औरैया में छठ पूजा के लिए बनाया गया कृत्रिम तालाब:नगर पंचायत ने सूखी नहर में भरवाया पानी, लाइट और म्यूजिक की भी व्यवस्था

सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा को लेकर नगर पंचायत दिबियापुर ने व्रतियों महिलाओं के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। निचली गंग नहर पुल के पास स्थित घाट सूखा पड़ा था। पिछले कुछ माह से नये पुल के निर्माण के कारण बांध के जरिए रोक दिया गया था। इसे अब कृत्रिम तालाब बनाकर भरवाया गया है। इसके साथ ही पूजा स्थल पर साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और साउंड सिस्टम भी लगाया गया है, जिससे व्रती महिलाओं को पूजा अर्चना में कोई कठिनाई न हो। नगर पंचायत अध्यक्ष राघव मिश्रा ने बताया कि दिबियापुर में पूर्वांचल के लोग काफी संख्या में रहते हैं, जो छठ पूजा बड़े श्रद्धा भाव से करते हैं। उन्होंने कहा कि व्रतियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। घाट के पास साफ-सफाई के साथ-साथ मोबाइल टायलेट भी लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, नगर पंचायत द्वारा पूजा स्थल पर साउंड सिस्टम लगाकर छठी माई के भक्तगीत भी सुनाए जा रहे हैं, जिससे माहौल पूरी तरह भक्तिमय बन गया है। गुरुवार देर शाम, स्थानीय विधायक प्रतिनिधि अजय पोरवाल, सभासद कृष्ण कुमार कश्यप, सभासद अभय प्रजापति और अन्य जनप्रतिनिधियों ने नहर स्थित घाट का दौरा किया और नगर पंचायत कर्मियों द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस बार छठ पूजा के लिए दी गई विशेष व्यवस्था से व्रती महिलाएं आसानी से पूजा अर्चना कर सकेंगी। सूर्य उपासना का महापर्व - छठ पूजा छठ पूजा, चार दिन चलने वाला सूर्य उपासना का महत्वपूर्ण महापर्व है। यह पर्व कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से शुरू होता है, जब व्रती महिलाएं नहाय-खाय करती हैं। इस धार्मिक अनुष्ठान में व्रति महिलाएं सूर्य को अर्घ्य देती हैं। पंचमी को खरना होता है और षष्ठी तिथि को व्रती महिलाएं व्रत करती हैं। इस दिन, शाम के समय सूर्यास्त के दौरान वे सूर्य को अर्घ्य देती हैं। अगले दिन, यानी सप्तमी को सूर्योदय के समय अर्घ्य देकर व्रत का पारण करती हैं। इस पर्व को लेकर दिबियापुर क्षेत्र में गहरी श्रद्धा और आस्था है और नगर पंचायत द्वारा किए गए प्रबंधों से व्रती महिलाएं निश्चिंत होकर अपने धार्मिक कर्तव्यों करेंगी।

Nov 7, 2024 - 17:15
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औरैया में छठ पूजा के लिए बनाया गया कृत्रिम तालाब:नगर पंचायत ने सूखी नहर में भरवाया पानी, लाइट और म्यूजिक की भी व्यवस्था
सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा को लेकर नगर पंचायत दिबियापुर ने व्रतियों महिलाओं के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। निचली गंग नहर पुल के पास स्थित घाट सूखा पड़ा था। पिछले कुछ माह से नये पुल के निर्माण के कारण बांध के जरिए रोक दिया गया था। इसे अब कृत्रिम तालाब बनाकर भरवाया गया है। इसके साथ ही पूजा स्थल पर साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और साउंड सिस्टम भी लगाया गया है, जिससे व्रती महिलाओं को पूजा अर्चना में कोई कठिनाई न हो। नगर पंचायत अध्यक्ष राघव मिश्रा ने बताया कि दिबियापुर में पूर्वांचल के लोग काफी संख्या में रहते हैं, जो छठ पूजा बड़े श्रद्धा भाव से करते हैं। उन्होंने कहा कि व्रतियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। घाट के पास साफ-सफाई के साथ-साथ मोबाइल टायलेट भी लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, नगर पंचायत द्वारा पूजा स्थल पर साउंड सिस्टम लगाकर छठी माई के भक्तगीत भी सुनाए जा रहे हैं, जिससे माहौल पूरी तरह भक्तिमय बन गया है। गुरुवार देर शाम, स्थानीय विधायक प्रतिनिधि अजय पोरवाल, सभासद कृष्ण कुमार कश्यप, सभासद अभय प्रजापति और अन्य जनप्रतिनिधियों ने नहर स्थित घाट का दौरा किया और नगर पंचायत कर्मियों द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस बार छठ पूजा के लिए दी गई विशेष व्यवस्था से व्रती महिलाएं आसानी से पूजा अर्चना कर सकेंगी। सूर्य उपासना का महापर्व - छठ पूजा छठ पूजा, चार दिन चलने वाला सूर्य उपासना का महत्वपूर्ण महापर्व है। यह पर्व कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से शुरू होता है, जब व्रती महिलाएं नहाय-खाय करती हैं। इस धार्मिक अनुष्ठान में व्रति महिलाएं सूर्य को अर्घ्य देती हैं। पंचमी को खरना होता है और षष्ठी तिथि को व्रती महिलाएं व्रत करती हैं। इस दिन, शाम के समय सूर्यास्त के दौरान वे सूर्य को अर्घ्य देती हैं। अगले दिन, यानी सप्तमी को सूर्योदय के समय अर्घ्य देकर व्रत का पारण करती हैं। इस पर्व को लेकर दिबियापुर क्षेत्र में गहरी श्रद्धा और आस्था है और नगर पंचायत द्वारा किए गए प्रबंधों से व्रती महिलाएं निश्चिंत होकर अपने धार्मिक कर्तव्यों करेंगी।

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