साइक्लोन दाना का लैंडफॉल कल, ओडिशा-बंगाल के तटों से टकराएगा:भारी बारिश से कर्नाटक-तमिलनाडु में बाढ़; दिल्ली में एयर क्वालिटी बेहद खराब, धुंध छाई

बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र मंगलवार सुबह डीप डिप्रेशन में बदल गया। यह बंगाल की तरफ बढ़ रहा है। 23 अक्टूबर तक यह चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। 25 अक्टूबर की सुबह पुरी (ओडिशा) और पश्चिम बंगाल के तटों से टकराएगा। मौसम विभाग के मुताबिक, इस दौरान हवा की रफ्तार 110 किमी प्रति घंटा होगी, जो बढ़कर 120kmph तक हो सकती है। इसलिए मछुआरों को 25 अक्टूबर तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। तूफान दाना के असर से तमिलनाडु और कर्नाटक के समुद्र किनारे के जिलों में मंगलवार को भारी बारिश हुई। इससे कई इलाकों में पानी भर गया है। सोमवार को बेंगलुरु आने वाली 4 फ्लाइट्स चेन्नई डायवर्ट की गईं। इधर, दक्षिण भारत के उलट नई दिल्ली में एयर क्वॉलिटी मंगलवार सुबह बहुत ज्यादा खराब दर्ज की गई। इससे राजधानी में कई जगह धुंध छाई रही। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने सुबह 8 बजे AQI 385 दर्ज किया। दिल्ली में हवा और ज्यादा खराब हुई, AQI- 385 पहुंचा CAQM (कमीशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट) ने हवा की क्वालिटी खराब होने पर GRAP-II फेज लागू कर दिया है। इसे हवा को और खराब होने से रोकने के लिए लागू किया जाता है। इसके तहत सड़कों पर वैक्यूम स्वीपिंग, पानी का छिड़काव, कंस्ट्रक्शन साइट की जांच और धूल का सही निपटारा किया जाएगा, ताकि हवा का स्तर सुधर सके। CAQM ने लोगों से पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने, अपनी गाड़ियों के एयर फिल्टर बदलने की अपील की है। साथ ही धूल बढ़ाने वाले कामों, सॉलिड वेस्ट और बायोमास को खुले में जलाने से बचने की सलाह दी गई है। दिल्ली के मौजूदा हालात की तस्वीरें... पार्टिकुलेट मैटर को जानना जरूरी... PM 2.5: हवा में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर (PM) इंसान के फेफड़ों के लिए जहर से कम नहीं हैं। ये हवा में मौजूद ऐसे कण होते हैं, जिनका आकार 2.5 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है। इनकी वजह से समय से पहले ही मौत भी हो सकती है। WHO के मुताबिक, PM 2.5 हवा में 5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ज्यादा नहीं होना चाहिए, लेकिन पूरे देश में पार्टिकुलेट मैटर की मात्रा इससे ज्यादा है।

Oct 22, 2024 - 15:25
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साइक्लोन दाना का लैंडफॉल कल, ओडिशा-बंगाल के तटों से टकराएगा:भारी बारिश से कर्नाटक-तमिलनाडु में बाढ़; दिल्ली में एयर क्वालिटी बेहद खराब, धुंध छाई
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र मंगलवार सुबह डीप डिप्रेशन में बदल गया। यह बंगाल की तरफ बढ़ रहा है। 23 अक्टूबर तक यह चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। 25 अक्टूबर की सुबह पुरी (ओडिशा) और पश्चिम बंगाल के तटों से टकराएगा। मौसम विभाग के मुताबिक, इस दौरान हवा की रफ्तार 110 किमी प्रति घंटा होगी, जो बढ़कर 120kmph तक हो सकती है। इसलिए मछुआरों को 25 अक्टूबर तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। तूफान दाना के असर से तमिलनाडु और कर्नाटक के समुद्र किनारे के जिलों में मंगलवार को भारी बारिश हुई। इससे कई इलाकों में पानी भर गया है। सोमवार को बेंगलुरु आने वाली 4 फ्लाइट्स चेन्नई डायवर्ट की गईं। इधर, दक्षिण भारत के उलट नई दिल्ली में एयर क्वॉलिटी मंगलवार सुबह बहुत ज्यादा खराब दर्ज की गई। इससे राजधानी में कई जगह धुंध छाई रही। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने सुबह 8 बजे AQI 385 दर्ज किया। दिल्ली में हवा और ज्यादा खराब हुई, AQI- 385 पहुंचा CAQM (कमीशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट) ने हवा की क्वालिटी खराब होने पर GRAP-II फेज लागू कर दिया है। इसे हवा को और खराब होने से रोकने के लिए लागू किया जाता है। इसके तहत सड़कों पर वैक्यूम स्वीपिंग, पानी का छिड़काव, कंस्ट्रक्शन साइट की जांच और धूल का सही निपटारा किया जाएगा, ताकि हवा का स्तर सुधर सके। CAQM ने लोगों से पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने, अपनी गाड़ियों के एयर फिल्टर बदलने की अपील की है। साथ ही धूल बढ़ाने वाले कामों, सॉलिड वेस्ट और बायोमास को खुले में जलाने से बचने की सलाह दी गई है। दिल्ली के मौजूदा हालात की तस्वीरें... पार्टिकुलेट मैटर को जानना जरूरी... PM 2.5: हवा में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर (PM) इंसान के फेफड़ों के लिए जहर से कम नहीं हैं। ये हवा में मौजूद ऐसे कण होते हैं, जिनका आकार 2.5 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है। इनकी वजह से समय से पहले ही मौत भी हो सकती है। WHO के मुताबिक, PM 2.5 हवा में 5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ज्यादा नहीं होना चाहिए, लेकिन पूरे देश में पार्टिकुलेट मैटर की मात्रा इससे ज्यादा है।

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