दिल्ली में इस महीने 8 दिन गंभीर प्रदूषण के रहे:देश में धुंध का पीक अभी बाकी; ज्यादा दिन छाएगी, घनी भी होगी
दिल्ली में शनिवार को भी प्रदूषण का दौर जारी रहा। शहर में इस महीने का आठवां 'गंभीर' (severe) दिन दर्ज किया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 412 पर पहुंच गया, जो एक दिन पहले के 393 से अधिक है। CPCB के डेटा के मुताबिक, नवंबर में दिल्ली का AQI 300 से नीचे नहीं आया, इसलिए दिल्ली में 8 'गंभीर' (severe) और 15 'बहुत खराब' (very poor) दिन दर्ज किए। राजधानी में नवंबर 2023 में 9 और 2022 में 3 'गंभीर' दिन देखे गए थे। दिल्ली समेत उत्तर और मध्य भारत के ज्यादातर शहर धुंध और कोहरे की चादर में हैं। चिंता की बात यह है कि अभी धुंध का पीक आना बाकी है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिसंबर-जनवरी में कोहरे वाले दिनों की संख्या सामान्य से अधिक हाे सकती है। ला-नीना के आने की भविष्यवाणी के साथ, तापमान में गिरावट और आने वाले दिनों में नमी 80% से अधिक रहेगी। इनसे न केवल कोहरा बनेगा बल्कि घनी आबादी के इलाकों में वाहनों, कारखानों के धुएं और निर्माण कार्यों की धूल से मिलकर कोहरा धुंध में तब्दील होगा। NASA ने भी जारी की थीं भारत में स्मॉग की तस्वीरें अक्टूबर से नवंबर के दूसरे हफ्ते तक ली गई नासा की सैटेलाइट तस्वीरों में चिंताजनक डेटा सामने आया है। भारत की सैटेलाइट तस्वीरों के विश्लेषण से पता चलता है कि 2016 और 2021 के बाद इस साल तीसरा वर्ष है, जब पंजाब, हरियाणा से लेकर यूपी तकखेतों में पराली जलाने की घटनाएं सर्वाधिक हुई। इसी वजह से स्मॉग ज्यादा गंभीर बना। काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर (CEEW) का पूर्वानुमान है कि ढाई महीने में स्मॉग के कई दौर आएंगे। नवंबर से भी बड़ा स्मॉग आ सकता है। पेशावर से ढाका तक कई दिन टुकड़ों में या समूची पट्टी में कोहरा-स्मॉग छा सकता है। अमृतसर से गंगा सागरतक 2 हजार किमी क्षेत्र धुंध में ढका रह सकता है। CEEW की प्रोग्राम लीड प्रियंका सिंह बताती हैं किउत्तर भारत में गंगा का मैदान सबसे निचला भू-भाग है। यहां ठंडी हवाएं जमा हो जाती हैं। इससे नमी बढ़तीहै और कोहरे की संभावना बढ़ाती है। सर्वाधिक प्रदूषित 50 शहरों में 42 भारत के, 87 करोड़ लोगों की सेहत खतरे में दुनिया के सबसे प्रदूषित 50 शहरों में 42 भारत के हैं। इनमें से अधिकांश उत्तर भारत के हैं। विशेषज्ञ इस प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह पराली जलाना और निर्माण कार्य को मानते हैं। इस प्रदूषण के चलते देश की 87 करोड़ आबादी की सेहत खतरे में रहती है। सर्दियों में पीक दिनों के दौरान भारत में हवा में प्रदूषण की मात्रा डब्ल्यूएचओ के मानक से 100 गुना अधिक रहती है। दुनिया से सीखें... चीन ने कड़े नियम बनाए, इंग्लैंड ने डीजल वाहन बैन किए 1. चीन ने ओलिंपिक के समय जंग शुरू की: 1998 में चीन का बीजिंग शहर प्रदूषित हवा के लिए कुख्यात था। यहां 2008 में ओलिंपिक हुए। चीन ने सड़कों से 3 लाख वाहन हटाए। निर्माण रोके। असर- हवा की गुणवत्ता 30% सुधरी। गेम्स के बाद प्रतिबंधों में ढील दी तो प्रदूषण फिर बढ़ा। 2013 में सरकार ने आबादी वाले इलाकों से कारखाने हटाए। कृषि अपशिष्ट जलाने से रोकने के लिए सब्सिडी दी। 2. लंदन 1952 के ग्रेट स्मॉग से बाहर निकला: लंदन को 1952 के आखिर में ग्रेट स्मॉग ने प्रदूषणकी गहरी मोटी जहरीली परत से ढंक दिया। इसकेबाद प्रदूषण नियंत्रण के सख्त कदम उठाए गए। हवाकी गुणवत्ता सुधरी। 2008 में लो एमिशन जोन व2019 में अल्ट्रा लो एमिशन जोन बनाए गए।डीजल-पेट्रोल के वाहनों पर प्रतिबंध। मालवाहकट्रक सिर्फ रात में डिलीवरी करते हैं। 3. न्यूयॉर्क व लॉस एंजिल्स धुएं से ढंक गए थे: अमेरिका में लॉस एंजिल्स व न्यूयॉर्क को 60-70 के दशक में कार, बिजली घर व लैंडफिल साइट के धुएंने ढंक दिया। फिर प्रदूषण नियंत्रण के प्रयास हुए।1970 के दशक की शुरुआत से कारखाने, कार, बिजली संयंत्रों के लिए सख्त नियम बने। जंगलों की आग पर काबू पाया गया। AQI 400 के पार पहुंचने पर GRAP लगाया जाता है हवा के प्रदूषण स्तर की जांच करने के लिए इसे 4 कैटेगरी में बांटा गया है। हर स्तर के लिए पैमाने और उपाय तय हैं। इसे ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) कहते हैं। इसकी 4 कैटेगरी के तहत सरकार पाबंदियां लगाती है और प्रदूषण कम करने के उपाय जारी करती है। GRAP के स्टेज --------------------------- प्रदूषण से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... पॉल्यूशन पर SC बोला-दिल्ली सरकार की कोशिशों से संतुष्ट नहीं:ट्रकों की एंट्री बैन पर कुछ नहीं किया, 3 दिन और सख्ती की जानी चाहिए सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में प्रदूषण को लेकर शुक्रवार को दिल्ली की AAP सरकार को फटकार लगाई। अदालत ने कहा, 'दिल्ली सरकार की कोशिशों से हम संतुष्ट नहीं हैं। सरकार ने ट्रकों की एंट्री रोकने के लिए भी कुछ नहीं किया है। 113 एंट्री पॉइंट पर सिर्फ 13 CCTV क्यों हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... राहुल इंडिया गेट पहुंचे, एयर पॉल्यूशन पर बातचीत की:कहा- ये नेशनल इमरजेंसी, बच्चों का भविष्य छिन रहा और बुजुर्गों का दम घुट रहा लोकसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उत्तर भारत में बढ़ते एयर पॉल्यूशन पर चिंता जाहिर की है। राहुल ने कहा, 'उत्तर भारत में एयर पॉल्यूशन नेशनल इमरजेंसी है। ये पब्लिक हेल्थ क्राइसिस है, जो हमारे बच्चों का भविष्य छीन रहा है और बुजुर्गों का दम घोंट रहा है। एक पर्यावरणीय और आर्थिक आपदा जो अनगिनत लोगों की जिंदगी बर्बाद कर रहा है।' पूरी खबर यहां पढ़ें...
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