24 घंटे में गुर्गों सहित रिहा हुआ चावल माफिया:आगरा पुलिस और पूर्ति विभाग नहीं कर पाए मुकदमा दर्ज
आगरा में राशन की तस्करी करने वाले चावल माफिया को राजस्थान पुलिस 24 घंटे भी सींखचों के पीछे नहीं रख पाई। उसे गुर्गों के साथ आसानी से जमानत मिल गई। आरोपी की रिहाई के बाद अब आगरा पुलिस और पूर्ति विभाग लकीर पीट रहा है। अपने कारनामों से कुख्यात हो चुके चावल माफिया सुमित अग्रवाल को बीते रविवार राजस्थान रूपवास पुलिस ने पकड़ा था। आरोपी और उसके गुर्गों के कब्जे से टीम ने 300 बोरी सरकारी चावल, एक ट्रौला और दो कार बरामद की थी। राजस्थान पुलिस ने आगरा के चावल माफिया और गुर्गों का शांतिभंग में चालान किया। चावल माफिया की गिरफ्तारी की जानकारी आगरा पुलिस को भी मिल गई थी। इसके बाद भी आगरा पुलिस और पूर्ति विभाग लापरवाह बना रहा। यही वजह रही कि चावल माफिया सुमित अग्रवाल को 24 घंटे में ही एसडीएम कोर्ट से जमानत पर रिहाई मिल गई। राजस्थान पुलिस ने बताया कि आरोपी ने उनके राज्य में कोई अपराध नहीं किया है। जो चावल पकड़ा गया है वह उत्तर प्रदेश का था। ऐसे में कार्रवाई का अधिकारी भी यूपी पुलिस का है। रूपवास पहुंची खेरागढ़ पुलिस और पूर्ति विभाग के अधिकारी आरोपी को जमानत मिलने के बाद खेरागढ़ पुलिस और पूर्ति विभाग के अधिकारी रूपवास पहुंचे। टीम ने बरामद हुई चावल की 300 बोरियों को अपनी सुपुर्दगी में ले लिया। नया मुकदमा दर्ज न होने की वजह से आगरा पुलिस चावल माफिया को गिरफ्तार नहीं कर पाई। वो गुर्गों के साथ चुपचाप गायब हो गया। डीसीपी ने कहा खुलेगी हिस्ट्रीशीट, घोषित होगा माफिया आगरा में आरोपी सुमित अग्रवाल के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज हैं। इनमें दो मुकदमे खेरागढ़, एक अछनेरा, एक मुकदमा थाना कागारौल में दर्ज है। डीसीपी पश्चिमी सोनम कुमार ने बताया कि आरोपी की हिस्ट्रीशीट खोलने की तैयारी है। इसके लिए विधिक प्रक्रिया चल रही है। जल्दी ही ये सभी कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी।
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