मेरठ में नेटवर्क मार्केटिंग की तरह हो रहा धर्मांतरण:जिसने ईसाई धर्म अपनाया, उसको नए मेंबर जोड़ने का टास्क; फादर देते थे चमत्कारी राख
तुम्हें यीशू की पूजा करनी है। पैसा क्या चीज है? जो तुम चाहोगे, वह सब मिलेगा। तुम्हारे देवता क्या दे पाए आज तक। समाज में इज्जत तक नहीं मिलती। यीशू की शरण में चले आओ। यह बरगलाने वाली बातें मेरठ के विकास इंक्लेव में कही जा रही थी। एक सामान्य से दिखने वाले घर के अंदर हॉल में करीब 40 महिलाएं-पुरुष मौजूद थे। सामने पादरी बिजू थे। हाथ में बाइबिल थी। बगल में सफेद कपड़ों में उनकी पत्नी थीं। वह महिलाओं को धार्मिक प्रवचन दे रही थीं। जब इन्हीं लोगों के बीच बैठे कुछ लोग हिंदू देवी-देवताओं की बुराई नहीं सुन सके, तो पुलिस को खबर कर दी। रविवार यानी 20 अक्टूबर को दबिश में मेरठ की कंकरखेड़ा थाने की पुलिस ने खुद भी ब्रेनवॉश होते देखा। दैनिक भास्कर टीम 2 दिन बाद ग्राउंड जीरो पर पहुंची। सामने आया कि लोगों को धर्म बदलने के लिए 3 तरह के लालच दिए जा रहे हैं। 15 साल से एरिया बदलकर रहते आ रहे, 300 लोगों का धर्मांतरण कराया हम उस घर के सामने पहुंचे, जहां धर्मांतरण कराया जा रहा था। हमारी सबसे पहले मुलाकात वार्ड के अध्यक्ष और BJP नेता अनमोल से हुई। उन्होंने कहा- करीब डेढ़ महीने से इस मकान में लगातार महिलाओं का आना-जाना लगा था। धीरे-धीरे इन्क्वायरी करने पर सामने आया कि यहां ईसाई धर्म का प्रमोशन हो रहा है। उन्होंने कहा- शिकायत के बाद जब पुलिस पहुंची, तो एक कमरे में ईसाई धर्म के प्रचार की ढेर सारी सामग्री (किताब और चिह्न) मिली। जो लोग इनके संपर्क में थे, उनसे बातचीत करने पर सामने आया कि यह दंपती 15 साल से मेरठ के अलग-अलग इलाके में किराए पर मकान लेता है। फिर संगत लगाकर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रमोट करते हैं। कुछ महीने बाद घर बदल देते हैं। फिर दूसरी जगह मकान किराए पर लेकर नए सिरे से प्रवचन और सत्संग शुरू कर देते हैं। इस दंपती ने अब तक 300 लोगों का धर्मांतरण कराया है। इन लोगों के नाम-पते पुलिस ढूंढ रही है। नेटवर्क मार्केटिंग के पैटर्न पर करवा रहे थे धर्मांतरण सवाल उठता है कि ये दंपती धर्मांतरण करवाते कैसे थे? BJP नेता अनमोल बताते हैं- हमने इस दंपती से मिलने आने वाली महिलाओं से बातचीत की। महिलाएं कहती थीं कि हमसे कहा जाता था कि जो कुछ हम सीखते हैं, उसको आगे भी 2 लोगों को बताना और सिखाना होता था। उन्हें परमेश्वर की कृपा और उसके चमत्कारों के बारे में बताना होता था। इस तरह से यह नेटवर्क बनता चला जाता था। एक आदमी का धर्म बदलता, तो वो दूसरे आदमी को धर्मांतरण के लिए तैयार करता। पूरे मेरठ में यह चेन धीरे-धीरे बनती जा रही थी। रिटायर्ड सूबेदार बोले- तेज आवाज आती थी, हमें कभी सत्संग जैसा नहीं लगा विकास इंक्लेव कॉलोनी में ब्रजवीर सिंह पवार रहते हैं। वह सूबेदार पद से रिटायर हुए हैं। 