सुल्तानपुर में छात्र की हत्या...शहरवासियों की मांग फांसी हो:पड़ोसी ने इशारे से बुलाया, गला घोंटा,फिर सूट पहनकर शादी में चला गया

मासूम ओसामा की दर्दनाक मौत ने न सिर्फ घर और मोहल्ले बल्कि शहर वालों को हिलाकर रख दिया। देर शाम नगर के तकिया कब्रिस्तान में उसे सुपुर्द खाक किया गया। हजारों लोगों ने जनाजे की नमाज अदा किया। हर एक की जुबा पर एक ही शब्द था हत्यारे को फांसी की सजा हो। बड़े बेटे की मौत पर मां सलमा रो-रोकर कर अब भी बदहवास हुई जा रही है। लोग अभी तक इस सोच में हैं आखिर पड़ोसी जल्लाद कैसे बन गया? हम इस सवाल का जवाब ढूढ़ने गांधी नगर मोहल्ले की उस गली में पहुंचे, जहां बुधवार को ये वाकया पेश आया था... सुबह 6 बजे जब पुलिस ने हत्यारोपी आसिफ ऊर्फ सोनू को गिरफ्तार किया तो उसके कमरे में बेड के पास ओसामा की डेड बॉडी पाई गई। रस्सी से उसका गला जकड़ा हुआ था जिस कारण उसकी जुबान निकल आई थी। रस्सी उसके गले के अंदर तक चुभ सी गई थी। बस ये बात जिसने सुना उसके कदम गांधीनगर मोहल्ले की ओर बढ़ गए। इस क्षेत्र में पांच गलियां हैं, सभी गलियां सकरी हैं। यानी एक बाइक आते समय दूसरी बाइक आसानी से निकल नहीं सकती। जिस गली में मृतक और हत्यारोपी का घर वो है सकरी मेन रोड से दाहिने हाथ पर मुड़ते ही गांधीनगर मोहल्ले की गली मुड़ती है, और इसमें दस कदम चलकर बाएं हाथ पर मुड़ने के बाद मृतक ओसामा का मकान है और उसके ठीक सामने आरोपी का मकान है। ये गली कुछ कदम के बाद बंद है। डेडबॉडी शाम को पीएम से आ चुकी थी। महिला-पुरुष सभी जमा थे तभी हमारी मुलाक़ात क्षेत्र के ही पिंटू से हो गई। हमने उनसे घटना के बाबत जानना चाहा, उन्होंने कैमरे पर बात से मना इनकार किया। फिर उन्होंने जो बताया वो शॉक्ड करने वाला था। इशारे से बच्चे को घर में था बुलाया पिंटू बताते हैं घटना के दिन (25 नवंबर, सोमवार) शाम को बच्चे को आरोपी अपने घर में इशारे से बुला ले गया, क्योंकि बच्चे का घर के अंदर साथ ले जाने का आसपास सीसीटीवी फुटेज में कोई सीन नहीं है। वहां उसने कब क्या किया किसी को कानो कान खबर नहीं हुई। करीब 8:30 बजे आरोपी कोर्ट-पैंट पहनकर निकला और शादी में चला गया। इस बीच जब बच्चा देर तक नहीं आया तो घर वालों ने तलाश शुरू किया। कुछ देर में गली-मोहल्ले के लोग जमा होने लगे। परिजनों ने शहर के सभी मैरिज लॉन तक पर जाकर देखा कही किसी बच्चे के साथ तो नहीं चला गया लेकिन ओसामा का कुछ पता नहीं चला। हत्यारोपी देर रात में शादी से लौटा गायब ओसामा के घर पर अब भीड़ जमा हो चुकी थी। परिजन भाजपा नेत्री पूजा कसौधन के साथ कोतवाली नगर में तहरीर देने जा चुके थे। तभी यही कोई रात 12:30 बजे के आसपास हत्यारोपी सोनू शादी से लौटा तो घर के पास भीड़ देखकर वो रुका उसने पूछा क्या हुआ मिला ओसामा, जवाब नहीं में मिला तो वो इत्मीनान से घर के अंदर गया कपड़े चेंज कर बाहर सबके बीच में आ गया। ताकि किसी को शक न हो। वो घंटो सबके साथ रहा। सुल्तानपुर-अयोध्या की क्राइम ब्रांच के साथ तीन थानों की लगी थी टीम मोहल्ले के ही महफूज बताते हैं पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया। लेकिन मंगलवार से बुधवार का सूरज निकल आया और बच्चे का कुछ पता नहीं चला। केस फाइल होने के बाद पुलिस के हाथ खाली ही थे। हल्की सी उम्मीद तब जगी जब दिन में 2:30 बजे