एयरटेल को दूसरी तिमाही में ₹3,593 करोड़ का मुनाफा:सालाना आधार पर यह 168% बढ़ा, ऑपरेशनल रेवेन्यू ₹41,473 करोड़ रहा; इस साल 80% चढ़ा शेयर

टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल को वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 3,593 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 168% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 1,340 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। जुलाई-सितंबर तिमाही में भारती एयरटेल का कॉसॉलिडेटेड ऑपरेशनल रेवेन्यू सालाना आधार पर 12% बढ़कर 41,473 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 37,043 करोड़ रुपए रहा था। क्या होता है स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड? कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है। इस साल 80% चढ़ा एयरटेल का शेयर एयरटेल का शेयर आज 0.057% गिरावट के साथ 1,665 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी के शेयर ने 6 महीने में 24.96% और एक साल में 80% का रिटर्न दिया है। एयरटेल का शेयर इस साल यानी 1 जनवरी 2024 से अब तक 64.36% चढ़ा है। कंपनी का मार्केट-कैप 9.97 लाख करोड़ रुपए है। भारती एयरटेल का ARPU 233 रुपए रहा जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान भारती एयरटेल का 'एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर' (ARPU) 14.7% बढ़कर 233 रुपए रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 203 रुपए था। 1995 में हुई थी भारती एयरटेल की शुरुआत भारत सरकार ने 1992 में पहली बार मोबाइल सेवा के लिए लाइसेंस बांटने शुरू किए। कंपनी के फाउंडर सुनील मित्तल ने इस अवसर को समझा और फ्रेंच कंपनी विवेंडी के साथ मिलकर दिल्ली और आस-पास के इलाकों के लाइसेंस हासिल किए। 1995 में मित्तल ने सेल्युलर सर्विस ऑफर करने के लिए भारती सेल्युलर लिमिटेड बनाई और एयरटेल ब्रांड के तहत काम शुरू किया।

Oct 28, 2024 - 21:05
 49  501.8k
एयरटेल को दूसरी तिमाही में ₹3,593 करोड़ का मुनाफा:सालाना आधार पर यह 168% बढ़ा, ऑपरेशनल रेवेन्यू ₹41,473 करोड़ रहा; इस साल 80% चढ़ा शेयर
टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल को वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 3,593 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 168% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 1,340 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। जुलाई-सितंबर तिमाही में भारती एयरटेल का कॉसॉलिडेटेड ऑपरेशनल रेवेन्यू सालाना आधार पर 12% बढ़कर 41,473 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 37,043 करोड़ रुपए रहा था। क्या होता है स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड? कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है। इस साल 80% चढ़ा एयरटेल का शेयर एयरटेल का शेयर आज 0.057% गिरावट के साथ 1,665 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी के शेयर ने 6 महीने में 24.96% और एक साल में 80% का रिटर्न दिया है। एयरटेल का शेयर इस साल यानी 1 जनवरी 2024 से अब तक 64.36% चढ़ा है। कंपनी का मार्केट-कैप 9.97 लाख करोड़ रुपए है। भारती एयरटेल का ARPU 233 रुपए रहा जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान भारती एयरटेल का 'एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर' (ARPU) 14.7% बढ़कर 233 रुपए रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 203 रुपए था। 1995 में हुई थी भारती एयरटेल की शुरुआत भारत सरकार ने 1992 में पहली बार मोबाइल सेवा के लिए लाइसेंस बांटने शुरू किए। कंपनी के फाउंडर सुनील मित्तल ने इस अवसर को समझा और फ्रेंच कंपनी विवेंडी के साथ मिलकर दिल्ली और आस-पास के इलाकों के लाइसेंस हासिल किए। 1995 में मित्तल ने सेल्युलर सर्विस ऑफर करने के लिए भारती सेल्युलर लिमिटेड बनाई और एयरटेल ब्रांड के तहत काम शुरू किया।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow