उप स्वास्थ्य केंद्र पर लटका ताला, ग्रामीणों का हंगामा:झोलाछापों से इलाज करने को मजबूर हुए कई गांवों के ग्रामीण

आगरा के पिनाहट ब्लॉक में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात कर्मचारियों की मनमानी चल रही है। जिससे इलाज कराने आए ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। मामला बुधवार सुबह का है। बीमारी से परेशान ग्रामीण इलाज कराने के लिए पिनाहट ब्लॉक क्षेत्र के गांव सेहा उप स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे थे। उपकेंद्र पर ताला लटका हुआ था। ये देख ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र के बाहर नारेबाजी करते हुए हंगामा कर दिया। सेहा गांव के रहने वाले नेम सिंह ने बताया कि उन्हें तीन से बुखार आ रहा है। वह रोजाना स्वास्थ्य केंद्र पर दवा लेने की उम्मीद से आते हैं लेकिन उन्हें यहां ताला लटका हुआ मिलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव का स्वास्थ्य केंद्र तीन दिन से बंद है। न तो यहां डॉक्टर बैठ रहे हैं। ना ही कर्मचारी आ रहे हैं। बीमार लोग बेहद परेशान हैं। कई गांवों को स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए खोला गया था उप स्वास्थ्य केंद्र पहले पिनाहट गांव के लोगों को इलाज कराने के लिए या तो 15 किलोमीटर दूर फतेहाबाद स्वास्थ्य केंद्र पर जाना पड़ता था। या फिर मजबूरीवश उन्हें झोलाछाप से इलाज कराना पड़ता था। गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हुआ तो ग्रामीणों को लगा कि उनकी परेशानी अब खत्म हो जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही की वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इलाज के लिए नहीं आते डॉक्टर इलाज कराने पहुंची मीना देवी ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर खुलकर मनमानी चल रही है। उन्होंने बताया कि डॉक्टर रोजाना नहीं आते हैं। कभी कभार ही डॉक्टर समय से अपने कार्यालय में बैठते हैं। परेशान होकर लोगों को इलाज के लिए गांव से दूर जाना पड़ता है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से मामले पर संज्ञान लेने की मांग की है। गांव-गांव लोग बीमार नहीं मिल पा रहा उपचार इन दिनों गांव गांव में लोग वायरल संक्रमण का शिकार हैं लेकिन उप स्वास्थ्य केंद्र में ताला लटका होने की वजह से उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं का भारी अभाव है। इन हालातों से उन गरीब परिवारों को सबसे ज्यादा दिक्कत उठानी पड़ रही है। जिनके पास निजी चिकित्सकों से इलाज कराने के लिए फीस के रुपये नहीं है। देखना होगा हालातों में कब तक सुधार हो पाता है।

Nov 6, 2024 - 13:50
 50  501.8k
उप स्वास्थ्य केंद्र पर लटका ताला, ग्रामीणों का हंगामा:झोलाछापों से इलाज करने को मजबूर हुए कई गांवों के ग्रामीण
आगरा के पिनाहट ब्लॉक में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात कर्मचारियों की मनमानी चल रही है। जिससे इलाज कराने आए ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। मामला बुधवार सुबह का है। बीमारी से परेशान ग्रामीण इलाज कराने के लिए पिनाहट ब्लॉक क्षेत्र के गांव सेहा उप स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे थे। उपकेंद्र पर ताला लटका हुआ था। ये देख ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र के बाहर नारेबाजी करते हुए हंगामा कर दिया। सेहा गांव के रहने वाले नेम सिंह ने बताया कि उन्हें तीन से बुखार आ रहा है। वह रोजाना स्वास्थ्य केंद्र पर दवा लेने की उम्मीद से आते हैं लेकिन उन्हें यहां ताला लटका हुआ मिलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव का स्वास्थ्य केंद्र तीन दिन से बंद है। न तो यहां डॉक्टर बैठ रहे हैं। ना ही कर्मचारी आ रहे हैं। बीमार लोग बेहद परेशान हैं। कई गांवों को स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए खोला गया था उप स्वास्थ्य केंद्र पहले पिनाहट गांव के लोगों को इलाज कराने के लिए या तो 15 किलोमीटर दूर फतेहाबाद स्वास्थ्य केंद्र पर जाना पड़ता था। या फिर मजबूरीवश उन्हें झोलाछाप से इलाज कराना पड़ता था। गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हुआ तो ग्रामीणों को लगा कि उनकी परेशानी अब खत्म हो जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही की वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इलाज के लिए नहीं आते डॉक्टर इलाज कराने पहुंची मीना देवी ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर खुलकर मनमानी चल रही है। उन्होंने बताया कि डॉक्टर रोजाना नहीं आते हैं। कभी कभार ही डॉक्टर समय से अपने कार्यालय में बैठते हैं। परेशान होकर लोगों को इलाज के लिए गांव से दूर जाना पड़ता है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से मामले पर संज्ञान लेने की मांग की है। गांव-गांव लोग बीमार नहीं मिल पा रहा उपचार इन दिनों गांव गांव में लोग वायरल संक्रमण का शिकार हैं लेकिन उप स्वास्थ्य केंद्र में ताला लटका होने की वजह से उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं का भारी अभाव है। इन हालातों से उन गरीब परिवारों को सबसे ज्यादा दिक्कत उठानी पड़ रही है। जिनके पास निजी चिकित्सकों से इलाज कराने के लिए फीस के रुपये नहीं है। देखना होगा हालातों में कब तक सुधार हो पाता है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow