इटावा में युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर की आत्महत्या:सुसाइड नोट में लिखा-सॉरी पिताजी मुझे माफ करना, आप हमेशा खुश रहना
इटावा के भरथना में परिजनों के तानों से परेशान युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। युवक ने छोटी डायरी के पन्नों पर सुसाइड नोट लिखा था। हालांकि सुसाइड में युवक ने आत्महत्या का जिम्मेदार किसी को नहीं ठहराया है। ना ही किसी परिवार ने पुलिस को कोई शिकायत दर्ज करवाई है। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। भाई और मां का ख्याल रखना वहीं सुसाइड नोट में लिखा-"सॉरी पिताजी मैं आपके लिए कुछ नहीं कर पाया, मुझे माफ करना। आप हमेशा खुश रहना। क्योंकि आपका छोटा बेटा गलत था ना। इसलिए आप हमेशा परेशान थे। मैं जा रहा हूं। दुनिया छोड़कर। मेरे भाई आशीष यादव और मां का ख्याल रखना। मेरी जेब में कुछ पैसे है। यह बात एक छोटी पॉकेट डायरी में लिखकर सुसाइड की।" बता दें बीते सोमवार को बकेवर क्षेत्र के ग्राम धर्मशाला मौजा इकनौर निवासी आलोक यादव ने दिल्ली हावड़ा डाउन लाइन पर जा रही ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर लिया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे कस्बा चौकी प्रभारी और पुलिस बल जांच पड़ताल के बाद युवक के पास से मिली डायरी से उसकी शिनाख्त हुई। घटना की जानकारी परिजनों को दी गई। वहीं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। डायरी में मोबाइल नंबर व पासवर्ड लिखा घटना की जानकारी मिलते ही युवक के मामा का लड़का मनीष मौके पर पहुंच गया। उसने युवक की पहचान आलोक यादव के रूप में की। परिजनों की माने तो युवक घर से कब निकला। किसी को पता नहीं था। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी ने शव को अपने कब्जे में लिया। उन्होंने बताया कि मृतक युवक के पास से मिली डायरी में मोबाइल नंबरों पर संपर्क कर परिजनों को सूचना दी गई है। युवक ने मरने से पहले डायरी में अपना मोबाइल नंबर व उसका पासवर्ड लिख रखा था। पिता-पुत्र में हो गई थी अनबन युवक के नाना ने बताया कि घर में किसी बात को लेकर पिता-पुत्र में अनबन हो गई थी। जिसके बाद आलोक नाराज होकर ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। किस कारण के चलते उसमें आत्महत्या की यह बात हम लोगों को जानकारी नहीं है, कि आखिर उसने ऐसा कदम क्यों उठाया।
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