एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का IPO टोटल 2.09 गुना सब्सक्राइब:नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स में सबसे ज्यादा 2.99 गुना भरा, आज बोली लगाने का दूसरा दिन

एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड के IPO के लिए आज बोली लगाने का दूसरा दिन है। पहले दिन यह IPO टोटल 2.09 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में यह IPO 1.73 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) कैटगरी में 2.04 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटगरी में 2.99 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। निवेशक इस इश्यू के लिए कल यानी 26 नवंबर तक बोली लगा सकेंगे। 29 नवंबर को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे। इस IPO का इश्यू का साइज ₹650.43 करोड़ रुपए है। कंपनी की कुल 4,39,48,000 शेयर जारी करने की योजना है। इसमें 3,86,80,000 नए शेयरों का फ्रेश इश्यू शामिल है, जबकि प्रमोटर्स 52,68,000 शेयरों की बिक्री करेंगे। प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू ₹10 निर्धारित की गई है। अगर आप भी इसमें पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स ने IPO का प्राइस बैंड ₹140 से ₹148 प्रति शेयर तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 101 शेयर्स के लिए बोली लगा सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹148 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,948 लगाने होंगे। वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 1313 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹194,324 इन्वेस्ट करने होंगे। फंड का इस्तेमाल करेगी कंपनी? कंपनी इस IPO से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल कई जरूरी कामों में करेगी। इनमें अपनी रोज़ाना की जरूरतें पूरी करना, ईआईईएल मथुरा इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड में इन्वेस्ट करना और मथुरा में 60 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाना शामिल है। इसके साथ ही, कंपनी अपने कुछ पुराने कर्ज उतारेगी और आम कारोबारी कामों के लिए पैसा लगाएगी। कैसा रहा है कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन? इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड के वित्तीय प्रदर्शन पर नजर डालें तो कंपनी ने पिछले तीन वित्तीय सालों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। FY22 में कंपनी की कंसोलिडेटेड कुल आय ₹225.62 करोड़ और शुद्ध लाभ ₹34.55 करोड़ था। FY23 में यह बढ़कर ₹341.66 करोड़ और ₹55.34 करोड़ हो गया। FY24 में कंपनी ने ₹738.00 करोड़ की आय और ₹108.57 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया। FY25 के पहले तिमाही में, कंपनी को ₹207.46 करोड़ की आय और ₹29.97 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ। पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स से जुड़े काम करती है कंपनी इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड (EIEL) पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स (WWTPs) और पानी सप्लाई स्कीम प्रोजेक्ट्स (WSSPs) के डिज़ाइन, निर्माण, ऑपरेशन और मेंटेनेंस का काम करती है। यह काम ज़्यादातर सरकारी संस्थानों के लिए किया जाता है। कंपनी के WWTP में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (STP), सीवरेज स्कीम्स (SS) और कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (CETP) शामिल हैं, जबकि WSSP में पानी के ट्रीटमेंट प्लांट्स (WTP), पंपिंग स्टेशन्स और पानी सप्लाई के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम शामिल है। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।

Nov 25, 2024 - 10:00
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एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का IPO टोटल 2.09 गुना सब्सक्राइब:नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स में सबसे ज्यादा 2.99 गुना भरा, आज बोली लगाने का दूसरा दिन
एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड के IPO के लिए आज बोली लगाने का दूसरा दिन है। पहले दिन यह IPO टोटल 2.09 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में यह IPO 1.73 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) कैटगरी में 2.04 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटगरी में 2.99 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। निवेशक इस इश्यू के लिए कल यानी 26 नवंबर तक बोली लगा सकेंगे। 29 नवंबर को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे। इस IPO का इश्यू का साइज ₹650.43 करोड़ रुपए है। कंपनी की कुल 4,39,48,000 शेयर जारी करने की योजना है। इसमें 3,86,80,000 नए शेयरों का फ्रेश इश्यू शामिल है, जबकि प्रमोटर्स 52,68,000 शेयरों की बिक्री करेंगे। प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू ₹10 निर्धारित की गई है। अगर आप भी इसमें पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स ने IPO का प्राइस बैंड ₹140 से ₹148 प्रति शेयर तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 101 शेयर्स के लिए बोली लगा सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹148 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,948 लगाने होंगे। वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 1313 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹194,324 इन्वेस्ट करने होंगे। फंड का इस्तेमाल करेगी कंपनी? कंपनी इस IPO से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल कई जरूरी कामों में करेगी। इनमें अपनी रोज़ाना की जरूरतें पूरी करना, ईआईईएल मथुरा इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड में इन्वेस्ट करना और मथुरा में 60 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाना शामिल है। इसके साथ ही, कंपनी अपने कुछ पुराने कर्ज उतारेगी और आम कारोबारी कामों के लिए पैसा लगाएगी। कैसा रहा है कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन? इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड के वित्तीय प्रदर्शन पर नजर डालें तो कंपनी ने पिछले तीन वित्तीय सालों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। FY22 में कंपनी की कंसोलिडेटेड कुल आय ₹225.62 करोड़ और शुद्ध लाभ ₹34.55 करोड़ था। FY23 में यह बढ़कर ₹341.66 करोड़ और ₹55.34 करोड़ हो गया। FY24 में कंपनी ने ₹738.00 करोड़ की आय और ₹108.57 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया। FY25 के पहले तिमाही में, कंपनी को ₹207.46 करोड़ की आय और ₹29.97 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ। पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स से जुड़े काम करती है कंपनी इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड (EIEL) पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स (WWTPs) और पानी सप्लाई स्कीम प्रोजेक्ट्स (WSSPs) के डिज़ाइन, निर्माण, ऑपरेशन और मेंटेनेंस का काम करती है। यह काम ज़्यादातर सरकारी संस्थानों के लिए किया जाता है। कंपनी के WWTP में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (STP), सीवरेज स्कीम्स (SS) और कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (CETP) शामिल हैं, जबकि WSSP में पानी के ट्रीटमेंट प्लांट्स (WTP), पंपिंग स्टेशन्स और पानी सप्लाई के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम शामिल है। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।

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