लखनऊ में डॉक्टर कलाम को दी गई श्रद्धांजलि:जस्टिस राजेश बोले-डॉ कलाम पर चर्चा करना हमारे लिए गौरव की बात है

लखनऊ के लामाटिनेयर कॉलेज में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती मनाई गई । डॉ. कलाम ट्रस्ट के द्वारा आयोजित जयंती कार्यक्रम में जस्टिस राजेश चैहान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में स्कूल के छात्र , सोशल एक्टिविस्ट, डॉक्टर समेत विभिन्न प्रोफेशन के लोगों ने श्रधांजलि दिया। कार्यक्रम के आयोजक अब्दुल नसीर नासिर ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य है कि डॉक्टर कलाम के प्रति युवाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय, लखनऊ पीठ के न्यायाधीश राजेश सिंह चैहान ने कहा कि भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों ने डॉक्टर कलाम की शख्सियत का लोहा माना है। उनको श्रधांजलि देकर हम खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। जस्टिस राजेश ने कहा कि डॉक्टर कलाम को भारत रत्न पर गर्व नहीं है, बल्कि उन्हें भारत रत्न देने से भारत रत्न का गौरव बढ़ा है। उन्होंने हमेशा कुछ न कुछ करते रहना अपने जीवन का मिशन बना लिया था। पूरा जीवन एक छात्र के रूप में सीखा और सिखाया। कलाम ट्रस्ट के अध्यक्ष अब्दुल नसीर नासिर ने कहा कि डॉक्टर कलाम ने नई पीढ़ी को सपने देखना और उसे पूरा करने के लिए संघर्ष करना सिखाया। छात्रों को हर दिन कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए। तभी हम कलाम साहब के मिशन को आगे बढ़ाने में मदद कर पाएंगे। उनके जीवन के किसी भी पहलू पर गौर किया जाए तो एक नई सीख मिलती है। उनका सम्पूर्ण जीवन उदाहरण है सभी लोगों के लिए।

Oct 20, 2024 - 23:10
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लखनऊ में डॉक्टर कलाम को दी गई श्रद्धांजलि:जस्टिस राजेश बोले-डॉ कलाम पर चर्चा करना हमारे लिए गौरव की बात है
लखनऊ के लामाटिनेयर कॉलेज में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती मनाई गई । डॉ. कलाम ट्रस्ट के द्वारा आयोजित जयंती कार्यक्रम में जस्टिस राजेश चैहान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में स्कूल के छात्र , सोशल एक्टिविस्ट, डॉक्टर समेत विभिन्न प्रोफेशन के लोगों ने श्रधांजलि दिया। कार्यक्रम के आयोजक अब्दुल नसीर नासिर ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य है कि डॉक्टर कलाम के प्रति युवाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय, लखनऊ पीठ के न्यायाधीश राजेश सिंह चैहान ने कहा कि भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों ने डॉक्टर कलाम की शख्सियत का लोहा माना है। उनको श्रधांजलि देकर हम खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। जस्टिस राजेश ने कहा कि डॉक्टर कलाम को भारत रत्न पर गर्व नहीं है, बल्कि उन्हें भारत रत्न देने से भारत रत्न का गौरव बढ़ा है। उन्होंने हमेशा कुछ न कुछ करते रहना अपने जीवन का मिशन बना लिया था। पूरा जीवन एक छात्र के रूप में सीखा और सिखाया। कलाम ट्रस्ट के अध्यक्ष अब्दुल नसीर नासिर ने कहा कि डॉक्टर कलाम ने नई पीढ़ी को सपने देखना और उसे पूरा करने के लिए संघर्ष करना सिखाया। छात्रों को हर दिन कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए। तभी हम कलाम साहब के मिशन को आगे बढ़ाने में मदद कर पाएंगे। उनके जीवन के किसी भी पहलू पर गौर किया जाए तो एक नई सीख मिलती है। उनका सम्पूर्ण जीवन उदाहरण है सभी लोगों के लिए।

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