एमपी भेजी जा रही 110 बोरी यूरिया जब्त:ललितपुर में दो पर FIR दर्ज, ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त
ललितपुर में किसानों को खाद की कमी झेलनी पड़ रही है, जबकि कुछ दुकानदार और कालाबाजारी करने वाले मध्यप्रदेश में खाद की तस्करी में जुटे हुए हैं। कृषि विभाग और बालाबेहट पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यूपी-एमपी बॉर्डर पर 110 बोरी यूरिया से लदा ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़ा गया। आरोपियों पर कूटरचित तरीके से खाद खरीदने और तस्करी करने का आरोप है। कैसे पकड़ी गई तस्करी? थानाध्यक्ष बालाबेहट, अजीत सिंह, बॉर्डर पर चेकिंग कर रहे थे, जब उन्होंने एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोककर जांच की। ट्रॉली में 110 बोरी कृभको यूरिया लदी हुई थी। तुरंत कृषि विभाग के अधिकारी राजीव कुमार भारती को सूचित किया गया, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर जांच की। फर्जी तरीके से खरीदी गई थी यूरिया जांच में पाया गया कि मध्यप्रदेश के सागर जिले के आगासौदा निवासी सचेन्द्र जैन और ट्रैक्टर चालक नीरज कुशवाहा ने यह यूरिया ललितपुर के मे. पटेल इंटरप्राइजेज से ₹340 प्रति बोरी की दर पर बिना आधार कार्ड और जोत-बही के खरीदी थी। ट्रैक्टर-ट्रॉली में यूरिया से संबंधित किसी प्रकार के दस्तावेज या पीओएस मशीन की रसीद मौजूद नहीं थी। एफआईआर दर्ज, ट्रैक्टर जब्त अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यूरिया को कूटरचित तरीके से खरीदकर अंतर्राज्यीय सीमा पार मध्यप्रदेश ले जाया जा रहा था। ट्रैक्टर मालिक, चालक और विक्रेता के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर आरोपी सचेन्द्र जैन और नीरज कुशवाहा पर एफआईआर दर्ज कर ली है। किसानों के लिए बड़ा झटका, कालाबाजारी पर सवाल इस घटना ने यूरिया की कालाबाजारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर किसान खाद के लिए परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर तस्करी जैसे मामले सामने आ रहे हैं। कृषि विभाग ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है।
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