HRTC की बसों पर नशे के विज्ञापन होंगे बंद:सब्जियों और दूध का नहीं लगेगा किराया, महिलाओं को छूट देने में खर्च होता है 50 लाख

हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्नहोत्री की अध्यक्षता में मंगलवार को शिमला में HRTC निदेशक मंडल की बैठक हुई। हिमाचल प्रदेश में अब HRTC की बसों में किसानों का सब्जियों व दूध का किराया नहीं लगेगा। मंगलवार को HRTC की निदेशक मंडल की बैठक में यह निर्णय हुआ है। लगेज पॉलिसी में होगा संशोधन डिप्टी सीएम व विभाग के मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बैठक के बाद प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज बैठक में कई निर्णय हुए है। मुकेश अग्नहोत्री ने कहा कि BOD (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर) ने निर्णय लिया है कि आज से HRTC की बसों में किसानों के सब्जी व दूध का कोई किराया नही लगेगा। उन्होंने कहा कि काफी समय से उन्हें इसको लेकर शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद उन्होंने आज बैठक में निर्णय किया है कि HRTC किसानों से सब्जी व दूध को मार्किट तक ले जाने के लिए कोई नही लेंगे। HRTC लगेज पॉलिसी में संशोधन करेगी। नशे के विज्ञापन नही लेंगे.? अग्नहोत्री ने कहा कि HRTC की BOD की बैठक में निर्णय हुआ है, HRTC अब अपनी बसों पर किसी भी तरह के गुटखा व शराब का विज्ञापन नही लगाएंगे। उन्होंने कहा कि यह समझौता उनके आने से पहले हुआ था। लेकिन उन्होंने निर्णय लिया है कि समाज मे कोई गलत संदेश ना जाएं। इसलिए उन्होंने निर्णय लिया है कि HRTC अब किसी भी तरह नशे के विज्ञापन नही लेगा। HRTC घाटे में क्यों है...? डिप्टी सीएम ने कहा कि अक्सर यह सवाल उठता है कि HRTC घाटे में क्यों है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे दो मुख्य वजह रियायती सफर व घाटे के रूट हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी प्रदेश है और दुर्गम क्षेत्रों में जहां कोई नहीं जाता, वहां HRTC लोगों को उनके घर पहुंचाती है। उन्होंने कहा कि HRTC रोज 5 लाख लोगों को लाती व छोड़ती है और 27 तरह की रियायतें लोगो को देती है। डिप्टी सीएम ने बताया कि अकेले महिलाओं को किराए में 50% छूट के लिए HRTC रोजाना 50 लाख रु खर्च कर रही है। लेकिन HRTC व्यवसायिक नही हिमाचल प्रदेश के लोगों की सेवा माध्यम है। HRTC ने 148 रूट निजी हाथों को सौंपे मुकेश अग्नहोत्री ने कहा कि HRTC ने जो रूट जो रूट सरेंडर किए थे, उनमें से प्रदेशभर में 148 रूट प्राइवेट को चले गए हैं। सामान्य रूट 29 में 23, 80 सीटर वाली बसों के 72 में से 38 व इसके अलावा अन्य 107 रूट में से 87 इस तरह कुल मिलाकर 148 रुट निजी आपरेटरों को अलॉट हो गए हैं। उन्होंने कहा कि HRTC बस तब तक रुट पर बस बन्द नहीं करेगी जब तक निजी ऑपरेटर वहां बस नही चला देता। ​​​​​​ ऊना, हमीरपुर में बनेंगे ATS सेंटर डिप्टी CM ने कहा कि HRTC ऊना और हमीरपुर में ऑटोमेटिक टेस्टिंग सेंटर बनाने जा रहा है। बसों की फिटनेस की वहां पर टेस्टिंग होगी। उन्होंने कहा कि ऊना में HRTC जबकि हमीरपुर में परिवहन विभाग ATS सेंटर स्थापित करेगा।