25 साल से इस कॉलोनी में रह रहे हैं। ब्रजवीर सिंह ने कहा- हर रविवार को हमारे सामने वाले घर में बहुत सारे लोग आते थे। महिलाएं ज्यादा होती थीं। बुजुर्ग, लड़के-लड़कियां सब होते थे। सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक मूवमेंट होता रहता था। अंदर से तेज आवाज आती थी। कुछ आवाजें रिकॉर्डेड भी होती थीं। साथ ही, पादरी की क्लास लेने और गाइड करने की आवाजें होती थीं। हमें ये कभी भी सत्संग जैसा नहीं लगा। किराएदारों का वैरिफिकेशन नहीं होते, 1 महीने से मूवमेंट बढ़ा अब हमारी मुलाकात पूर्व पार्षद रिषिपाल सिंह से हुई। उन्होंने कहा- किराएदारों का कोई वैरिफिकेशन नहीं होता। तेज विहार, गगन विहार, रोहटा रोड सहित तमाम जगह ये पादरी का परिवार रह चुका है। एक साल से हमें शिकायतें मिल रही थीं। एक महीने से यह सब बहुत बढ़ गया था। जो महिलाएं यहां आती थीं, वो 2 किमी के दायरे में रहने वाली हैं। गोलाबढ़, फाजलपुर सहित आसपास के इलाकों में रहती थीं। हर रविवार यहां ये गतिविधि होती थी। भीड़ आती और घंटों रुककर जाती। पेन किलर मिली राख देकर बीमारी ठीक करने का करता दावा इसी कॉलोनी में रहने वाले सर्वेश उपाध्याय ने कहा- पादरी महिलाओं को चमत्कारी राख देकर सम्मोहित करता था। कुछ महिलाओं ने बताया कि पादरी उनसे कहता कि जो परेशानी है, बताओ सब दूर होगी। कुछ महिलाओं ने अपनी तबीयत खराब होना या घुटने में दर्द की परेशानी बताई। तो पादरी उन्हें चमत्कारी राख देता था। उसमें पेन किलर का पाउडर मिला होता था, जिसे खाकर दर्द ठीक हो जाता। इस तरह वो लोगों को बरगलाता था। लोग बोले- नेटवर्क बहुत मजबूत है कॉलोनी के लोगों ने बताया- यह नेटवर्क बहुत मजबूत है। आम जनता के बीच में इनके लोग मौजूद हैं। इसमें मिशनरी स्कूलों के टीचर भी हैं, जो बच्चों का शहर के नामचीन स्कूलों में एडमिशन कराने का लालच देते हैं। दूसरा इनका फोकस गरीब लोग और महिलाओं पर होता है। जिनका आसानी से ब्रेनवॉश किया जा सकता है। लोगों को अनाज, दवाएं देकर बरगलाते थे। मकान मालकिन बोलीं- हमने तो भरोसा किया था जिनके मकान में पादरी का परिवार किराए पर रहने आया था, सकी मालकिन राजेश सुभारती अस्पताल में नर्स रही हैं। राजेश कहती हैं- हमें नहीं पता कि वो लोग यहां क्या कर रहे थे? उन्होंने हमें बताया था कि 15 साल से यहीं आसपास के इलाकों में रहते आए हैं। इसी भरोसे पर हमने उनको मकान दिया। हमारे मकान में पहले दूसरे धर्म के लोग रह चुके हैं। इसी भरोसे पर हमने बिजू के परिवार को मकान दिया। उनके यहां रविवार को सत्संग होता था, इससे ज्यादा हमें कुछ नहीं पता है। इस पूरे मामले में SP सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा- पुलिस को शिकायत मिली है। जांच की जा रही है। जिस दंपती का जिक्र किया गया है, पुलिस उसको लोकेट करने का प्रयास कर रही है। पकड़े जाने के बाद पूछताछ और बाकी कार्रवाई की जाएगी। ---------------------------- यह भी पढ़ें जब खालिस्तानियों ने एअर इंडिया विमान उड़ा दिया, 329 लोग सवार थे, कोई नहीं बचा; अब आतंकी पन्नू ने दी विस्फोट की धमकी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एअर इंडिया प्लेन में बम विस्फोट की धमकी दी है। पन्नू ने कहा- नवंबर में 1984 में हुए सिख दंगे की 40वीं बरसी है। विदेशों में यात्रा करने वाले लोग 1 से लेकर 19 नवंब
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