बदायूं का शाकिर अपहरण कांड:शुरूआत से पुलिस ने बरती ढिलाई, अब संदिग्धों के हाथों हो रही गुमराह
बदायूं जिला अस्पताल के अपहृत फार्मासिस्ट शाकिर अली का 40 दिन बाद भी सुराग नहीं लग सका है। वजह है कि इस मामले की शुरुआत से ही पुलिस ढिलाई बरत गई। आलम यह रहा कि परिजनों ने अपने स्तर से तलाश शुरू की तो गाड़ी खुद बरामद की और कौन लोग इस कांड में शामिल हो सकते हैं, यह भी खुद पता लगाकर पुलिस को तहरीर दी। इधर, पुलिस इतने के बाद भी शाकिर का पता लगाने में घुटने टेके हुए है। दरअसल, शाकिर के अपहरण के बाद परिवार वालों ने पुलिस को शुरुआत में गुमशुदगी की तहरीर दी थी। बाद में शाकिर की गाड़ी तीसरे दिन परिजनों को ही राजकीय मेडिकल कॉलेज के पास खड़ी मिली तो परिवार वालों ने पुलिस बुलाई लेकिन यहां भी पुलिस मामले को हल्के में ले गई। नहीं कराई फोरेंसिक जांच पुलिस ने गाड़ी की कोई फोरेंसिक जांच नहीं कराई और परिवार वालों को सौंप दी। हालांकि जब मुकदमा अपहरण का दर्ज हुआ तो आनन-फानन में पुलिस ने गाड़ी कस्टडी में ले ली। हालांकि इस बीच कई दिन बीत चुके थे। अब भी हो रही गुमराह बताया जाता है कि फिलहाल चार लोग पुलिस कस्टडी में हैं। जो पिछले तीन दिन से पुलिस को लगातार गुमराह कर रहे हैं। नतीजतन कभी शाकिर की तलाश तालाब में हो रही है तो कभी नहर खंगाली जा रही है। शाकिर सही सलामत हैं भी या नहीं, इसको लेकर भी अब सवाल उठने लगे हैं। परिवार वालों के जहन में जहां अंजाना खौफ छाया हुआ है। वहीं परिचित और रिश्तेदार भी अटकलें लगा रहे हैं। वजह है कि तलाश भी तालाब और नहरों में हो रही है। सदर कोतवाल राकेश सिंह ने बताया कि तलाश जारी है और जल्द बरामदगी कर ली जाएगी।
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