कलम के पुजारी को करनी चाहिए चित्रगुप्त महाराज की पूजा:आजमगढ़ में धूमधाम से मनाई गई महाराज चित्रगुप्त की जयंती किया गया हवन पूजन

आजमगढ़ जिले के हीरा पट्टी स्थित चित्रगुप्त मंदिर में यम द्वितीया के अवसर पर भगवान चित्रगुप्त की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। इस अवसर पर पहुंचे बड़ी संख्या में केस समाज के लोगों ने भगवान चित्रगुप्त की पूजा अर्चना कर हवन पूजन कार्यक्रम भी आयोजित किया और बड़ी संख्या में लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस बारे में मान्यता है कि इसी दिन ब्रह्मा जी की काया से भगवान चित्रगुप्त हाथों में कर्म की किताब कलम दवात और करवा लेकर उत्पन्न हुए थे यही कारण है कि जयंती पर श्री चित्रगुप्त वंशीय लोग आज के दिन कार्यक्रम का आयोजन कर याद करते हैं। हवन पूजन के बाद सभी के बीच में प्रसाद का भी वितरण किया गया। सभी कलम के पुजारी को करनी चाहिए चित्रगुप्त की पूजा कार्यक्रम में कायस्थ समाज के पदाधिकारी का कहना है कि जितने भी लोगों की रोजी-रोटी कलम से चलती है। ऐसे सभी लोगों को महाराज चित्रगुप्त की पूजा करनी चाहिए। इस सामूहिक पूजा के दौरान सामूहिक हवन का भी आयोजन किया गया इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले भर के बड़ी संख्या में कयास समाज के लोग उपस्थित रहे और सभी ने बढ़-चढ़कर कार्यक्रम में सहभागिता की।

Nov 3, 2024 - 19:40
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कलम के पुजारी को करनी चाहिए चित्रगुप्त महाराज की पूजा:आजमगढ़ में धूमधाम से मनाई गई महाराज चित्रगुप्त की जयंती किया गया हवन पूजन
आजमगढ़ जिले के हीरा पट्टी स्थित चित्रगुप्त मंदिर में यम द्वितीया के अवसर पर भगवान चित्रगुप्त की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। इस अवसर पर पहुंचे बड़ी संख्या में केस समाज के लोगों ने भगवान चित्रगुप्त की पूजा अर्चना कर हवन पूजन कार्यक्रम भी आयोजित किया और बड़ी संख्या में लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस बारे में मान्यता है कि इसी दिन ब्रह्मा जी की काया से भगवान चित्रगुप्त हाथों में कर्म की किताब कलम दवात और करवा लेकर उत्पन्न हुए थे यही कारण है कि जयंती पर श्री चित्रगुप्त वंशीय लोग आज के दिन कार्यक्रम का आयोजन कर याद करते हैं। हवन पूजन के बाद सभी के बीच में प्रसाद का भी वितरण किया गया। सभी कलम के पुजारी को करनी चाहिए चित्रगुप्त की पूजा कार्यक्रम में कायस्थ समाज के पदाधिकारी का कहना है कि जितने भी लोगों की रोजी-रोटी कलम से चलती है। ऐसे सभी लोगों को महाराज चित्रगुप्त की पूजा करनी चाहिए। इस सामूहिक पूजा के दौरान सामूहिक हवन का भी आयोजन किया गया इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले भर के बड़ी संख्या में कयास समाज के लोग उपस्थित रहे और सभी ने बढ़-चढ़कर कार्यक्रम में सहभागिता की।

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