UTTARAKHAND: चमोली में बादल फटने से भारी तबाही, 10 लोग लापता!
चमोली, उत्तराखंड: चमोली जिले के नंदानगर तहसील में बुधवार रात को बादल फटने के बाद भारी तबाही हुई है. इस हादसे में अब तक 10 लोगों के लापता होने की खबर है, जिनमें एक पूरा परिवार भी शामिल है. लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी है. यहां देखें वीडियो: https://www.facebook.com/share/v/1CGxCNaH1f/ …

चमोली में बादल फटने से तबाही, 10 लोग लापता
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कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड के चमोली जिले में बादल फटने के कारण हुई भारी तबाही में अब तक 10 लोग लापता हैं, जिनमें एक पूरा परिवार भी शामिल है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
चमोली, उत्तराखंड: बुधवार रात को चमोली जिले के नंदानगर तहसील में बादल फटने से गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस अप्रत्याशित प्राकृतिक आपदा के चलते 10 लोगों के लापता होने की सूचना मिली है, जहाँ एक पूरा परिवार भी शामिल है। लापता लोगों के लिए राहत कार्य बड़े पैमाने पर चलाया जा रहा है, और नागरिक प्रशासन ने स्थिति को गंभीर बताते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है। यहां देखें वीडियो
कुंतरी लगाफाली में मलबे के नीचे दबे लोग
इस त्रासदी का सबसे अधिक असर ग्राम कुंतरी लगाफाली में पड़ा है, जहाँ मलबे में दबने से आठ लोग लापता हो गए हैं। लापता व्यक्तियों में कुंवर सिंह (42), उनकी पत्नी कांता देवी (38), और उनके 10 साल के जुड़वां बेटे विकास और विशाल का परिवार शामिल है। इसके अलावा, नरेंद्र सिंह (40), जगदम्बा प्रसाद (70), भागा देवी (65) और देवेश्वरी देवी (65) भी मलबे में दब गए हैं।
धुरमा में दहशत का माहौल
ग्राम धुरमा में भी डर का वातावरण बना हुआ है, जहाँ गुमान सिंह (75) और ममता देवी (38) के लापता होने की जानकारी मिली है। यह स्थिति न केवल स्थानीय निवासियों के लिए बल्कि प्रशासन के लिए भी चुनौतीपूर्ण बन गई है।
रेस्क्यू ऑपरेशन की स्थिति
घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुँचीं और मलबे में दबे हुए लोगों की तलाश के लिए अभियान शुरू कर दिया गया। स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी चौकसी के साथ चल रहा है, और व्यावसायिक एवं निजी संसाधनों को सक्रिय किया गया है ताकि प्रभावित लोगों को समय पर मदद मिल सके। संचालन में तेजी लाने के लिए स्थानीय निवासियों एवं स्वयंसेवकों की मदद भी ली गई है।
भविष्य की आशंकाएँ
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में भी क्षेत्र में बारिश की संभावना है, जिससे स्थिति और भी खराब हो सकती है। ऐसे में प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए प्रेरित किया है।
इस डरावनी घटना ने स्थानीय निवासियों के दिलों में दहशत फैला दी है। लोग अपनों की सलामती की दुआ कर रहे हैं, और सरकार से जल्द से जल्द सहायता की अपील कर रहे हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, अधिकृत सूत्रों का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन को स्थायी रूप से जारी रखा जाएगा, और जरूरत पड़ने पर शहर में और अधिक सहायता भेजी जाएगी।
इस त्रासदी के चलते, उत्तराखंड में इससे पहले भी कई प्राकृतिक आपदाएँ देखी गई हैं जो लोगों को प्रभावित कर चुकी हैं। लेकिन इस बार की घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है। आओ हम सब मिलकर इस मुश्किल समय में प्रभावित परिवारों को सहायता करें।
समापन: प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों के ठोस कदमों से प्रभावित लोगों को राहत मिलेगी, ऐसा आशा है। हम सभी की प्रार्थनाएँ उन लापता व्यक्तियों के साथ हैं कि वे जल्द ही सुरक्षित रूप से वापस लौटें।
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सादर,
टीम इंडिया टुडे
नीतिका शर्मा
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