लखनऊ में उत्तराखंड महोत्सव में दिखी पहाड़ की संस्कृति:दिनेश शर्मा बोले- उत्तराखंड हमारा गौरव , महोत्सव से संस्कृतियों का होता है आदान-प्रदान
लखनऊ में आयोजित उत्तराखंड महोत्सव में दूसरे दिन राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा शामिल हुए। महोत्सव में दूसरे दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसमें महिला कवि सम्मेलन , झोड़ा प्रतियोगिता, डांस और गायकी के विभिन्न कार्यक्रम हुए। विभिन्न स्कूल , कालेज और बैंड के परफॉर्मेंस में उत्तराखंड का रंग देखने को मिला। राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा की लखनऊ में 10 दिनों तक चलने वाले उत्तराखंड महोत्सव से संस्कृतियों का आदान-प्रदान होता है। उत्तराखंड परिषद बधाई के पात्र है जो विगत कई वर्षों से शानदार तरीके से महोत्सव का आयोजन कर रहा है। इस महोत्सव में कला , संस्कृति और व्यापार सबको बढ़ावा मिल रहा है। उत्तराखंड देवों की भूमि है। भारतीय संस्कृति से प्रेम करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की यह इच्छा होती है कि उत्तराखंड जरूर जाएं। चारों धाम की यात्रा उत्तराखंड के बिना संभव नहीं है। भारतीय नक्शे पर उत्तराखंड एक अद्भुत स्थान रखता है। उत्तराखंड की पहाड़ियां , मंदिर और प्रकृति से मिला सौंदर्य बेहद आकर्षित करता है। पहाड़ों पर नियमों का पालन करें दिनेश शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड जाने वाले सभी लोगों को यह संदेश है कि प्रकृति ने हमें जो यह तोहफा दिया है इसे संभालना सब की जिम्मेदारी है। अक्सर वहां जाने वाले लोग अपनी सुविधा के अनुसार ऐसे काम करते हैं जिसके कारण उत्तराखंड को नुकसान हो रहा है । लखनऊ समेत भारत के विभिन्न कोनों से जाने वाले लोग सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखें और पहाड़ पर नियमों का पालन जरूर करें । महोत्सव से व्यापार को मिल रहा है बढ़ावा उत्तराखंड परिषद के अध्यक्ष हरिश्चंद्र पाल ने कहा कि विगत कई सालों से इस महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं। प्रतिवर्ष उत्तराखंड महोत्सव को लेकर लोगों में उत्सुकता बढ़ रही है। महोत्सव में आम आदमी की भीड़ बढ़ रही है और स्टॉल की संख्या भी बढ़ रही है। इन्होंने कहा कि इस महोत्सव के माध्यम से व्यापारियों को अच्छा प्लेटफार्म मिल रहा है। इस वर्ष उत्तराखंड महोत्सव में 200 स्टॉल लगे हैं। महोत्सव में खाने पीने की सामग्री से लेकर घर की जरूरत का तमाम सामान उपलब्ध है । इस महोत्सव से अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है।
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