CM योगी ने खिचड़ी मेला तैयारियों के दिए निर्देश:सुरक्षा- सुविधा पर रहेगा फोकस, गोरखपुर के स्थानीय उत्पादों को प्रमोट करने की अपील

गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खिचड़ी मेला की तैयारियों को लेकर अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति पर गोरखनाथ मंदिर में आयोजित होने वाला विश्व प्रसिद्ध खिचड़ी मेला इस बार 14 जनवरी 2025 को होगा, और इस अवसर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाए। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि सभी आवश्यक कार्य 15 दिसंबर तक पूरा कर लिए जाएं। उन्होंने गोरखपुर महोत्सव की तिथि 11 से 13 जनवरी की बजाय 10 से 12 जनवरी रखने पर भी विचार करने का सुझाव दिया। सुरक्षा, सुविधा- पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए दिए निर्देश मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों से कहा कि खिचड़ी मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस बार पहले से अधिक हो सकती है, खासकर प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन को ध्यान में रखते हुए। इसलिए मेला स्थल पर सुरक्षा, सुविधा और व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने खिचड़ी मेला को ‘जीरो वेस्ट’ इवेंट बनाने के लिए नगर निगम को निर्देशित किया और यह सुनिश्चित करने की बात कही कि मेला का हर पहलू पर्यावरण के अनुकूल हो। सर्दी में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम सीएम योगी ने कहा कि मेला के दौरान शीतलहर का प्रभाव हो सकता है, इसलिए आमजन की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में अलाव जलाने की व्यवस्था की जाए। इससे श्रद्धालुओं को ठंड से राहत मिलेगी और वे सुरक्षित महसूस करेंगे। यातायात प्रबंधन और सुरक्षा पर जोर मुख्यमंत्री ने मेला के दौरान यातायात और सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की बात की। उन्होंने कहा कि मेला स्थल और आस-पास के क्षेत्रों में भीड़ नियंत्रण, पार्किंग और यातायात डायवर्जन की योजना पहले से तैयार की जाए। साथ ही, सुरक्षा के लिए पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती और सीसीटीवी निगरानी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने मंदिर मार्ग की सभी स्ट्रीट लाइट्स का परीक्षण करने और किसी भी तकनीकी खामी को समय रहते ठीक करने का निर्देश दिया। स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता गोरखपुर महोत्सव के दौरान 30 नवंबर को आयोजित होने वाले गीडा के स्थापना दिवस समारोह की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि इस समारोह में पूर्वी उत्तर प्रदेश के स्थानीय उत्पादों को विशेष मंच प्रदान किया जाए। उन्होंने बखिरा और पिपरौली के पीतल उत्पाद, खजनी के कम्बल जैसे स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि इन उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके। बैठक में शामिल अधिकारी इस महत्वपूर्ण बैठक में महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एडीजी जोन डॉ. केएस प्रताप, कमिश्नर अनिल ढींगरा, आईजी आनंद कुलकर्णी, जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल, जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन, गीडा की सीईओ अनुज मलिक और विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल थे।

Nov 24, 2024 - 22:30
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CM योगी ने खिचड़ी मेला तैयारियों के दिए निर्देश:सुरक्षा- सुविधा पर रहेगा फोकस, गोरखपुर के स्थानीय उत्पादों को प्रमोट करने की अपील
गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खिचड़ी मेला की तैयारियों को लेकर अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति पर गोरखनाथ मंदिर में आयोजित होने वाला विश्व प्रसिद्ध खिचड़ी मेला इस बार 14 जनवरी 2025 को होगा, और इस अवसर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाए। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि सभी आवश्यक कार्य 15 दिसंबर तक पूरा कर लिए जाएं। उन्होंने गोरखपुर महोत्सव की तिथि 11 से 13 जनवरी की बजाय 10 से 12 जनवरी रखने पर भी विचार करने का सुझाव दिया। सुरक्षा, सुविधा- पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए दिए निर्देश मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों से कहा कि खिचड़ी मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस बार पहले से अधिक हो सकती है, खासकर प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन को ध्यान में रखते हुए। इसलिए मेला स्थल पर सुरक्षा, सुविधा और व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने खिचड़ी मेला को ‘जीरो वेस्ट’ इवेंट बनाने के लिए नगर निगम को निर्देशित किया और यह सुनिश्चित करने की बात कही कि मेला का हर पहलू पर्यावरण के अनुकूल हो। सर्दी में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम सीएम योगी ने कहा कि मेला के दौरान शीतलहर का प्रभाव हो सकता है, इसलिए आमजन की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में अलाव जलाने की व्यवस्था की जाए। इससे श्रद्धालुओं को ठंड से राहत मिलेगी और वे सुरक्षित महसूस करेंगे। यातायात प्रबंधन और सुरक्षा पर जोर मुख्यमंत्री ने मेला के दौरान यातायात और सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की बात की। उन्होंने कहा कि मेला स्थल और आस-पास के क्षेत्रों में भीड़ नियंत्रण, पार्किंग और यातायात डायवर्जन की योजना पहले से तैयार की जाए। साथ ही, सुरक्षा के लिए पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती और सीसीटीवी निगरानी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने मंदिर मार्ग की सभी स्ट्रीट लाइट्स का परीक्षण करने और किसी भी तकनीकी खामी को समय रहते ठीक करने का निर्देश दिया। स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता गोरखपुर महोत्सव के दौरान 30 नवंबर को आयोजित होने वाले गीडा के स्थापना दिवस समारोह की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि इस समारोह में पूर्वी उत्तर प्रदेश के स्थानीय उत्पादों को विशेष मंच प्रदान किया जाए। उन्होंने बखिरा और पिपरौली के पीतल उत्पाद, खजनी के कम्बल जैसे स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि इन उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके। बैठक में शामिल अधिकारी इस महत्वपूर्ण बैठक में महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एडीजी जोन डॉ. केएस प्रताप, कमिश्नर अनिल ढींगरा, आईजी आनंद कुलकर्णी, जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल, जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन, गीडा की सीईओ अनुज मलिक और विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल थे।

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