उन्नाव में तीन फर्मों पर केस:अवैध वाहन अड्डों के संचालन पर कार्रवाई, लोगों को जाम से होती है परेशानी

अवैध स्थलों से चल रहे वाहन अड्डों के संचालन से उत्पन्न जाम की समस्या को हल करने के लिए सदर कोतवाल प्रमोद कुमार मिश्र ने तीन फर्मों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इस कार्रवाई के पीछे जनप्रतिनिधियों के बीच वसूली को लेकर चल रही खींचतान भी मानी जा रही है। कोतवाल प्रमोद कुमार मिश्र ने अपने फोर्स के साथ शहर में संचालित वाहन अड्डों की जांच की। इस दौरान जनता ने बताया कि पालिका ने कुल सात पड़ाव अड्डे बनाए हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश जगहों से बस, जीप, टेम्पो और ई-रिक्शा का संचालन नहीं हो रहा है। इसके बजाय अन्य स्थलों से वाहनों का संचालन किया जा रहा है, जिससे जाम की समस्या बढ़ रही है। पुलिस ने विभिन्न स्थलों का भ्रमण किया, जिनमें सरकारी शीतगृह की भूमि, रामा गेस्ट हाउस के पीछे, चांदमारी, गदनखेड़ा और छतुरिया कुंआ तिराहा शामिल हैं। जांच में पाया गया कि इन अड्डों पर कोई भी कर्मी नहीं था और वाहनों का संचालन नहीं हो रहा था। निविदा होने तक दी गई थी अनुमति इस मामले में 31 अगस्त को पालिका के ईओ द्वारा जारी निर्देश के तहत ई-निविदा प्रक्रिया पूरी होने तक सभी अड्डों पर निर्धारित नियमों के अनुसार वसूली की अनुमति दी गई थी। लेकिन जांच में यह स्पष्ट हुआ कि फर्में नियमों का पालन नहीं कर रही थीं, जिसके चलते कोतवाली पुलिस ने मेसर्स पुष्पा कंस्ट्रक्शन, मेसर्स अनवी कंस्ट्रक्शन और मेसर्स बालाजी कंस्ट्रक्शन के खिलाफ कार्रवाई की। वसूली को लेकर तनातनी सूत्रों के अनुसार, लंबे समय से वाहन अड्डों की नीलामी प्रक्रिया नहीं हो पा रही है, जिसके कारण कई जनप्रतिनिधियों और फर्मों के बीच वसूली को लेकर तनाव उत्पन्न हो गया है। अड्डों से होने वाली लाखों रुपये की वसूली का हिस्सा जनप्रतिनिधियों तक नहीं पहुंच रहा है, जिससे मामला अब पुलिस कार्रवाई तक पहुंच गया है।

Oct 24, 2024 - 13:35
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उन्नाव में तीन फर्मों पर केस:अवैध वाहन अड्डों के संचालन पर कार्रवाई, लोगों को जाम से होती है परेशानी
अवैध स्थलों से चल रहे वाहन अड्डों के संचालन से उत्पन्न जाम की समस्या को हल करने के लिए सदर कोतवाल प्रमोद कुमार मिश्र ने तीन फर्मों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इस कार्रवाई के पीछे जनप्रतिनिधियों के बीच वसूली को लेकर चल रही खींचतान भी मानी जा रही है। कोतवाल प्रमोद कुमार मिश्र ने अपने फोर्स के साथ शहर में संचालित वाहन अड्डों की जांच की। इस दौरान जनता ने बताया कि पालिका ने कुल सात पड़ाव अड्डे बनाए हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश जगहों से बस, जीप, टेम्पो और ई-रिक्शा का संचालन नहीं हो रहा है। इसके बजाय अन्य स्थलों से वाहनों का संचालन किया जा रहा है, जिससे जाम की समस्या बढ़ रही है। पुलिस ने विभिन्न स्थलों का भ्रमण किया, जिनमें सरकारी शीतगृह की भूमि, रामा गेस्ट हाउस के पीछे, चांदमारी, गदनखेड़ा और छतुरिया कुंआ तिराहा शामिल हैं। जांच में पाया गया कि इन अड्डों पर कोई भी कर्मी नहीं था और वाहनों का संचालन नहीं हो रहा था। निविदा होने तक दी गई थी अनुमति इस मामले में 31 अगस्त को पालिका के ईओ द्वारा जारी निर्देश के तहत ई-निविदा प्रक्रिया पूरी होने तक सभी अड्डों पर निर्धारित नियमों के अनुसार वसूली की अनुमति दी गई थी। लेकिन जांच में यह स्पष्ट हुआ कि फर्में नियमों का पालन नहीं कर रही थीं, जिसके चलते कोतवाली पुलिस ने मेसर्स पुष्पा कंस्ट्रक्शन, मेसर्स अनवी कंस्ट्रक्शन और मेसर्स बालाजी कंस्ट्रक्शन के खिलाफ कार्रवाई की। वसूली को लेकर तनातनी सूत्रों के अनुसार, लंबे समय से वाहन अड्डों की नीलामी प्रक्रिया नहीं हो पा रही है, जिसके कारण कई जनप्रतिनिधियों और फर्मों के बीच वसूली को लेकर तनाव उत्पन्न हो गया है। अड्डों से होने वाली लाखों रुपये की वसूली का हिस्सा जनप्रतिनिधियों तक नहीं पहुंच रहा है, जिससे मामला अब पुलिस कार्रवाई तक पहुंच गया है।

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