विधवा पेंशन के नाम पर महिला का हड़प लिया पैसा:कानपुर के थाने में शिकायत की तो पुलिस ने पीड़िता को भगाया, सिपाही समेत 3 पर मुकदमा

विधवा पेंशन दिलाने के नाम पर महिला का पैसा हड़पने का मामला सामने आया है। इस पूरे मामले में जब महिला न्याय की आश लेकर कानपुर के काकादेव थाने पहुंची तो आरोप है कि पुलिस के लोग आरोपियों से मिल गए और झूठा मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर थाने से भगा दिया। पीड़िता की जब कही भी सुनवाई नहीं हुई तो उसने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश के बाद काकादेव की पुलिस ने सिपाही समेत 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अब बताते है क्या है पूरा मामला सर्वोदय नगर लोहारन भट्‌ठा निवासी उमा भारती ने बताया कि उनके पति पप्पू भारती रावतपुर स्टेशन में काम करते थे। 24 सितंबर 2022 को स्टेशन में काम करने के दौरान एक हादसे में उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद पति के एक मित्र गंगागंज निवासी एसके सिंह उनके घर आए और कहा कि वह पति की जगह पर नौकरी लगवा देंगे और रेलवे से पैसे दिलवाने में मदद करेंगे। महिला का आरोप है कि एक माह बाद एसके सिंह ने लेबर कोर्ट में मुकदमा कराने और सरकारी पेंशन दिलाने के नाम पर रुपए ले लिए और एक सादे कागजातों व कुछ स्टांप पेपर पर उनसे व उनके परिवार के लोगों के हस्ताक्षर करवा लिए। लेबर कोर्ट से 6 लाख 12 हजार की मिली चेक पीड़िता के मुताबिक लेबर कोर्ट से उसे 6 लाख 12 हजार रुपए की चेक दी गई। साथ ही शाखा प्रबंधक को आदेश दिया गया था कि तीन लाख की एफडी पांच सालों के लिए कर दी जाए। बाकी की रकम का भुगतान कर दिया जाए। इस पर एसके सिंह उनके घर आया और उन्हें व बेटे को पांडुनगर स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ले गया। एसके सिंह बैंक मैनेजर अजय कठेरिया से जान पहचान का हवाला देकर जल्द काम कराने की बात कही। बैंक की पर्ची में हस्ताक्षर करा लिए आरोप है कि एसके सिंह ने बैंक की पर्ची पर हस्ताक्षर करवाने के बाद उन्हें घर भेज दिया और कहा कि अगले दिन रुपए मिल जाएंगे। इसके बाद खुद एसके सिंह ने कैशियर के साथ मिलकर साढ़े चार लाख रुपए खाते से निकाल लिए। अगले दिन जब महिला रुपए निकालने लिए बैंक गई तब उन्हें अपने साथ हुई घटना की जानकारी हुई। काकादेव पुलिस ने भी नहीं सुनी पीड़िता का आरोप है कि मामले की शिकायत लेकर काकादेव चौकी पहुंची तो वहां मयंक गंगवार नाम के सिपाही मिले। उन्होंने पहले एसके सिंह को फोन कर बुलाया। इसके बाद वो सिपाही भी आरोपी से मिल गया और चोरी के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर भगा दिया। इस कारण कही से भी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी, तब महिला ने कोर्ट की शरण ली। काकादेव थाना प्रभारी मनोज सिंह भदौरिया ने बताया कि बैंक मैनेजर, सिपाही समेत तीन पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

Nov 5, 2024 - 16:15
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विधवा पेंशन के नाम पर महिला का हड़प लिया पैसा:कानपुर के थाने में शिकायत की तो पुलिस ने पीड़िता को भगाया, सिपाही समेत 3 पर मुकदमा
विधवा पेंशन दिलाने के नाम पर महिला का पैसा हड़पने का मामला सामने आया है। इस पूरे मामले में जब महिला न्याय की आश लेकर कानपुर के काकादेव थाने पहुंची तो आरोप है कि पुलिस के लोग आरोपियों से मिल गए और झूठा मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर थाने से भगा दिया। पीड़िता की जब कही भी सुनवाई नहीं हुई तो उसने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश के बाद काकादेव की पुलिस ने सिपाही समेत 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अब बताते है क्या है पूरा मामला सर्वोदय नगर लोहारन भट्‌ठा निवासी उमा भारती ने बताया कि उनके पति पप्पू भारती रावतपुर स्टेशन में काम करते थे। 24 सितंबर 2022 को स्टेशन में काम करने के दौरान एक हादसे में उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद पति के एक मित्र गंगागंज निवासी एसके सिंह उनके घर आए और कहा कि वह पति की जगह पर नौकरी लगवा देंगे और रेलवे से पैसे दिलवाने में मदद करेंगे। महिला का आरोप है कि एक माह बाद एसके सिंह ने लेबर कोर्ट में मुकदमा कराने और सरकारी पेंशन दिलाने के नाम पर रुपए ले लिए और एक सादे कागजातों व कुछ स्टांप पेपर पर उनसे व उनके परिवार के लोगों के हस्ताक्षर करवा लिए। लेबर कोर्ट से 6 लाख 12 हजार की मिली चेक पीड़िता के मुताबिक लेबर कोर्ट से उसे 6 लाख 12 हजार रुपए की चेक दी गई। साथ ही शाखा प्रबंधक को आदेश दिया गया था कि तीन लाख की एफडी पांच सालों के लिए कर दी जाए। बाकी की रकम का भुगतान कर दिया जाए। इस पर एसके सिंह उनके घर आया और उन्हें व बेटे को पांडुनगर स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ले गया। एसके सिंह बैंक मैनेजर अजय कठेरिया से जान पहचान का हवाला देकर जल्द काम कराने की बात कही। बैंक की पर्ची में हस्ताक्षर करा लिए आरोप है कि एसके सिंह ने बैंक की पर्ची पर हस्ताक्षर करवाने के बाद उन्हें घर भेज दिया और कहा कि अगले दिन रुपए मिल जाएंगे। इसके बाद खुद एसके सिंह ने कैशियर के साथ मिलकर साढ़े चार लाख रुपए खाते से निकाल लिए। अगले दिन जब महिला रुपए निकालने लिए बैंक गई तब उन्हें अपने साथ हुई घटना की जानकारी हुई। काकादेव पुलिस ने भी नहीं सुनी पीड़िता का आरोप है कि मामले की शिकायत लेकर काकादेव चौकी पहुंची तो वहां मयंक गंगवार नाम के सिपाही मिले। उन्होंने पहले एसके सिंह को फोन कर बुलाया। इसके बाद वो सिपाही भी आरोपी से मिल गया और चोरी के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर भगा दिया। इस कारण कही से भी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी, तब महिला ने कोर्ट की शरण ली। काकादेव थाना प्रभारी मनोज सिंह भदौरिया ने बताया कि बैंक मैनेजर, सिपाही समेत तीन पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

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