संभल हिंसा: जुमे की नमाज को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट:ड्रोन से निगरानी, मुरादाबाद-बरेली रेंज के 12 जिलों की पुलिस फोर्स तैनात
संभल में जुमे की नमाज को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट है। सभी सीसीटीवी को दुरुस्त किया गया है। ड्रोन कैमरे से जामा मस्जिद क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। नमाज से पहले जगह-जगह पड़े रोड़े-पत्थर को पालिका कर्मचारियों ने ट्राली में भरकर हटाया गया। संभल की शाही जामा मस्जिद में कल शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा होनी है। जिसको लेकर पुलिस-प्रशासन जुमे की नमाज से पहले गुरुवार को जामा मस्जिद क्षेत्र में ड्रोन कैमरे से छतों की निगरानी की जा रही है। जुम्मे की नमाज को लेकर मुरादाबाद एवं बरेली रेंज के 12 पुलिस फोर्स को लगाया गया है। इसके अलावा आरआरएफ, पीएसी एवं आरएएफ को लगाया गया है। कई जनपदों के सीओ एवं एएसपी को लगाया गया है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने कहा, "कल जुमे की नमाज के मद्देनजर आज हमारे सभी अधिकारियों ने फोर्स के साथ पैदल मार्च किया गया। हमने लोगों के साथ बैठक भी की हैं। शांति समितियों और विभिन्न मस्जिदों के मौलवियों की भी बातचीत की है। कल की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से होगी। सभी अपनी-अपनी मस्जिदों में नमाज अदा करेंगे। इन सबके बावजूद हम सतर्क हैं। संभल में आवश्यक बल तैनात है। सभी संवेदनशील इलाकों में बल तैनात है। आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सभी ने आश्वासन दिया है कि कल की नमाज हर जगह शांतिपूर्ण तरीके से होगा। हमारे मंडल के सभी 5 जिलों में इसको लेकर सतर्कता बरती जा रही है। बाहरी ताकतें यहां न घुस पाएं हम इस पर नजर रख रहे हैं। हम सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों पर भी नजर रख रहे हैं, जिनके जरिए लोग उकसाते हैं या अफवाहें फैलाते हैं।" पूछताछ में लोगों को चिह्नित किया गया संभल में स्थिति सामान्य है, बाजार और स्कूल सब खुले हुए हैं। एहतियातन वहां पर इस समय फोर्स लगाई गई है। अभी तक 28 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। आज 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिन्होंने भीड़ को एकत्रित किया। उनसे पूछताछ में और लोगों को चिह्नित किया गया है। की पूछताछ जारी है। जैसे-जैसे लोगों को चिह्नित किया जाएगा। वैसे-वैसे उनके खिलाफ कार्रवाई करते रहेंगे। कई अवैध हथियार भी वहां से पाए गए हैं। जिसकी जांच जारी है।" आपको बता दें बीती 19 नवंबर को हिंदू पक्ष की ओर से सिविल सीनियर डिवीजन चंदौसी कोर्ट में दावा किया गया कि संभल की शाही जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है। 19 नवंबर की शाम को मस्जिद का पहला दिन का सर्वे हुआ। दूसरे चरण का सर्वे 24 नवंबर रविवार को हुआ। मस्जिद में चल रहे सर्वे के हजारों की संख्या में इकट्ठा हुए लोगों ने पुलिस पर पथराव एवं फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें चार युवाओं की मौत हो गई। हिंसा के दर से शाही जामा मस्जिद क्षेत्र का अधिकतर बाजार बंद है। वहीं सुरक्षा के लिहाज से शाही जामा मस्जिद क्षेत्र में भारी पुलिस वालों को तैनात किया गया है। 19 नवंबर को पहली बार हिंदू पक्ष की याचिका पर हुआ था सर्वे संभल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में हिंदू पक्ष ने 19 नवंबर को याचिका लगाई। 95 पेज की याचिका में हिंदू पक्ष ने दो किताब और एक रिपोर्ट को आधार बनाया है। इनमें बाबरनामा, आइन-ए-अकबरी किताब और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की एक 150 साल पुरानी रिपोर्ट शामिल है। संभल की सिविल कोर्ट ने उसी दिन कमिश्नर सर्वे का आदेश दिया था। इस आदेश के कुछ ही घंटों बाद उसी दिन कमिश्नर टीम ने सर्वे किया था। सर्वे की रिपोर्ट एक सप्ताह में सौंपनी है। सिविल कोर्ट के इस आदेश के खिलाफ जामा मस्जिद पक्ष ने अपील दाखिल की है। मामले पर अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी। संभल की मस्जिद का विवाद क्या है? हिंदू पक्ष काफी वक्त से संभल की जामा मस्जिद की जगह पर पहले मंदिर होने का दावा कर रहा है। 19 नवंबर को 8 लोग मामले को लेकर कोर्ट पहुंचे और एक याचिका दायर की। इनमें सुप्रीम कोर्ट के वकील हरिशंकर जैन और उनके बेटे विष्णुशंकर जैन प्रमुख हैं। ये दोनों ताजमहल, कुतुब मीनार, मथुरा, काशी और भोजशाला के मामला भी देख रहे हैं। इनके अलावा याचिकाकर्ताओं में वकील पार्थ यादव, केला मंदिर के महंत ऋषिराज गिरी, महंत दीनानाथ, सामाजिक कार्यकर्ता वेदपाल सिंह, मदनपाल, राकेश कुमार और जीतपाल यादव का नाम शामिल है। हिंदू पक्ष का दावा है कि ये जगह पहले श्रीहरिहर मंदिर हुआ करती थी, जिसे बाबर ने 1529 में तुड़वाकर मस्जिद बनवा दिया। संभल कोर्ट में हिंदू पक्ष ने याचिका लगाई। 95 पेज की याचिका में हिंदू पक्ष ने दो किताब और एक रिपोर्ट को आधार बनाया है। इनमें बाबरनामा, आइन-ए-अकबरी किताब और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की 150 साल पुरानी एक रिपोर्ट शामिल है।
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