वाराणसी में सड़क जामकर प्रदर्शन पर रेलकर्मियों के खिलाफ केस:DRM ऑफिस पर मजदूर यूनियन का बिना परमीशन 2.30 घंटे जाम, ACP ने खदेड़े प्रदर्शनकारी
वाराणसी में शुक्रवार को पूर्वोत्तर रेलवे डीआरएम कार्यालय के बाहर NER मजदूर यूनियन ने प्रदर्शन किया, प्रदर्शन के दौरान रेलकर्मियों ने चक्काजाम कर दिया। ओवरब्रिज के नीचे से गुजरने वाले सैकड़ों वाहन जाम में फंस गए। स्कूली बस और एंबुलेंस भी जाम में थम गई। सूचना पर एसीपी चेतगंज गौरव कुमार ने पहले धरना प्रदर्शन की अनुमति पूछी, फिर बिना अनुमति प्रदर्शन पर रेलकर्मियों को फटकार लगाई। ACP ने सिगरा और चेतगंज थाने का फोर्स बुलाकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। पुलिस फोर्स ने जाम खुलवाकर यातायात को सुचारू कराया, साथ ही सीसीटीवी फुटेज के जरिए प्रदर्शनकारियों की पहचान का प्रयास किया। वहीं थाने के दरोगा की तहरीर पर आठ पदाधिकारियों को नामजद करते हुए सैकड़ा भर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। पूर्वोत्तर रेलवे की मजदूर यूनियन ने शुक्रवार को मांगों को लेकर डीआरएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन शुरू किया। मंडल मंत्री एनबी सिंह के नेतृत्व में रेलकर्मी डीआरएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। लगभग 11 बजे टेंट और कुर्सियां मंगाकर पूरी सड़क को जाम कर दिया। ओवरब्रिज की सड़क लगभग पूरी तरह से जाम हो गई, नीचे से गुजरने वाले वाहनों की कतार लग गई। सर्विस लेन बंद होने के बाद वाहनों की कतार कैंसर हॉस्पिटल तक से लेकर चौकाघाट फ्लाईओवर तक पहुंच गई। लगभग दो घंटे में वाहनों से पूरी सड़क जाम हो गई और सैकड़ों वाहन जाम में फंस गए। एंबुलेंस में मरीज जिंदगी मौत से लड़ते रहे तो स्कूली बसों में बच्चे रोते बिलखते नजर आए, तमाम कवायदों के बावजूद प्रदर्शनकारी हटने का नाम ही नहीं ले रहे थे।
What's Your Reaction?