भारत में आकर्षक खबर: GST पर 5 लाख तक के बीमा पर भी छूट की संभावना, पानी बोतल और साइकिल पर भी टैक्स में कटौती का प्रस्ताव - indiatwoday
सरकार साइकिल, 20 लीटर पीने के पानी की बोतल और बच्चों की एक्सरसाइज नोटबुक पर लगने वाले गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) में कटौती करने पर विचार कर रही है। वहीं, हाथ की घड़ी और जूतों पर 10% टैक्स बढ़ाने की प्लानिंग है। 19 अक्टूबर को GST स्ट्रक्चर को आसान बनाने के लिए गठित मंत्रियों के ग्रुप (GoM) की बैठक हुई, जिसमें इन पर चर्चा की गई। बैठक के बाद इन पांच प्रोडक्ट्स पर टैक्स में बदलाव करने के सुझाव पेश किए गए। GoM ने सावधि जीवन बीमा प्रीमियम और वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य बीमा पर GST से छूट के संकेत भी दिए हैं। अब मंत्रिसमूह की सिफारिशों पर अंतिम फैसला GST परिषद लेगा 13 सदस्यीय मंत्रिसमूह के संयोजक और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, मंत्रिसमूह का हर सदस्य लोगों को राहत देना चाहता है। वरिष्ठ नागरिकों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। हम परिषद को एक रिपोर्ट सौंपेंगे। अंतिम निर्णय परिषद द्वारा लिया जाएगा। बता दें कि मंत्रिसमूह में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, मेघालय, पंजाब, तमिलनाडु और तेलंगाना के मंत्री शामिल हैं। मंत्रिसमूह को अक्टूबर के अंत तक परिषद को अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया था पानी की बोतल पर 13% GST घटेगा 5 लाख से ऊपर के बीमा प्रीमियम पर 18% GST जारी 12% टैक्स स्लैब वाली वस्तुओं की दरों की समीक्षा बैठक में 12% टैक्स स्लैब वाली वस्तुओं की दरों में बदलाव पर समीक्षा की गई, जिसमें 100 से अधिक वस्तुएं शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स GST में सिर्फ तीन स्लैब का सुझाव दे चुका है। इनमें 5%, 18% और 28% शामिल है। ऐसे में 12% स्लैब को धीरे-धीरे समाप्त करने पर विचार किया जा रहा है। 1 नवंबर 2023 को गठित हुआ मंत्रियों का यह ग्रुप इस महीने के अंत तक अपनी सिफारिशें GST काउंसिल के सामने पेश कर सकता है। इसके बाद GST काउंसिल नवंबर में होने वाली बैठक में इन सिफारिशों पर विचार कर सकती है। सरकार ने अगस्त में GST से ₹1.75 लाख करोड़ जुटाए सरकार ने अगस्त 2024 में GST से 1,74,962 (करीब 1.75 लाख) करोड़ रुपए जुटाए हैं। सालाना आधार पर इसमें 10% की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल अगस्त में 1,59,069 (1.59 लाख) करोड़ रुपए GST कलेक्ट किया था। सरकार ने इस दौरान डोमेस्टिक यानी देश के अंदर होने वाले कारोबार से 1.25 लाख करोड़ टैक्स वसूला है। सालाना आधार पर इसमें 9.2% की ग्रोथ हुई है। वहीं, इम्पोर्ट के जरिए 49,976 करोड़ रेवेन्यू के तौर पर सरकार ने कलेक्ट किया है। एक साल में इसमें 12.1% की बढ़ोतरी हुई है। पिछली मीटिंग में कैंसर की दवाओं पर GST घटाकर 5% किया था GST काउंसिल की पिछली मीटिंग 9 सितंबर को हुई थी। इसमें हेल्थ, एजुकेशन और फूडिंग सेक्टर से जुड़े कुछ अहम फैसले लिए गए थे। इसमें कैंसर की दवाओं पर GST 12% से घटाकर 5% कर दिया गया था। वहीं, नमकीन पर 18% की जगह अब 12% GST लगाने का निर्णय लिया गया था। वित्त मंत्री ने बताया था, 'हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर लगने वाले GST में कटौती पर अब नवंबर में फैसला होगा। इसके अलावा अब केंद्र और राज्य से मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटीज और रिसर्च सेंटर को ग्रांट लेने पर GST नहीं चुकाना होगा। इकोनॉमी की हेल्थ दिखाता है GST कलेक्शन GST कलेक्शन इकोनॉमी की ओवरऑल हेल्थ का एक संकेतक है। अप्रैल महीने के GST कलेक्शन के आंकड़ों पर KPMG के नेशनल हेड अभिषेक जैन ने कहा कि अब तक का हाईएस्ट GST कलेक्शन मजबूत घरेलू अर्थव्यवस्था को दर्शाता है। 2017 में लागू हुआ था GST सरकार ने 1 जुलाई 2017 को देशभर में GST लागू किया था। इसके बाद केंद्र और राज्य सरकारों के 17 करों और 13 उपकरों को हटा दिया गया था। GST के 7 साल पूरे होने पर वित्त मंत्रालय ने पिछले सात वर्षों के दौरान हासिल की गई उपलब्धियों को लेकर पोस्ट किया। GST एक इनडायरेक्ट टैक्स है। इसे वैराइटी ऑफ प्रीवियस इनडायरेक्ट टैक्स (VAT), सर्विस टैक्स, परचेज टैक्स, एक्साइज ड्यूटी और कई इनडायरेक्ट टैक्स को रिप्लेस करने के लिए 2017 में लागू किया गया था। GST में 5, 12, 18 और 28% के चार स्लैब हैं।
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