Nov 26, 2024 - 21:05
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HRTC की बसों पर नशे के विज्ञापन होंगे बंद:सब्जियों और दूध का नहीं लगेगा किराया, महिलाओं को छूट देने में खर्च होता है 50 लाख
हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्नहोत्री की अध्यक्षता में मंगलवार को शिमला में HRTC निदेशक मंडल की बैठक हुई। हिमाचल प्रदेश में अब HRTC की बसों में किसानों का सब्जियों व दूध का किराया नहीं लगेगा। मंगलवार को HRTC की निदेशक मंडल की बैठक में यह निर्णय हुआ है। लगेज पॉलिसी में होगा संशोधन डिप्टी सीएम व विभाग के मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बैठक के बाद प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज बैठक में कई निर्णय हुए है। मुकेश अग्नहोत्री ने कहा कि BOD (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर) ने निर्णय लिया है कि आज से HRTC की बसों में किसानों के सब्जी व दूध का कोई किराया नही लगेगा। उन्होंने कहा कि काफी समय से उन्हें इसको लेकर शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद उन्होंने आज बैठक में निर्णय किया है कि HRTC किसानों से सब्जी व दूध को मार्किट तक ले जाने के लिए कोई नही लेंगे। HRTC लगेज पॉलिसी में संशोधन करेगी। नशे के विज्ञापन नही लेंगे.? अग्नहोत्री ने कहा कि HRTC की BOD की बैठक में निर्णय हुआ है, HRTC अब अपनी बसों पर किसी भी तरह के गुटखा व शराब का विज्ञापन नही लगाएंगे। उन्होंने कहा कि यह समझौता उनके आने से पहले हुआ था। लेकिन उन्होंने निर्णय लिया है कि समाज मे कोई गलत संदेश ना जाएं। इसलिए उन्होंने निर्णय लिया है कि HRTC अब किसी भी तरह नशे के विज्ञापन नही लेगा। HRTC घाटे में क्यों है...? डिप्टी सीएम ने कहा कि अक्सर यह सवाल उठता है कि HRTC घाटे में क्यों है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे दो मुख्य वजह रियायती सफर व घाटे के रूट हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी प्रदेश है और दुर्गम क्षेत्रों में जहां कोई नहीं जाता, वहां HRTC लोगों को उनके घर पहुंचाती है। उन्होंने कहा कि HRTC रोज 5 लाख लोगों को लाती व छोड़ती है और 27 तरह की रियायतें लोगो को देती है। डिप्टी सीएम ने बताया कि अकेले महिलाओं को किराए में 50% छूट के लिए HRTC रोजाना 50 लाख रु खर्च कर रही है। लेकिन HRTC व्यवसायिक नही हिमाचल प्रदेश के लोगों की सेवा माध्यम है। HRTC ने 148 रूट निजी हाथों को सौंपे मुकेश अग्नहोत्री ने कहा कि HRTC ने जो रूट जो रूट सरेंडर किए थे, उनमें से प्रदेशभर में 148 रूट प्राइवेट को चले गए हैं। सामान्य रूट 29 में 23, 80 सीटर वाली बसों के 72 में से 38 व इसके अलावा अन्य 107 रूट में से 87 इस तरह कुल मिलाकर 148 रुट निजी आपरेटरों को अलॉट हो गए हैं। उन्होंने कहा कि HRTC बस तब तक रुट पर बस बन्द नहीं करेगी जब तक निजी ऑपरेटर वहां बस नही चला देता। ​​​​​​ ऊना, हमीरपुर में बनेंगे ATS सेंटर डिप्टी CM ने कहा कि HRTC ऊना और हमीरपुर में ऑटोमेटिक टेस्टिंग सेंटर बनाने जा रहा है। बसों की फिटनेस की वहां पर टेस्टिंग होगी। उन्होंने कहा कि ऊना में HRTC जबकि हमीरपुर में परिवहन विभाग ATS सेंटर स्थापित करेगा।

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