5 साल बाद मोदी-जिनपिंग की द्विपक्षीय बातचीत:BRICS में PM बोले- आतंक पर दोहरे रवैये की जगह नहीं, इससे मिलकर लड़ें

रूस के कजान शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत शुरू हो गई है। 2020 में गलवान झड़प के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बाइलेटरल मीटिंग हो रही है। 21 अक्टूबर को दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने पर सहमति बनी है। कजान में आज BRICS समिट का दूसरा दिन है। पीएम मोदी दो मीटिंग में शामिल हुए। उन्होंने कहा, 'BRICS देशों को आतंकवाद के खिलाफ एक साथ लड़ना होगा। इस पर दोहरा रवैया नहीं होना चाहिए।' UNSC में रिफॉर्म करना जरूरी है। एक अन्य स्पीच में पीएम ने कहा, 'BRICS नए स्वरूप में विश्व की 40% मानवता और लगभग 30% इकोनॉमी का प्रतिनिधित्व करता है। पिछले 2 दशक में संगठन ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। मुझे उम्मीद है कि BRICS वैश्विक चुनौतियों के लिए और अधिक प्रभावी माध्यम बनकर उभरेगा।' पीएम ने कहा कि हम युद्ध नहीं, डायलॉग और डिप्लोमेसी का समर्थन करते हैं और जिस तरह हमने मिलकर कोविड जैसी चुनौती को परास्त किया। उसी तरह हम भावी पीढ़ी के सुरक्षित, सशक्त और समृद्ध भविष्य के लिए नए अवसर पैदा करने में पूरी तरह सक्षम हैं। ब्रिक्स समिट 2024 से जुड़े अपडेट्स के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए

Oct 23, 2024 - 18:30
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5 साल बाद मोदी-जिनपिंग की द्विपक्षीय बातचीत:BRICS में PM बोले- आतंक पर दोहरे रवैये की जगह नहीं, इससे मिलकर लड़ें
रूस के कजान शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत शुरू हो गई है। 2020 में गलवान झड़प के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बाइलेटरल मीटिंग हो रही है। 21 अक्टूबर को दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने पर सहमति बनी है। कजान में आज BRICS समिट का दूसरा दिन है। पीएम मोदी दो मीटिंग में शामिल हुए। उन्होंने कहा, 'BRICS देशों को आतंकवाद के खिलाफ एक साथ लड़ना होगा। इस पर दोहरा रवैया नहीं होना चाहिए।' UNSC में रिफॉर्म करना जरूरी है। एक अन्य स्पीच में पीएम ने कहा, 'BRICS नए स्वरूप में विश्व की 40% मानवता और लगभग 30% इकोनॉमी का प्रतिनिधित्व करता है। पिछले 2 दशक में संगठन ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। मुझे उम्मीद है कि BRICS वैश्विक चुनौतियों के लिए और अधिक प्रभावी माध्यम बनकर उभरेगा।' पीएम ने कहा कि हम युद्ध नहीं, डायलॉग और डिप्लोमेसी का समर्थन करते हैं और जिस तरह हमने मिलकर कोविड जैसी चुनौती को परास्त किया। उसी तरह हम भावी पीढ़ी के सुरक्षित, सशक्त और समृद्ध भविष्य के लिए नए अवसर पैदा करने में पूरी तरह सक्षम हैं। ब्रिक्स समिट 2024 से जुड़े अपडेट्स के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए

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