बाहुबली विजय को जेल भिजवाने वाली गैंगरेप पीड़िता का दर्द:हमले हुए, घर लूटकर आग लगाई; CM के पास जाऊंगी, न्याय नहीं मिला तो मर जाऊंगी
बाहुबली पूर्व विधायक विजय मिश्रा को जेल भिजवाने वाली गैंगरेप पीड़िता और उसका परिवार डर के साए में जिंदगी जी रहा है। पीड़िता का कहना है कि विजय मिश्रा पर केस दर्ज कराने के बाद से अब तक 10 बार उस बार हमले हुए। घर लूटा और आग लगाई। धमकियां मिल रही हैं। पड़ोसियों ने कई बार लाठी-डंडा लेकर पीटा है। रेप की धमकी दे रहे हैं। 15 दिन पहले भी मेरे और पिता पर जानलेवा हमला हुआ। एक वीडियो सबने देखा होगा, जिसमें पिता खून से लथपथ दिख रहे हैं। जांच के नाम पर आई ADCP ने मेरा हाथ पकड़कर मरोड़ दिया। मोबाइल छीना। सबूत डिलीट किए। पिता और भाई को झूठे रेप केस में जेल भिजवाने की धमकी दी है। अब मैं CM योगी और DGP प्रशांत कुमार के पास जाऊंगी। इंसाफ की गुहार लगाऊंगी। अगर न्याय नहीं मिला तो मैं मर जाऊंगी। अब मैं लड़ते-लड़ते थक गई हूं। दैनिक भास्कर ने पीड़िता से बात की। पूरे घटनाक्रम को जाना। गैंगरेप पीड़िता ने क्या कहा, पूरी बातचीत उसकी जुबानी... मेरी और परिजनों की हत्या की साजिश
मुझे बार बार मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मुझे और मेरे पूरे परिवार की हत्या करने की साजिश रची जा रही है। बार-बार मैंने थाने और कोर्ट से मुकदमा लिखवाया है। जब मैंने केस दर्ज कराया तो मुझे पुलिस ने धमकाया कि आप बार-बार मुकदमा लिखवाओगी तो भाई और पिता पर फर्जी रेप केस लिखवा दिया जाएगा। पिछले दिनों काशी जोन की ADCP नीतू कादयान आई थीं, उन्होंने भी अच्छा व्यवहार नहीं किया। पुलिस और विपक्षी विजय मिश्रा से मिले हैं। आरोपी विजय यादव और मनोज यादव की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई। मेरे घर के दरवाजे समेत चारों ओर CCTV लगवाया है। पुलिस हमें उचित सुरक्षा दे। 10 बार मुझ पर हमला हुआ, 5 FIR करा चुकी हूं
मुझ पर अब तक आठ से दस बार जानलेवा हमले हो चुके हैं। जब से विजय मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज कराया, पता नहीं कौन-कौन दुश्मन बन बैठा है। अब तक पांच बार FIR लिखवा चुकी है, जो गंभीर हमले थे। सामान्य विवाद भी कई बार हुए तो महज पुलिस को सूचना देकर मामला शांत कर दिया। पड़ोसी रेप की धमकी दे रहे
पुलिस ने कई बार मुकदमा लिखने पर आनाकानी की। कहा कि कितने बार केस दर्ज कराओगी। मेरे घर में आग लगा दिया गया। मेरे साथ रेप की फिर कोशिश की गई। पड़ोसी धमकाते हैं कि विधायक ने रेप किया या नहीं, लेकिन अब हम सब मिलकर तुम्हारा रेप करेंगे। विजय मिश्रा के रिश्तेदारों के इशारे पर विजय यादव और मनोज यादव को पक्ष में करके मुझे प्रताड़ित कर दबाव बनाने की साजिश कर रहे हैं। यह पहली बार नहीं है, हमने इन लोगों को नामजद किया है। लेकिन, आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। घर से निकलने पर विजय मिश्रा के गुर्गें पीछा करते हैं
जब बाहर निकलती हूं तो हर समय मेरा पीछा किया जाता है। मुझे ये धमकियां घर आते-जाते और रास्ते में मिलती हैं। धमकी देने वाले विजय मिश्रा के समर्थक हैं जो केस वापस लेने या फिर हलफनामा देने की बात कहते हैं। अभी भी MP-MLA केस में सुनवाई जारी है। विजय मिश्रा पेशी पर आते हैं और हर बार मैं गवाही के लिए जाती हूं। जब से मैंने विजय मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज कराया मेरे जीवन में संकट आ गया। तब से विपक्षी आते हैं, मेरा घर तोड़ते हैं, उसे गिरा देते हैं, आग लगा देते हैं। मेरे घर को अपना बताकर उसे खाली करने की धमकी देते हैं। घर के सामने रास्ता बंद कर देते हैं। अन्याय और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने की सजा
