अमेरिकी मीडिया का दावा- ट्रम्प ने पुतिन से बात की:यूक्रेन में जंग न बढ़ाने को कहा; रूस बोला- कोई बातचीत नहीं हुई
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने रूसी प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन से पहली बार बातचीत की है। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच 7 नवंबर को फोन पर बात हुई थी, जिसकी जानकारी अब सामने आई है। इस मामले से परिचित लोगों ने बताया कि दोनों नेताओं ने यूक्रेन में शांति कायम करने को लेकर बातचीत की। ट्रम्प ने पुतिन को यूक्रेन जंग को और आगे न बढ़ाने की सलाह दी और उन्हें यूरोप में अमेरिकी सेना की मौजूदगी की भी याद दिलाई। रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन ने ट्रम्प को चुनावी जीत पर बधाई दी और कहा कि रूस, अमेरिका से बातचीत के लिए तैयार है। इस दौरान दोनों नेताओं ने यूरोप में शांति कायम रखने पर भी चर्चा की। हालांकि, न तो अमेरिका और न ही रूस ने इसकी पुष्टि की है। इसी बीच रूस ने दोनों नेताओं के बीच बातचीत से साफ इनकार किया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि अमेरिकी मीडिया में चल रही रिपोर्ट्स गलत हैं। दोनों नेताओं के बीच कोई बात नहीं हुई। 70 देशों के नेताओं से बातचीत कर चुके हैं ट्रम्प, नेतन्याहू से 3 बार बात की इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 10 नवंबर को कहा कि ट्रम्प के चुनाव जीतने के बाद से वे उनसे 3 बार बातचीत कर चुके हैं। दोनों की बातचीत इजराइल और अमेरिका के बीच साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हुई। ट्रम्प भी ईरान को एक बड़ा खतरा मानते हैं। इससे पहले ट्रम्प ने गुरुवार को NBC न्यूज से बातचीत में कहा था कि चुनाव में जीत मिलने के बाद से वे 70 देशों के नेताओं से बात कर चुके हैं। इसमें यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की भी शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प और पुतिन की बातचीत की जानकारी यूक्रेनी अधिकारियों को भी दी गई है। ट्रम्प के कम्युनिकेशन डायरेक्टर स्टीवन चेउंग ने एक ईमेल में कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। दुनियाभर के नेता जानते हैं कि ट्रम्प फिर से अमेरिका को ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। यही वजह है कि उन्होंने ट्रम्प के साथ मजबूत संबंध बनाने के लिए उनसे बातचीत शुरू कर दी है। दुनियाभर के नेताओं से निजी तौर पर बातचीत कर रहे ट्रम्प रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प दुनियाभर के नेताओं से निजी स्तर पर बातचीत कर रहे हैं। वे विदेश मंत्रालय या फिर अमेरिकी सरकार की मदद से किसी से बात नहीं कर रहे। दरअसल, ट्रम्प ने अभी तक जनरल सर्विसेज एडमिनिस्ट्रेशन के साथ समझौते पर दस्तखत नहीं किया है। राष्ट्रपति बनने के बाद यह एक जरूरी प्रक्रिया है। दरअसल, पहले कार्यकाल के दौरान ट्रम्प की कई कॉल लीक हो गई थीं। इसके बाद से ट्रम्प सरकारी अधिकारियों पर बहुत कम भरोसा कर रहे हैं। पुतिन ने जीत के दो दिन बाद ट्रम्प को दी थी बधाई 5 नवंबर को ट्रम्प की जीत के 2 दिन बाद पुतिन ने उन्हें बधाई दी थी। रूसी राष्ट्रपति ने ट्रम्प को 'साहसी व्यक्ति' बताया था और कहा था कि अपने पहले कार्यकाल में उन्हें 'हर तरफ से परेशान' किया गया। पुतिन ने ट्रम्प पर हुए हमले का भी जिक्र किया था। उन्होंने कहा- ट्रम्प ने गोली लगने के बाद खुद को संभाला। यह बहुत साहसी तरीका था। उन्होंने 'मर्द' की तरह व्यवहार किया। ट्रम्प और जेलेंस्की के बीच बातचीत में मस्क भी शामिल ट्रम्प ने 6 नवंबर को जेंलेंस्की से भी बातचीत की थी। यह बातचीत 25 मिनट तक चली। इस दौरान ट्रम्प ने जेलेंस्की को भरोसा दिलाया कि वे रूस से चल रही जंग में उनकी मदद करेंगे। ट्रम्प ने जेलेंस्की से कहा कि वे डिप्लोमेसी को एक और मौका देना चाहते हैं। मैं वादा करता हूं कि आप मुझसे निराश नहीं होंगे। इस बातचीत के बाद ट्रम्प ने मस्क को फोन थमा दिया। मस्क की जेलेंस्की से बातचीत हुई। जेलेंस्की ने यूक्रेन को इंटरनेट मुहैया कराने के लिए मस्क का धन्यवाद दिया। मस्क ने कहा कि वे अपने स्टारलिंक सैटेलाइट से यूक्रेन की मदद करते रहेंगे। 2022 में जंग शुरू होने के बाद रूस ने यूक्रेन में कम्युनिकेशन नेटवर्क को बर्बाद कर दिया था। इसके बाद से मस्क का स्टारलिंक सिस्टम यूक्रेन में इंटरनेट मुहैया करा रहा है। ........................................ अमेरिका-रूस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... ट्रम्प ने कहा था-24 घंटे में यूक्रेन जंग रुकवा दूंगा:रूस बोला- ये संभव नहीं, पश्चिमी देश चाहते हैं हम लड़ते रहे संयुक्त राष्ट्र (UN) में रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया ने कहा कि ट्रम्प 24 घंटे में यूक्रेन जंग खत्म नहीं कर सकते हैं। इससे पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रेसिडेंशियल डिबेट में कहा था था कि अगर वे राष्ट्रपति बने तो ऐसा कर सकते हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें...
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