उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस समारोह आयोजित:लखनऊ के गोमती नगर में महापरिषद भवन में जुटे लोग
पर्वतीय महापरिषद लखनऊ द्वारा उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर समारोह आयोजित किया गया।गोमती नगर स्थित पर्वतीय महापरिषद भवन में 'उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारियों' के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि महापौर सुषमा खर्कवाल रहीं। इस अवसर पर राज्य आन्दोलनकारियों के साहस, संघर्ष और समर्पण की सराहना की। महापरिषद के अध्यक्ष गणेश चन्द्र जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड का निर्माण आन्दोलनकारियों के संघर्ष का परिणाम है। महासचिव महेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि लखनऊ के उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारियों के सम्मान हेतु लंबे समय से मांग की जा रही थी ताकि आने वाली पीढ़ी इनके बलिदान से प्रेरणा ले सके। मुख्य संयोजक टीएस मनराल, संयोजक केएन चंदोला और संरक्षक भवान सिंह रावत ने आन्दोलनकारियों के बलिदान की सराहना की। इस बात पर दुख व्यक्त किया कि राज्य बनने के बाद भी आन्दोलनकारियों को अपेक्षित सम्मान नहीं मिल पाया। इस अवसर पर ललित सिंह पोखरिया, नरेन्द्र सिंह देवड़ी, और जगदीश जोशी समेत अनेक वक्ताओं ने उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन के विषय में अपने विचार साझा किए। राज्य आन्दोलनकारी घनान्द पाण्डेय मेघ ने कविता पाठ भी किया।सम्मान समारोह में प्रमुख राज्य आन्दोलनकारी जैसे सुषमा खर्कवाल, डीडी नरियाल, भवान सिंह रावत, एपी अमोली, बीएस नेगी, नरेन्द्र सिंह देवड़ी, पीताम्बर भट्ट, दीवान सिंह रावल, रमेश चन्द्र पाण्डेय, प्रो. आरसी पन्त, कैलाश उपाध्याय, विक्रम सिंह बिष्ट और अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं। इसमें हेमा देवी वाँणगी के दल ने पारंपरिक गीत "खेला झुमैलो" और "बाटा गाड़ा धाना बोया हो रतन दा" प्रस्तुत किया, वहीं गोमती नगर के गोविन्द सिंह बोरा के दल ने उत्तराखण्ड प्रेरणा गीत गाए और तेलीबाग के दल ने समूह नृत्य प्रस्तुत किया।
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