पिछले महीने हमने एक केस दर्ज कराया था। चौकाघाट चौकी गई थी। वहां से लौटी तो देखा कि मौका पाकर पड़ोसियों ने घर पर हमला बोल दिया है। घर का सामान लूटकर ले जा रहे थे। जब मैंने विरोध किया तो हमला शुरू कर दिया। पत्थर और डंडों से मुझे और मेरे पिता पर हमला किया गया। मेरी अभी ऐसी स्थिति है कि चल नहीं पा रही हूं। पिछले दिनों हुए हमले में आरोपी हमें मरा समझकर ही छोड़ गए। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ अभियान चलाकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। ADCP ने घर आकर हाथ मरोड़ा और सबूत डिलीट किए
5 अक्टूबर को एक घटना के बाद शिकायत की थी, जिसमें विपक्ष के लोग ADCP काशी से मिले और मेरे खिलाफ गलत सूचनाएं दे दी। इसके बाद ADCP काशी नीतू कादयान मेरे घर आई थीं। मेरे पिता-भाई को रेप केस में फंसाने की धमकी दी। उनका कहना था कि भाई को गिरफ्तार करके ले जाऊंगी। पुलिस ने मेरी एक भी नहीं सुनी और मेरे फोन से डेटा, सबूत डिलीट कर दिए। ADCP ने मुझे भी धमकाया कि तुम्हें जेल ले जाऊंगी और ठीक कर दूंगी। पुलिस मेरा वीडियो बना रही थी तो मैंने भी एक वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इसके बाद ADCP ने मेरा हाथ मरोड़कर फोन छीन लिया। मैं भागकर थाने पहुंची, लेकिन मेरी किसी ने एक नहीं सुनी। अब न्याय मांगने CM के पास जाऊंगी
पूर्व विधायक विजय मिश्रा के रिश्तेदारों ने मेरी गाड़ी और मेरे घर में आग लगाई है। पुलिस से मिलकर वो मुझे आर्थिक रूप से तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। अब मैं CM योगी और DGP प्रशांत कुमार के पास जाऊंगी। इंसाफ की गुहार लगाऊंगी। अगर न्याय नहीं मिला तो मैं मर जाऊंगी। अब मैं लड़ते-लड़ते थक गई हूं, अब मैं हार गई हूं। अब गैंगरेप केस के बारे में बताते हैं वाराणसी की सिंगर ने 2020 में भदोही में FIR कराई
28 अक्टूबर 2020 को भदोही के गोपीगंज थाने में वाराणसी के जैतपुरा क्षेत्र निवासी सिंगर ने बाहुबली विधायक विजय मिश्रा, उसके बेटे विष्णु समेत 3 के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। पीड़िता का आरोप था कि विधायक विजय मिश्रा 2014 से उसका शारीरिक शोषण कर रहे थे। तहरीर में पीड़िता ने 1 जनवरी 2014 से 18 दिसंबर 2015 के बीच अपने साथ हुई घटनाओं का जिक्र किया था। उसका कहना था कि साल 2014 में विधायक विजय मिश्रा ने एक कार्यक्रम के लिए उसे बुलाया था। स्टेज पर जाने से पहले जब वह कपड़े बदल रही थी, उसी समय विधायक कमरे में घुस आए और धमकाकर रेप किया। पूर्व विधायक ने नौकरी दिलाने का लालच दिया। इस दौरान 2014 से 2015 के बीच कई बार उसका यौन उत्पीड़न हुआ। वाराणसी के एक होटल में भी उसके साथ दुराचार किया गया। जब
बाहुबली पूर्व विधायक विजय मिश्रा को जेल भिजवाने वाली गैंगरेप पीड़िता और उसका परिवार डर के साए में जिंदगी जी रहा है। पीड़िता का कहना है कि विजय मिश्रा पर केस दर्ज कराने के बाद से अब तक 10 बार उस बार हमले हुए। घर लूटा और आग लगाई। धमकियां मिल रही हैं। पड़ोसियों ने कई बार लाठी-डंडा लेकर पीटा है। रेप की धमकी दे रहे हैं। 15 दिन पहले भी मेरे और पिता पर जानलेवा हमला हुआ। एक वीडियो सबने देखा होगा, जिसमें पिता खून से लथपथ दिख रहे हैं। जांच के नाम पर आई ADCP ने मेरा हाथ पकड़कर मरोड़ दिया। मोबाइल छीना। सबूत डिलीट किए। पिता और भाई को झूठे रेप केस में जेल भिजवाने की धमकी दी है। अब मैं CM योगी और DGP प्रशांत कुमार के पास जाऊंगी। इंसाफ की गुहार लगाऊंगी। अगर न्याय नहीं मिला तो मैं मर जाऊंगी। अब मैं लड़ते-लड़ते थक गई हूं। दैनिक भास्कर ने पीड़िता से बात की। पूरे घटनाक्रम को जाना। गैंगरेप पीड़िता ने क्या कहा, पूरी बातचीत उसकी जुबानी... मेरी और परिजनों की हत्या की साजिश
