बलरामपुर के 25 गांवों में तेंदुए की दहशत:30 से अधिक मवेशियों को बना चुका शिकार,19 दिन की बच्ची अभी तक लापता

बलरामपुर के सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग के बरहवा रेंज में पिछले 4 महीनों से तेंदुए का आतंक बना हुआ है। तेंदुआ पालतू मवेशियों पर हमला करने के साथ-साथ इंसानों को भी निशाना बना रहा है। इस दहशत के कारण इलाके के लगभग 25 गांव के लोग भयभीत हैं। लगातार बढ़ रही घटनाएं, वन विभाग की सक्रियता बढ़ी हलौरा गांव में तेंदुए का आतंक पिछले 3 महीनों से व्याप्त है, जहां से वन विभाग ने अब तक तीन तेंदुए पकड़े हैं। इसके बावजूद, क्षेत्र में तेंदुए की गतिविधियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। तेंदुआ अब तक 30 से अधिक मवेशियों को शिकार बना चुका है। हाल ही में, तेंदुए ने घर में सो रही एक महिला पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। वहीं, मंगलवार रात ग्राम पंचायत भुजेहरा के मजरे खैरहनिया में तेंदुआ एक 19 दिन की बच्ची को उठाकर ले गया। परिजनों और ग्रामीणों ने काफी खोजबीन की, लेकिन बच्ची का कोई पता नहीं चल सका। लकड़ी कटाई और फसलों की बुवाई से तेंदुए का बढ़ा खतरा स्थानीय लोगों का कहना है कि जंगलों में अवैध लकड़ी कटाई और खेती के चलते तेंदुए का प्राकृतिक आवास प्रभावित हुआ है। इस कारण तेंदुए रिहायशी इलाकों में आकर हमला कर रहे हैं। लोग अपने मवेशियों को घरों में बांधने को मजबूर हैं। वन विभाग की टीम का प्रयास और अपील वन विभाग की टीमें क्षेत्र में लगातार गश्त कर रही हैं और ग्रामीणों को जागरूक कर रही हैं। विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और रात में अकेले बाहर न निकलने की अपील की है। उच्च अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए को पकड़ने के लिए ट्रैपिंग अभियान तेज कर दिया गया है। स्थानीय लोगों की मांग ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए के आतंक को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है। साथ ही, जंगलों में हो रही अवैध गतिविधियों को रोकने की भी अपील की है, जिससे तेंदुओं का आवास सुरक्षित रह सके और इंसानों पर खतरा कम हो। सुरक्षा के उपाय वन विभाग के अधिकारी ग्रामीणों को जागरूक करने और तेंदुए को पकड़ने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। लेकिन तेंदुए के आतंक से फिलहाल ग्रामीणों की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही।

Nov 21, 2024 - 18:25
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बलरामपुर के 25 गांवों में तेंदुए की दहशत:30 से अधिक मवेशियों को बना चुका शिकार,19 दिन की बच्ची अभी तक लापता
बलरामपुर के सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग के बरहवा रेंज में पिछले 4 महीनों से तेंदुए का आतंक बना हुआ है। तेंदुआ पालतू मवेशियों पर हमला करने के साथ-साथ इंसानों को भी निशाना बना रहा है। इस दहशत के कारण इलाके के लगभग 25 गांव के लोग भयभीत हैं। लगातार बढ़ रही घटनाएं, वन विभाग की सक्रियता बढ़ी हलौरा गांव में तेंदुए का आतंक पिछले 3 महीनों से व्याप्त है, जहां से वन विभाग ने अब तक तीन तेंदुए पकड़े हैं। इसके बावजूद, क्षेत्र में तेंदुए की गतिविधियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। तेंदुआ अब तक 30 से अधिक मवेशियों को शिकार बना चुका है। हाल ही में, तेंदुए ने घर में सो रही एक महिला पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। वहीं, मंगलवार रात ग्राम पंचायत भुजेहरा के मजरे खैरहनिया में तेंदुआ एक 19 दिन की बच्ची को उठाकर ले गया। परिजनों और ग्रामीणों ने काफी खोजबीन की, लेकिन बच्ची का कोई पता नहीं चल सका। लकड़ी कटाई और फसलों की बुवाई से तेंदुए का बढ़ा खतरा स्थानीय लोगों का कहना है कि जंगलों में अवैध लकड़ी कटाई और खेती के चलते तेंदुए का प्राकृतिक आवास प्रभावित हुआ है। इस कारण तेंदुए रिहायशी इलाकों में आकर हमला कर रहे हैं। लोग अपने मवेशियों को घरों में बांधने को मजबूर हैं। वन विभाग की टीम का प्रयास और अपील वन विभाग की टीमें क्षेत्र में लगातार गश्त कर रही हैं और ग्रामीणों को जागरूक कर रही हैं। विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और रात में अकेले बाहर न निकलने की अपील की है। उच्च अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए को पकड़ने के लिए ट्रैपिंग अभियान तेज कर दिया गया है। स्थानीय लोगों की मांग ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए के आतंक को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है। साथ ही, जंगलों में हो रही अवैध गतिविधियों को रोकने की भी अपील की है, जिससे तेंदुओं का आवास सुरक्षित रह सके और इंसानों पर खतरा कम हो। सुरक्षा के उपाय वन विभाग के अधिकारी ग्रामीणों को जागरूक करने और तेंदुए को पकड़ने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। लेकिन तेंदुए के आतंक से फिलहाल ग्रामीणों की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही।

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