महाकुंभ में गंगा को स्वच्छ बनाएंगे गंगा सेवादूत:प्रयागराज समेत कई जिलों के युवाओं को दिया जा रहा है प्रशिक्षण
जनवरी में आयोजित होने वाले महाकुंभ में मां गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए विशेष पहल की जा रही है। इसके लिए गंगा सेवादूतों को लगाया जा रहा है। बकायदा उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। 250-250 लोगों के बैच में लगभग 1800 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण महाकुंभ 2025 को स्वच्छ, सुरक्षित और प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प सीएम योगी ने लिया है।महाकुंभ को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए रविवार को गंगा सेवादूतों के प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। ये गंगा सेवादूत महाकुम्भ में स्वच्छता, सैनिटेशन, टेंटेज की कार्ययोजना, आग और अन्य आपदा से सुरक्षा और निरीक्षण का कार्य करेंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम 29 नवंबर तक जिला पंचायत सभागार, प्रयागराज में चलेगा। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार और मेला विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राना के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है। स्वच्छ, सुरक्षित और प्लास्टिक मुक्त बनाएंगे गंगा सेवादूत सीएम योगी के स्वच्छ और सुरक्षित महाकुम्भ के संकल्प को सफल बनाने में गंगा सेवादूत अहम भूमिका निभाएंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहले गंगा सेवा दूतों का पंजीकरण किया जाएगा। इसके बाद इन्हें सैनिटेशन निरीक्षण, टेंट सिटी की कार्य योजना, आईसीटी सिस्टम और अग्नि सुरक्षा का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। गंगा सेवा दूत विषय विशेषज्ञों द्वारा ट्रेंड किये जायेंगे और उनका मॉक ड्रिल भी कराया जाएगा। सैनिटेशन का प्रशिक्षण डा आनंद सिंह और अग्निशमन का प्रमोद कुमार शर्मा देंगे। एक दर्जन से ज्यादा जनपदों के युवा होंगे शामिल ये गंगा सेवादूत प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर व आस-पास के जिलों से आए हैं। ये महाकुंभ के दौरान विशेषतौर पर शौचालय, सड़कों की सफाई व्यवस्था, टेंट सिटी का निरीक्षण करेंगे। किसी तरह की गंदगी या गड़ब़डी पाये जाने पर ये दूत आईसीटी सिस्टम के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकते हैं। गंगा दूत टेंट कालोनियों की व्यवस्था, आग लगने या अन्य आपदा की जरूरी सूचना संबंधित विभाग को उपलब्ध करवाएंगे। महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त रखने का अभियान चलायेगें। साथ ही प्लास्टिक उपयोग करने वालों की शिकायत भी दर्ज करवाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के बाद ये गंगा सेवादूत महाकुम्भ को स्वच्छ, सुरक्षित और प्लास्टिक मुक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
What's Your Reaction?