मुझे बार बार मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मुझे और मेरे पूरे परिवार की हत्या करने की साजिश रची जा रही है। बार-बार मैंने थाने और कोर्ट से मुकदमा लिखवाया है। जब मैंने केस दर्ज कराया तो मुझे पुलिस ने धमकाया कि आप बार-बार मुकदमा लिखवाओगी तो भाई और पिता पर फर्जी रेप केस लिखवा दिया जाएगा। पिछले दिनों काशी जोन की ADCP नीतू कादयान आई थीं, उन्होंने भी अच्छा व्यवहार नहीं किया। पुलिस और विपक्षी विजय मिश्रा से मिले हैं। आरोपी विजय यादव और मनोज यादव की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई। मेरे घर के दरवाजे समेत चारों ओर CCTV लगवाया है। पुलिस हमें उचित सुरक्षा दे। 10 बार मुझ पर हमला हुआ, 5 FIR करा चुकी हूं
मुझ पर अब तक आठ से दस बार जानलेवा हमले हो चुके हैं। जब से विजय मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज कराया, पता नहीं कौन-कौन दुश्मन बन बैठा है। अब तक पांच बार FIR लिखवा चुकी है, जो गंभीर हमले थे। सामान्य विवाद भी कई बार हुए तो महज पुलिस को सूचना देकर मामला शांत कर दिया। पड़ोसी रेप की धमकी दे रहे
पुलिस ने कई बार मुकदमा लिखने पर आनाकानी की। कहा कि कितने बार केस दर्ज कराओगी। मेरे घर में आग लगा दिया गया। मेरे साथ रेप की फिर कोशिश की गई। पड़ोसी धमकाते हैं कि विधायक ने रेप किया या नहीं, लेकिन अब हम सब मिलकर तुम्हारा रेप करेंगे। विजय मिश्रा के रिश्तेदारों के इशारे पर विजय यादव और मनोज यादव को पक्ष में करके मुझे प्रताड़ित कर दबाव बनाने की साजिश कर रहे हैं। यह पहली बार नहीं है, हमने इन लोगों को नामजद किया है। लेकिन, आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। घर से निकलने पर विजय मिश्रा के गुर्गें पीछा करते हैं
जब बाहर निकलती हूं तो हर समय मेरा पीछा किया जाता है। मुझे ये धमकियां घर आते-जाते और रास्ते में मिलती हैं। धमकी देने वाले विजय मिश्रा के समर्थक हैं जो केस वापस लेने या फिर हलफनामा देने की बात कहते हैं। अभी भी MP-MLA केस में सुनवाई जारी है। विजय मिश्रा पेशी पर आते हैं और हर बार मैं गवाही के लिए जाती हूं। जब से मैंने विजय मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज कराया मेरे जीवन में संकट आ गया। तब से विपक्षी आते हैं, मेरा घर तोड़ते हैं, उसे गिरा देते हैं, आग लगा देते हैं। मेरे घर को अपना बताकर उसे खाली करने की धमकी देते हैं। घर के सामने रास्ता बंद कर देते हैं। अन्याय और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने की सजा
पिछले महीने हमने एक केस दर्ज कराया था। चौकाघाट चौकी गई थी। वहां से लौटी तो देखा कि मौका पाकर पड़ोसियों ने घर पर हमला बोल दिया है। घर का सामान लूटकर ले जा रहे थे। जब मैंने विरोध किया तो हमला शुरू कर दिया। पत्थर और डंडों से मुझे और मेरे पिता पर हमला किया गया। मेरी अभी ऐसी स्थिति है कि चल नहीं पा रही हूं। पिछले दिनों हुए हमले में आरोपी हमें मरा समझकर ही छोड़ गए। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ अभियान चलाकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। ADCP ने घर आकर हाथ मरोड़ा और सबूत डिलीट किए