ओसामा के पिता शाहिद के मोबाइल पर अजनबी नंबर से कॉल आया और 5 लाख फिरौती की डिमांड हुई। परिजनों ने ये नंबर पुलिस को दिया। एसपी सोमेन बर्मा ने सर्विलांस सेल को एक्टिव किया और सुल्तानपुर क्राइम ब्रांच के साथ, अयोध्या की एसओजी टीम व कोतवाली नगर के साथ धम्मौर और कोतवाली देहात की पुलिस को वर्क आउट में लगाया। ई-रिक्शा चालक, दिव्यांग व्यक्ति व अन्य के नंबर से मांगा फिरौती की रकम लेकिन हत्यारोपी सोनू शातिर था। उसने पहली कॉल किसी ई-रिक्शा चालक का मोबाइल मांगकर किया था। लेकिन दूसरी कॉल के लिए उसने एक दिव्यांग व्यक्ति का मोबाइल छीना और उससे कॉल किया, उसने एक अन्य व्यक्ति का नंबर भी इस्तेमाल किया। आवास विकास, पयागीपुर और अमहट एरिया में ये नंबर ट्रेस हुए। पुलिस ने मोबाइल धारको को उठाया उनसे हुलिया पूछा और जब आसपास का सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो आवास विकास के पास कैमरे में आसिफ ऊर्फ सोनू कैद पाया गया। बच्चे की तलाश की मुहिम में शामिल रहा हत्यारोपी इधर कॉल पर फिरौती की मांगकर हत्यारोपी सोनू मोहल्ले में आकर परिजनों के साथ बच्चे की तलाश की मुहिम में जुट गया ताकि उस पर किसी का शक न जा सके। बुधवार देर रात वो सबके साथ रहा और अंत में घर गया। लेकिन सुबह होते ही जब पुलिस ने उसके घर धावा बोला तो भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने जब उसके कमरे से ओसामा की डेडबॉडी बरामद किया मृतक के परिजनों के साथ मोहल्ले वालों के होश उड़ गए। जहां पुलिस ने उसे हिरासत में लिया वही उसके परिवार वालों को भी पूछताछ के लिए लेकर गई। हत्यारोपी ठेले पर बेचता था बीज, पोर्न वीडियो के जरिए किया जा रहा था ब्लैकमेल हत्यारोपी आसिफ ऊर्फ सोनू हेड पोस्ट ऑफिस के पास ठेले पर बीज बेचता था। पूर्व में एक व्यक्ति के एटीएम से उसने 14 हजार रुपए की चोरी की थी। आसपास के लोग बताते हैं कि सोनू की मोहल्ले में सबसे उसकी बनती है। एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि किसी ने आरोपी का पोर्न बनाकर उसके नंबर पर भेजा और पैसे की डिमांड किया। बड़ी रकम को पूरा कर पाने में असमर्थ आरोपी ने अपराध का सहारा लिया।था। ये बात भी सामने आई कि आरोपी सोनू के घर में सितंबर माह में चोरी हुई। जिसमें पत्नी का गहना गायब हो गया। तब पत्नी लड़ झगड़कर मायके चौरे बाजार चली गई। सूत्रों की माने तो घटना वाले दिन उसने बच्चे के साथ गलत कृत्य को अंजाम दिया था। दो डॉक्टरों के पैनल ने ओसामा के शव का पोस्टमार्टम किया जहां वीडियो ग्राफी भी कराई गई है। सूत्रों की माने तो पीएम रिपोर्ट में गलत कृत्य और गला दबाकर मारने की पुष्टि हुई है। मृतक का एक तीन साल का भाई है। शाहिद के घर में तम्बाकू का कारोबार होता है और घर के कुछ दूर पर ही उसकी दुकान है। कहां पर हुई पुलिस से चूक वैसे तो मोहल्ले के लोगों से लेकर इस केस में लगी भाजपा नेत्री तक पुलिस के समर्थन में हैं। लेकिन सच ये है पुल

Nov 28, 2024 - 09:10
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सुल्तानपुर में छात्र की हत्या...शहरवासियों की मांग फांसी हो:पड़ोसी ने इशारे से बुलाया, गला घोंटा,फिर सूट पहनकर शादी में चला गया
