पैम बोंडी को अटॉर्नी जनरल बनाएंगे ट्रम्प:मैट गेट्ज की जगह लेंगी, सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोपों की वजह से नाम वापस लिया था
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी नई सरकार के लिए पैम बोंडी को अटॉर्नी जनरल पद के लिए चुना है। सोशल मीडिया पर उनके नाम का ऐलान करते हुए ट्रम्प ने कहा- बोंडी को वकालत का करीब 20 साल का अनुभव है। वे हिंसक गुनहगारों के प्रति बहुत सख्त हैं। इससे पहले ट्रम्प ने मैट गेट्ज को अटॉर्नी जनरल बनाने का ऐलान किया था। इस घोषणा के 8 दिन बाद गेट्ज ने यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते ट्रम्प कैबिनेट से अपना नाम वापस ले लिया। उन पर सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप हैं। इसके बाद गेट्ज ने सोशल मीडिया पोस्ट पर इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उन पर लगे आरोपों से ट्रम्प के कामकाज प्रभावित करेंगे। वह ऐसा नहीं चाहते। गेट्ज पर महिलाओं के उत्पीड़न का आरोप मैट गेट्ज को अटार्नी जनरल बनाए जाने के ऐलान के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी ने नेता सवाल खड़े कर रहे थे। उन पर लगे सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोपों की जांच हाउस ऑफ एथिक्स कमेटी कर रही है। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक एक महिला ने एथिक्स कमेटी से कहा कि जब वह 17 साल की थी तब उसके साथ गेट्ज ने 2 बार यौन संबंध बनाए थे। महिला ने कहा कि उसकी गेट्स के साथ मुलाकात एक पार्टी में हुई थी। महिला ने कहा कि दूसरी बार संबंध बनाने के दौरान गेट्ज के साथ एक और महिला साथ थी। महिलाओं से जुड़े मुद्दे पर काम करने वाली वकील जोएल लेपर्ड ने एथिक्स कमेटी के सामने कहा कि गेट्ज ने 2017 के बाद से कई महिलाओं को संबंध बनाने के लिए पैसे दिए। इस मामले में विवाद बढ़ने के बाद गेट्ज ने अटॉर्नी जनरल के पद से पीछे हटने का ऐलान किया। पिछले हफ्ते अटॉर्नी जनरल के लिए उनके नाम के ऐलान के बाद गेट्ज ने हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव से इस्तीफा दे दिया था। वे 2017 से अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के सदस्य थे। उन्हें 5 नवंबर को हुए चुनाव में भी जीत मिली थी। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि वे दोबारा सदन में जाएंगे या नहीं। --------------------------------- ये खबर भी पढ़िए... ट्रम्प ने तुलसी गबार्ड को नेशनल इंटेलिजेंस का चीफ बनाया:पिछले महीने रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हुई थीं अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपनी सरकार के अहम पदों पर नियुक्तियां कर रहे हैं। ट्रम्प ने हिन्दू नेता तुलसी गबार्ड को नेशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर की जिम्मेदारी दी है। गबार्ड ने 21 साल की उम्र में हवाई से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वह 4 बार डेमोक्रेटिक पार्टी से सांसद रहीं। पूरी खबर पढ़िए...
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