आपसी मतभेद भुलाकर साथ रहने को राजी हुए 5 जोड़े:परिवार परामर्श केंद्र ने कार्रवाई सुलह, सीतापुर पुलिस लाइन से विदाई
अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने वाली सीतापुर पुलिस इस बार एक नई वजह से चर्चा में है। महिला थाना पुलिस की परिवार परामर्श केंद्र टीम ने घरेलू हिंसा के मामलों में ऐसा काम कर दिखाया, जिससे परिवार टूटने के बजाय फिर से जुड़ गए। पुलिस ने पति-पत्नी के बीच आपसी मतभेद दूर कर 5 शादीशुदा जोड़ों को एक साथ रहने के लिए राजी कर लिया। यह अनूठी पहल जिलेभर में सुर्खियां बटोर रही है। काउंसलिंग से बनी बात, पुलिस ने दी भावुक विदाई जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से आई महिलाओं ने घरेलू हिंसा के मामलों में पतियों के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई थीं। इन मामलों को सुलझाने के लिए परिवार परामर्श केंद्र में सुनवाई हुई। प्रभारी परिवार परामर्श केंद्र मधु यादव और काउंसलर विकास वर्मा की टीम ने बड़ी सूझबूझ से पति-पत्नी को समझाया और उन्हें एक साथ रहने के लिए प्रेरित किया। इस काउंसलिंग का असर इतना सकारात्मक रहा कि सभी पांच जोड़े फिर से एक हो गए। परामर्श सत्र के बाद, सभागार पुलिस लाइन में इन 5 जोड़ों को भावुक विदाई दी गई। काउंसलिंग टीम की मेहनत से रिश्तों में आई खटास मिठास में बदल गई। विदाई के इस अवसर पर कई लोगों की आंखें नम हो गईं। कौन-कौन हुए एक साथ? काउंसलिंग से एक हुए इन जोड़ों में तरन्नुम बानो और उनके पति (ग्राम सायपुर साण्डा, थाना बिसवां), राधा देवी और उनके पति (बढतावरपुर, थाना मानपुर), उर्मिला देवी और उनके पति (बस्तीपुरवा, थाना लहरपुर), प्रेमा देवी और उनके पति (नईबस्ती, थाना मछरेहटा), और सीता व उनके पति (मोहकमगंज, थाना तालगांव) शामिल हैं। सभी ने आपसी मतभेद भुलाकर साथ रहने का वादा किया। परिवार परामर्श केंद्र की इस सफलता के पीछे प्रभारी मधु यादव, काउंसलर विकास वर्मा, मांडवी मिश्रा और अन्य पुलिसकर्मियों का विशेष योगदान रहा। टीम ने यह सुनिश्चित किया कि मामले का हल निकले और परिवार टूटने से बच जाए। पुलिस की यह पहल समाज में एक सकारात्मक संदेश दे रही है।
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