5 अक्टूबर को एक घटना के बाद शिकायत की थी, जिसमें विपक्ष के लोग ADCP काशी से मिले और मेरे खिलाफ गलत सूचनाएं दे दी। इसके बाद ADCP काशी नीतू कादयान मेरे घर आई थीं। मेरे पिता-भाई को रेप केस में फंसाने की धमकी दी। उनका कहना था कि भाई को गिरफ्तार करके ले जाऊंगी। पुलिस ने मेरी एक भी नहीं सुनी और मेरे फोन से डेटा, सबूत डिलीट कर दिए। ADCP ने मुझे भी धमकाया कि तुम्हें जेल ले जाऊंगी और ठीक कर दूंगी। पुलिस मेरा वीडियो बना रही थी तो मैंने भी एक वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इसके बाद ADCP ने मेरा हाथ मरोड़कर फोन छीन लिया। मैं भागकर थाने पहुंची, लेकिन मेरी किसी ने एक नहीं सुनी। अब न्याय मांगने CM के पास जाऊंगी
पूर्व विधायक विजय मिश्रा के रिश्तेदारों ने मेरी गाड़ी और मेरे घर में आग लगाई है। पुलिस से मिलकर वो मुझे आर्थिक रूप से तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। अब मैं CM योगी और DGP प्रशांत कुमार के पास जाऊंगी। इंसाफ की गुहार लगाऊंगी। अगर न्याय नहीं मिला तो मैं मर जाऊंगी। अब मैं लड़ते-लड़ते थक गई हूं, अब मैं हार गई हूं। अब गैंगरेप केस के बारे में बताते हैं वाराणसी की सिंगर ने 2020 में भदोही में FIR कराई
28 अक्टूबर 2020 को भदोही के गोपीगंज थाने में वाराणसी के जैतपुरा क्षेत्र निवासी सिंगर ने बाहुबली विधायक विजय मिश्रा, उसके बेटे विष्णु समेत 3 के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। पीड़िता का आरोप था कि विधायक विजय मिश्रा 2014 से उसका शारीरिक शोषण कर रहे थे। तहरीर में पीड़िता ने 1 जनवरी 2014 से 18 दिसंबर 2015 के बीच अपने साथ हुई घटनाओं का जिक्र किया था। उसका कहना था कि साल 2014 में विधायक विजय मिश्रा ने एक कार्यक्रम के लिए उसे बुलाया था। स्टेज पर जाने से पहले जब वह कपड़े बदल रही थी, उसी समय विधायक कमरे में घुस आए और धमकाकर रेप किया। पूर्व विधायक ने नौकरी दिलाने का लालच दिया। इस दौरान 2014 से 2015 के बीच कई बार उसका यौन उत्पीड़न हुआ। वाराणसी के एक होटल में भी उसके साथ दुराचार किया गया। जब उसने पुलिस के पास जाने की बात कही तो जान से मारने की धमकी दी गई। लगातार किए जा रहे उत्पीड़न से परेशान होकर वह मुंबई चली गई। आरोपी विजय मिश्रा को 15 साल की जेल
MP-MLA कोर्ट ने ज्ञानपुर के पूर्व विधायक विजय मिश्रा को 15 साल की कठोर कैद की सजा सुनाई थी। इसके साथ ही 1.10 लाख रुपए जुर्माना भी लगाया था। जबकि बेटे विष्णु मिश्र और पोते विकास मिश्रा को सबूत के अभाव में दोषमुक्त कर दिया। 2 साल पहले कराया था पहला मुकदमा
गैंगरेप की FIR के बाद पीड़िता पर हमले हुए। पीड़िता ने 2022 में जैतपुरा थाने में एक ही परिवार के दो भाइयों, उनकी पत्नियों और उनकी दो बहनों के खिलाफ मारपीट, धमकाने और छेड़खानी सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया। युवती का कहना है कि उसने पूर्व विधायक विजय मिश्र पर केस किया था। इसके बाद से जैतपुरा का ये परिवार उसकी हत्या करने की साजिश रच रहा है। 7 अप्रैल 2023 की दोपहर करीब 12 बजे विजय यादव और उसकी पत्नी, मनोज यादव और उसकी पत्नी, विजय-मनोज की दो बहनें एकजुट होकर उसके घर के दरवाजे पर ईंट-पत्थर चलाने लगे। जान से मारने की धमकी देकर CCTV और खिड़की-दरवाजे तोड़कर घर में घुस आए। बाल खींचकर गला दबाने लगे और कपड़े फाड़े
युवती का आरोप है कि वह खुद को बचाते हुए अपने आप को कमरे में बंद कर लिया, तो सभी मेरे घर का सामान बिखेर कर बाहर निकल गए। आरोपी विजय मिश्रा, उनके परिवार से मिले हैं। इसी कारण मुझे मारा-पीटा है। पहले भी थाना जैतपुरा में 8 अगस्त 2022 और 15 जुलाई 2023 को FIR दर्ज है।