख्य पशुपालन अधिकारी सुबाष चंद्र ने घटना के बाद अपनी सफाई में रिपोर्ट भेजी। रिपोर्ट में दावा किया गया कि गाय "गर्म" थी, जिसके चलते वह बेकाबू होकर सांड से बचने की कोशिश कर रही थी। यह दावा वायरल होने पर मजाक का पात्र बन गया। मुख्य पशुपालन अधिकारी का बयान बना चर्चा दैनिक भास्कर की टीम ने मुख्य पशुपालन अधिकारी से पूछा कि गाय के "गर्म" होने की जानकारी कैसे मिली। इस पर अधिकारी ने बाकायदा "व्याख्या" करते हुए अपना पक्ष रखा। उनका बयान लोगों के बीच चर्चा और हंसी का विषय बन गया। बयान पर मचा बवाल, नया पत्र जारी गाय के "गर्म" होने वाली सफाई पर बवाल मचने के कुछ ही घंटों बाद अधिकारियों ने नई रिपोर्ट जारी कर दी। इसमें "गाय गर्म थी" वाली बात को हटा दिया गया। अब ठीकरा गाय के मालिक पर फोड़ने की तैयारी की जा रही है। मंत्री की फटकार के बाद बढ़ा दबाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफिले के सामने गोवंश आने की घटना पर मंत्री द्वारा अधिकारियों को फटकार लगाए जाने के बाद मामला दबाने की कोशिशें तेज हो गईं। अधिकारी अब बयानबाजी से बचने और मामले को दूसरी दिशा देने में जुटे हैं। घटना के बाद प्रशासन सवालों के घेरे में इस पूरी घटना ने प्रशासनिक तंत्र की खामियों को उजागर कर दिया है। गाय के गर्म होने जैसा तर्क देकर जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करने वाले अधिकारियों की मंशा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मामले ने सरकारी कार्यशैली की सच्चाई को एक बार फिर सबके सामने ला दिया है।
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