मासूम ओसामा की दर्दनाक मौत ने न सिर्फ घर और मोहल्ले बल्कि शहर वालों को हिलाकर रख दिया। देर शाम नगर के तकिया कब्रिस्तान में उसे सुपुर्द खाक किया गया। हजारों लोगों ने जनाजे की नमाज अदा किया। हर एक की जुबा पर एक ही शब्द था हत्यारे को फांसी की सजा हो। बड़े बेटे की मौत पर मां सलमा रो-रोकर कर अब भी बदहवास हुई जा रही है। लोग अभी तक इस सोच में हैं आखिर पड़ोसी जल्लाद कैसे बन गया? हम इस सवाल का जवाब ढूढ़ने गांधी नगर मोहल्ले की उस गली में पहुंचे, जहां बुधवार को ये वाकया पेश आया था... सुबह 6 बजे जब पुलिस ने हत्यारोपी आसिफ ऊर्फ सोनू को गिरफ्तार किया तो उसके कमरे में बेड के पास ओसामा की डेड बॉडी पाई गई। रस्सी से उसका गला जकड़ा हुआ था जिस कारण उसकी जुबान निकल आई थी। रस्सी उसके गले के अंदर तक चुभ सी गई थी। बस ये बात जिसने सुना उसके कदम गांधीनगर मोहल्ले की ओर बढ़ गए। इस क्षेत्र में पांच गलियां हैं, सभी गलियां सकरी हैं। यानी एक बाइक आते समय दूसरी बाइक आसानी से निकल नहीं सकती। जिस गली में मृतक और हत्यारोपी का घर वो है सकरी मेन रोड से दाहिने हाथ पर मुड़ते ही गांधीनगर मोहल्ले की गली मुड़ती है, और इसमें दस कदम चलकर बाएं हाथ पर मुड़ने के बाद मृतक ओसामा का मकान है और उसके ठीक सामने आरोपी का मकान है। ये गली कुछ कदम के बाद बंद है। डेडबॉडी शाम को पीएम से आ चुकी थी। महिला-पुरुष सभी जमा थे तभी हमारी मुलाक़ात क्षेत्र के ही पिंटू से हो गई। हमने उनसे घटना के बाबत जानना चाहा, उन्होंने कैमरे पर बात से मना इनकार किया। फिर उन्होंने जो बताया वो शॉक्ड करने वाला था। इशारे से बच्चे को घर में था बुलाया पिंटू बताते हैं घटना के दिन (25 नवंबर, सोमवार) शाम को बच्चे को आरोपी अपने घर में इशारे से बुला ले गया, क्योंकि बच्चे का घर के अंदर साथ ले जाने का आसपास सीसीटीवी फुटेज में कोई सीन नहीं है। वहां उसने कब क्या किया किसी को कानो कान खबर नहीं हुई। करीब 8:30 बजे आरोपी कोर्ट-पैंट पहनकर निकला और शादी में चला गया। इस बीच जब बच्चा देर तक नहीं आया तो घर वालों ने तलाश शुरू किया। कुछ देर में गली-मोहल्ले के लोग जमा होने लगे। परिजनों ने शहर के सभी मैरिज लॉन तक पर जाकर देखा कही किसी बच्चे के साथ तो नहीं चला गया लेकिन ओसामा का कुछ पता नहीं चला। हत्यारोपी देर रात में शादी से लौटा गायब ओसामा के घर पर अब भीड़ जमा हो चुकी थी। परिजन भाजपा नेत्री पूजा कसौधन के साथ कोतवाली नगर में तहरीर देने जा चुके थे। तभी यही कोई रात 12:30 बजे के आसपास हत्यारोपी सोनू शादी से लौटा तो घर के पास भीड़ देखकर वो रुका उसने पूछा क्या हुआ मिला ओसामा, जवाब नहीं में मिला तो वो इत्मीनान से घर के अंदर गया कपड़े चेंज कर बाहर सबके बीच में आ गया। ताकि किसी को शक न हो। वो घंटो सबके साथ रहा। सुल्तानपुर-अयोध्या की क्राइम ब्रांच के साथ तीन थानों की लगी थी टीम मोहल्ले के ही महफूज बताते हैं पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया। लेकिन मंगलवार से बुधवार का सूरज निकल आया और बच्चे का कुछ पता नहीं चला। केस फाइल होने के बाद पुलिस के हाथ खाली ही थे। हल्की सी उम्मीद तब जगी जब दिन में 2:30 बजे ओसामा के पिता शाहिद के मोबाइल पर अजनबी नंबर से कॉल आया और 5 लाख फिरौती की डिमांड हुई। परिजनों ने ये नंबर पुलिस को दिया। एसपी सोमेन बर्मा ने सर्विलांस सेल को एक्टिव किया और सुल्तानपुर क्राइम ब्रांच के साथ, अयोध्या की एसओजी टीम व कोतवाली