OpenAI का नया सर्च इंजन चैटजीपीटी सर्च लॉन्च:गूगल को टक्कर देगा नया फीचर, सटीक जानकारी ढूंढना आसान होगा
गूगल को टक्कर देने के लिए ओपनएआई (OpenAI) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल चैटजीपीटी (ChatGPT) में नया सर्च फीचर जोड़ा है। चैटजीपीटी सर्च नाम का यह नया फीचर GPT-4 पर बेस्ड है, जिसे सर्चजीपीटी (SearchGPT) जैसे कई प्रोटोटाइप के बाद पेश किया गया है। सर्च को मैन्युअल रूप से चैटबोट पर इस्तेमाल किया जा सकता है, साथ ही इसे वेब सर्च आइकन से शुरू किया जा सकता है। इसमें न्यूज और ब्लॉग के लिंक शामिल हैं। इसके अलावा 'सोर्स' बटन से रिफ्रेंसेस की पूरी लिस्ट मिलती है, जिससे इन्फॉर्मेशन वेरफाई करने में मदद मिलेगी। ओपनएआई के CEO सैम ऑल्टमैन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी पोस्ट में कहा, यूजर्स को बेहतर सर्च रिजल्ट के लिए क्रोम एक्सटेंशन को इंस्टॉल करके ChatGPT प्लस का उपयोग करना चाहिए। यूजर्स आसानी से अपने डेस्कटॉप पर ChatGPT प्लस का क्रोम एक्सटेंशन इंस्टॉल कर सकते हैं। सटीक जानकारी ढूंढ़ना आसान होगा टेक कंपनी का दावा है कि इससे सटीक जानकारी ढूढ़ना आसान हो जाएगा। ओपनएआई ने चैटजीपीटी सर्च में मौसम, स्टॉक, खेल, समाचार और मैप के लिए नए विजुअल डिजाइन जोड़े हैं। जैसे न्यूयॉर्क के मौसम पर सर्च करने पर सप्ताहभर का मौसम इंटरैक्टिव रूप में दिखता है। ओपनएआई, बिंग जैसे थर्ड-पार्टी सर्विस प्रोवाइडर के साथ कई तरह की सर्च क्वेरी शेयर करता है, जिससे यह सही जवाब दे सके। सटीकता बढ़ाने के लिए यूजर्स के IP एड्रेस भी शेयर किए जाते हैं। ये ChatGPT के सर्च एक्सपीरियंस को और बेहतर बनाते हैं। अभी चैटजीपीटी प्लस और टीम यूजर्स के लिए अवेलेबल चैटजीपीटी सर्च को सबसे पहले चैटजीपीटी प्लस और टीम यूजर्स इस्तेमाल कर सकेंगे। आने वाले हफ्तों में एंटरप्राइज, Edu यूजर्स को इसका एक्सेस मिल जाएगा। इसके बाद कुछ महीनों में फ्री यूजर्स भी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। चैटजीपटी सर्च वेबसाइट, मोबाइल और डेस्कटॉप ऐप पर अवेलेबल है। ओपनएआई भविष्य में वॉयस मोड और लॉग-आउट यूजर्स के लिए भी इसे लाने की योजना बना रही है, जिसका उद्देश्य शॉपिंग और यात्रा जैसे क्षेत्रों में खोज अनुभव को o-1 रीजनिंग मॉडल से बेहतर बनाना है। 2022 में ChatGPT को पब्लिकली अनवील किया था OpenAI ने नवंबर 2022 में दुनिया के लिए ChatGPT अनवील किया था। इस AI टूल ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की है। म्यूजिक और पोएट्री लिखने से लेकर निबंध लिखने तक, ChatGPT बहुत सारे काम कर सकता है। यह एक कन्वर्सेशनल AI है। एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो आपको इंसानों की तरह जवाब देता है। OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट जैसी बिग टेक कंपनी ने 13 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश कर रखा है। कंपनी ने अपने सर्च इंजन ‘बिंग’ में भी ChatGPT को इंटीग्रेट किया है। कई कंपनियां भी ChatGPT का इस्तेमाल करने के लिए आतुर हैं। ऐसे में AI बेस्ड इस चैटबॉट का इस्तेमाल आने वाले दिनों में कहीं ज्यादा फैलने की उम्मीद है। आलोचकों का कहना है कि AI का बढ़ता इस्तेमाल लोगों के लिए मुश्किलें पैदा करेगा। नौकरियां खत्म होंगी, लोगों की इस पर निर्भरता बढ़ती जाएगी और शायद एक दिन ऐसा भी आए कि इंसान सोचने का काम पूरी तरह AI पर छोड़ दे। सैम ऑल्टमैन इस खतरे को नकारते नहीं हैं। हालांकि, वो कहते हैं कि इंसानी दिमाग की जरूरत ही न पड़े ऐसी दुनिया की कल्पना मुश्किल है। जीपीटी-4ओ इंसानों के जैसे इमोशन के साथ जवाब देता है दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल ChatGPT अब इंसानों की तरह इमोशन के साथ बात कर सकेगा। चैटजीपीटी का नया वर्जन जीपीटी-4ओ रैपिड फायर मोड में नैचुरल आवाज में बातचीत करने में सक्षम है। इसके साथ ही यह यूजर के भावनात्मक इशारों को समझकर उसी अंदाज में जवाब देगा। 2022 के अंत में लॉन्च होने के बाद से OpenAI का चैटजीपीटी लगातार अपग्रेड हो रहा है। अब कंपनी ने अपना लेटेस्ट लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) जीपीटी-4ओ पेश किया है। पूरी खबर यहां पढ़ें
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