फोनपे के बोर्ड से बिन्नी बंसल ने दिया इस्तीफा:2016 से कंपनी के बोर्ड में थे, 10 महीने पहले फ्लिपकार्ट के बोर्ड से किया था रिजाइन
ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट की पेमेंट कंपनी फोनपे के बोर्ड से को-फाउंडर बिन्नी बंसल ने शुक्रवार (22 नवंबर) को इस्तीफा दे दिया है। फ्लिपकार्ट के बोर्ड से हटने के लगभग 10 महीने बाद बिन्नी बंसल ने यह फैसला किया है। बिन्नी बंसल ने इस साल जनवरी में अपना नया वेंचर ओप्पडोर शुरू करने के बाद हितों के टकराव का हवाला देते हुए फ्लिपकार्ट छोड़ दिया था। वे 2016 से फोनपे बोर्ड में थे, जब फ्लिपकार्ट ग्रुप ने पेमेंट्स फर्म का अधिग्रहण किया था। बिन्नी बंसल के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं: फोनपे CEO फोनपे के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) और फाउंडर समीर निगम ने कहा, 'मैं फोनपे के शुरुआती और सबसे कट्टर समर्थकों में से एक होने के लिए बिन्नी बंसल के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं। उनकी एक्टिव इंगेजमेंट, स्ट्रैटेजिक गाइडेंस और पर्सनल मेंटरशिप ने हमारे डिस्कशन को गहराई से समृद्ध किया है।' 2022 में फ्लिपकार्ट और फोनपे ने फिनटेक कंपनी के कंप्लीट ओनरशिप सेपरेशन की घोषणा की थी। जिससे दोनों कंपनियों को अलग-अलग एंटिटी के रूप में काम करने की अनुमति मिल गई थी। फोनपे ने मनीष सभरवाल को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर नियुक्त किया इस बीच फोनपे ने टीमलीज सर्विसेज के वाइस चेयरमैन मनीष सभरवाल को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर और अपनी ऑडिट कमेटी के चेयरमैन के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की। इस पद पर सभरवाल कंपनी की फाइनेंशियल रिपोर्टिंग, इंटरनल कंट्रोल्स और रिस्क मैनेजमेंट प्रैक्टिसेज पर नजर रखेंगे। RBI के बोर्ड में इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में काम कर चुके हैं मनीष टीमलीज के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर इससे पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI के बोर्ड में इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में काम कर चुके हैं। वे कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल CAG के सलाहकार बोर्ड के सदस्य हैं। इसके अलावा वे नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) के गवर्निंग बोर्ड के मेंबर भी हैं। यह नई नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब फिनटेक फर्म पिछले साल सिंगापुर से भारत में वापस आ गई है।
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