नगर के साथ धम्मौर और कोतवाली देहात की पुलिस को वर्क आउट में लगाया। ई-रिक्शा चालक, दिव्यांग व्यक्ति व अन्य के नंबर से मांगा फिरौती की रकम लेकिन हत्यारोपी सोनू शातिर था। उसने पहली कॉल किसी ई-रिक्शा चालक का मोबाइल मांगकर किया था। लेकिन दूसरी कॉल के लिए उसने एक दिव्यांग व्यक्ति का मोबाइल छीना और उससे कॉल किया, उसने एक अन्य व्यक्ति का नंबर भी इस्तेमाल किया। आवास विकास, पयागीपुर और अमहट एरिया में ये नंबर ट्रेस हुए। पुलिस ने मोबाइल धारको को उठाया उनसे हुलिया पूछा और जब आसपास का सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो आवास विकास के पास कैमरे में आसिफ ऊर्फ सोनू कैद पाया गया। बच्चे की तलाश की मुहिम में शामिल रहा हत्यारोपी इधर कॉल पर फिरौती की मांगकर हत्यारोपी सोनू मोहल्ले में आकर परिजनों के साथ बच्चे की तलाश की मुहिम में जुट गया ताकि उस पर किसी का शक न जा सके। बुधवार देर रात वो सबके साथ रहा और अंत में घर गया। लेकिन सुबह होते ही जब पुलिस ने उसके घर धावा बोला तो भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने जब उसके कमरे से ओसामा की डेडबॉडी बरामद किया मृतक के परिजनों के साथ मोहल्ले वालों के होश उड़ गए। जहां पुलिस ने उसे हिरासत में लिया वही उसके परिवार वालों को भी पूछताछ के लिए लेकर गई। हत्यारोपी ठेले पर बेचता था बीज, पोर्न वीडियो के जरिए किया जा रहा था ब्लैकमेल हत्यारोपी आसिफ ऊर्फ सोनू हेड पोस्ट ऑफिस के पास ठेले पर बीज बेचता था। पूर्व में एक व्यक्ति के एटीएम से उसने 14 हजार रुपए की चोरी की थी। आसपास के लोग बताते हैं कि सोनू की मोहल्ले में सबसे उसकी बनती है। एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि किसी ने आरोपी का पोर्न बनाकर उसके नंबर पर भेजा और पैसे की डिमांड किया। बड़ी रकम को पूरा कर पाने में असमर्थ आरोपी ने अपराध का सहारा लिया।था। ये बात भी सामने आई कि आरोपी सोनू के घर में सितंबर माह में चोरी हुई। जिसमें पत्नी का गहना गायब हो गया। तब पत्नी लड़ झगड़कर मायके चौरे बाजार चली गई। सूत्रों की माने तो घटना वाले दिन उसने बच्चे के साथ गलत कृत्य को अंजाम दिया था। दो डॉक्टरों के पैनल ने ओसामा के शव का पोस्टमार्टम किया जहां वीडियो ग्राफी भी कराई गई है। सूत्रों की माने तो पीएम रिपोर्ट में गलत कृत्य और गला दबाकर मारने की पुष्टि हुई है। मृतक का एक तीन साल का भाई है। शाहिद के घर में तम्बाकू का कारोबार होता है और घर के कुछ दूर पर ही उसकी दुकान है। कहां पर हुई पुलिस से चूक वैसे तो मोहल्ले के लोगों से लेकर इस केस में लगी भाजपा नेत्री तक पुलिस के समर्थन में हैं। लेकिन सच ये है पुलिस से दो-तीन प्वाइंट पर बड़ी चूक हुई। पहले ये कि एफआईआर दर्ज करने के बाद डॉग स्क्वायड टीम को घटनास्थल पर भेजा जाना चाहिए था जो नहीं हुआ। दूसरे यह कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए परिजनों के नंबर को सर्विलांस पर लगाना था जो पुलिस ने 12 से 14 घंटे बाद जब फिरौती का एंगल सामने आया तब लगाया। बड़े से बड़े और छोटे से छोटे वर्क आउट में मुखबिर खास की बात करने वाली पुलिस के सारे मुखबिर इस घटना में फेल दिखाई दिए। अगर इन पहलुओं पर समय रहते कार्य हुआ होता तो शायद बच्चा बच सकता

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