सिद्धार्थनगर में फंदे से लटकता मिला डॉक्टर का शव:नहीं मिला कोई सुसाइड नोट, पुलिस जांच में जुटी

सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज थाना क्षेत्र में स्थित काइंड हॉस्पिटल के संचालक डॉ. इरफान (32) का शव अस्पताल के एक कमरे में फंदे से लटका मिला। सोमवार देर शाम हुई इस घटना की जानकारी के बाद परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए शव को उतारा और अपने गांव जिमड़ी लेकर चले गए। पिता की सूचना पर पुलिस ने कराया पोस्टमॉर्टम मंगलवार को मृतक के पिता नूरूल हक ने लिखित शिकायत देकर पुलिस को सूचित किया। इसके बाद डुमरियागंज पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों ने सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। परिवार में आपसी विवाद की चर्चा डॉ. इरफान 5 भाइयों में चौथे स्थान पर थे। परिवार में बड़े भाई डॉ. इम्तियाज लखनऊ में निजी अस्पताल में सर्जन हैं। डॉ. इम्तियाज समेत भाइयों ने डुमरियागंज में एक नर्सिंग होम का संचालन किया था। लेकिन डेढ़ साल पहले डॉ. इम्तियाज ने पैसों की हेराफेरी का आरोप लगाकर नर्सिंग होम से अलग हो गए और लखनऊ में रहने लगे। नहीं मिला कोई सुसाइड नोट प्रभारी निरीक्षक श्याम सुंदर तिवारी ने बताया कि पिता की सूचना के आधार पर पोस्टमॉर्टम कराया गया। अब तक की जांच में किसी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला है, और न ही किसी पर कोई आरोप लगाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Nov 27, 2024 - 12:15
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सिद्धार्थनगर में फंदे से लटकता मिला डॉक्टर का शव:नहीं मिला कोई सुसाइड नोट, पुलिस जांच में जुटी
सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज थाना क्षेत्र में स्थित काइंड हॉस्पिटल के संचालक डॉ. इरफान (32) का शव अस्पताल के एक कमरे में फंदे से लटका मिला। सोमवार देर शाम हुई इस घटना की जानकारी के बाद परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए शव को उतारा और अपने गांव जिमड़ी लेकर चले गए। पिता की सूचना पर पुलिस ने कराया पोस्टमॉर्टम मंगलवार को मृतक के पिता नूरूल हक ने लिखित शिकायत देकर पुलिस को सूचित किया। इसके बाद डुमरियागंज पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों ने सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। परिवार में आपसी विवाद की चर्चा डॉ. इरफान 5 भाइयों में चौथे स्थान पर थे। परिवार में बड़े भाई डॉ. इम्तियाज लखनऊ में निजी अस्पताल में सर्जन हैं। डॉ. इम्तियाज समेत भाइयों ने डुमरियागंज में एक नर्सिंग होम का संचालन किया था। लेकिन डेढ़ साल पहले डॉ. इम्तियाज ने पैसों की हेराफेरी का आरोप लगाकर नर्सिंग होम से अलग हो गए और लखनऊ में रहने लगे। नहीं मिला कोई सुसाइड नोट प्रभारी निरीक्षक श्याम सुंदर तिवारी ने बताया कि पिता की सूचना के आधार पर पोस्टमॉर्टम कराया गया। अब तक की जांच में किसी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला है, और न ही किसी पर कोई आरोप लगाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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