बारामूला में सुरक्षाबलों ने आतंकी को मार गिराया; सर्च ऑपरेशन जारी, पुंछ में 2 आतंकी गिरफ्तार - भारतआजतक

जम्मू-कश्मीर के बारामूला के उरी सेक्टर में शनिवार देर रात सुरक्षाबलों ने सीमापार से घुसपैठ कर रहे एक आतंकी को मार गिराया। घटना कमालकोट इलाके की है। सुरक्षाबल अन्य आतंकियों को ढूंढने के लिए ऑपरेशन चला रहे हैं। इससे पहले पुंछ में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 3 ग्रेनेड और 1 पिस्तौल भी बरामद की गई है। सेना के अधिकारियों ने बताया ये दोनों जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स नाम के संगठन से जुड़े हाइब्रिड आंतकी हैं। हाइब्रिड आतंकी आम नागरिकों की तरह ही इलाके में रहते हैं, लेकिन चोरी-छिपे आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होते हैं या आतंकियों की सहायता करते हैं। इन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है। जम्मू पुलिस के ADGP आनंद जैन ने कहा कि पूछताछ में पता चला कि दोनों आतंकी ने मंदिर, सेना के ठिकानों और एक अस्पताल पर ग्रेनेड फेंकने की प्लानिंग कर रहे थे। वे लोगों में डर पैदा करने के लिए पुंछ में एंटी नेशनल पोस्टर भी चिपकाते थे। ये आतंकी बॉर्डर के पार पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के संपर्क में थे। पुलवामा में 20 दिन पहले जैश-ए-मोहम्मद के 6 सहयोगी गिरफ्तार पुलिस ने 27 सितंबर को पुलवामा के अवंतीपोरा में टेरर मॉड्यूल का खुलासा किया। पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के 6 आतंकी सहयोगियों को गिरफ्तार कियाI ये युवाओं को आतंकवाद की ट्रेनिंग देते थे। इनके पास से 5 IED, 30 डेटोनेटर, IED की 17 बैटरी, 2 पिस्टल, 3 मैगजीन, 25 राउंड, 4 हैंड ग्रेनेड और 20 हजार कैश बरामद हुआ है। युवाओं की मदद से हमलों को अंजाम देने की साजिश थी पुलिस ने बताया कि जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तान स्थित कश्मीरी आतंकी उन युवाओं की तलाश में हैं, जिनका ब्रेन वॉश किया जा सकता है। जांच में सामने आया कि आतंकी ने जेल में एक ओवर ग्राउंड वर्कर की मदद से कई युवाओं की पहचान की, जिन्हें अवंतीपोरा के त्राल क्षेत्र में आतंकवाद में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया था। पुलिस के मुताबिक, पाकिस्तान के आतंकी हैंडलर ने इन युवाओं की मदद से IED लगाने के लिए कुछ जगहों को सिलेक्ट भी कर लिया था। हैंडलर और IED बनाने के लिए उन युवाओं को पैसे भी दिए थे, जिससे वे इसके लिए सामान ला सकें। युवाओं को पिस्तौल, ग्रेनेड, IED भी दी गई थी। युवाओं को टारगेट किलिंग, सुरक्षाबलों, सार्वजनिक जगहों, गैर कश्मीरी मजदूरों पर ग्रेनेड फेंकने और IED ब्लास्ट करने जैसी टेररिस्ट एक्टिविटी को अंजाम देने का निर्देश दिया गया था।

Oct 20, 2024 - 00:05
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बारामूला में सुरक्षाबलों ने आतंकी को मार गिराया; सर्च ऑपरेशन जारी, पुंछ में 2 आतंकी गिरफ्तार - भारतआजतक
जम्मू-कश्मीर के बारामूला के उरी सेक्टर में शनिवार देर रात सुरक्षाबलों ने सीमापार से घुसपैठ कर रहे एक आतंकी को मार गिराया। घटना कमालकोट इलाके की है। सुरक्षाबल अन्य आतंकियों को ढूंढने के लिए ऑपरेशन चला रहे हैं। इससे पहले पुंछ में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 3 ग्रेनेड और 1 पिस्तौल भी बरामद की गई है। सेना के अधिकारियों ने बताया ये दोनों जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स नाम के संगठन से जुड़े हाइब्रिड आंतकी हैं। हाइब्रिड आतंकी आम नागरिकों की तरह ही इलाके में रहते हैं, लेकिन चोरी-छिपे आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होते हैं या आतंकियों की सहायता करते हैं। इन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है। जम्मू पुलिस के ADGP आनंद जैन ने कहा कि पूछताछ में पता चला कि दोनों आतंकी ने मंदिर, सेना के ठिकानों और एक अस्पताल पर ग्रेनेड फेंकने की प्लानिंग कर रहे थे। वे लोगों में डर पैदा करने के लिए पुंछ में एंटी नेशनल पोस्टर भी चिपकाते थे। ये आतंकी बॉर्डर के पार पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के संपर्क में थे। पुलवामा में 20 दिन पहले जैश-ए-मोहम्मद के 6 सहयोगी गिरफ्तार पुलिस ने 27 सितंबर को पुलवामा के अवंतीपोरा में टेरर मॉड्यूल का खुलासा किया। पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के 6 आतंकी सहयोगियों को गिरफ्तार कियाI ये युवाओं को आतंकवाद की ट्रेनिंग देते थे। इनके पास से 5 IED, 30 डेटोनेटर, IED की 17 बैटरी, 2 पिस्टल, 3 मैगजीन, 25 राउंड, 4 हैंड ग्रेनेड और 20 हजार कैश बरामद हुआ है। युवाओं की मदद से हमलों को अंजाम देने की साजिश थी पुलिस ने बताया कि जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तान स्थित कश्मीरी आतंकी उन युवाओं की तलाश में हैं, जिनका ब्रेन वॉश किया जा सकता है। जांच में सामने आया कि आतंकी ने जेल में एक ओवर ग्राउंड वर्कर की मदद से कई युवाओं की पहचान की, जिन्हें अवंतीपोरा के त्राल क्षेत्र में आतंकवाद में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया था। पुलिस के मुताबिक, पाकिस्तान के आतंकी हैंडलर ने इन युवाओं की मदद से IED लगाने के लिए कुछ जगहों को सिलेक्ट भी कर लिया था। हैंडलर और IED बनाने के लिए उन युवाओं को पैसे भी दिए थे, जिससे वे इसके लिए सामान ला सकें। युवाओं को पिस्तौल, ग्रेनेड, IED भी दी गई थी। युवाओं को टारगेट किलिंग, सुरक्षाबलों, सार्वजनिक जगहों, गैर कश्मीरी मजदूरों पर ग्रेनेड फेंकने और IED ब्लास्ट करने जैसी टेररिस्ट एक्टिविटी को अंजाम देने का निर्देश दिया गया था।

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