''काम लकीर का फकीर बनकर नहीं हो सकता'':सीएम योगी बोले- पहले भर्ती निकलते ही महाभारत के रिश्ते भी निकल पड़ते थे

काम लकीर का फकीर बनकर नहीं हो सकता है। अक्सर होता है कि सरकारी नौकरी पाने के बाद अपने दायित्व का निर्वहन करने में विफल होता है।- योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री-उत्तर प्रदेश यह शब्द सीएम योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग में चयनित वन दरोगा को नियुक्ति पत्र विरतरित करते हुए कहे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- मुझे प्रसन्नता है कि वन विभाग को 701 वन दरोगा मिल रहे हैं। इससे पहले सितंबर 2024 में 647 वन रक्षक वन विभाग को मिले थे। इतनी बड़ी संख्या में नियुक्ति के कारण वन विभाग में विभिन्न स्तर पर जो गैप था, उसे पूरा करने में मदद मिलेगी। इस चयन के लिए अधीनस्थ चयन आयोग को धन्यवाद देता हूं। आप सभी को नियुक्ति पत्र प्राप्त होने पर बधाई देता हूं। सीएम के संबोधन की पांच बड़ी बातें 1. ग्लोबल वार्मिंग दुनिया के लिए एक चुनौती सीएम योगी ने कहा- मेरे लिए प्रसन्नता का क्षण है कि 701 में से 140 महिलाएं नियुक्त हुई है। यह दिखाता है कि हमने जो लक्ष्य तय किया था कि 20 फीसदी महिला नियुक्त होने चाहिए उसके आसपास नियुक्ति महिलाओं की हो रही है। इस जीवन के लिए सबसे बड़ी चुनौती पर्यावरण बन चुका है। दुनिया और देश का हर व्यक्ति चिंतित है जो जीवन और पर्यावरण के बारे में सकारात्मक भाव रखता है। ग्लोबल वार्मिंग पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है। सीए ने कहा- यह कहीं ओर से नहीं किया है, अनियोजित विकास के पथ पर बढ़ने का परिणाम है, उसे मनुष्य अतिवृष्टि या अनावृष्टि, हीटवेव और कोल्डवेव के रूप में झेल रहे हैं। कहीं बाढ़ से जीवन तबाह है तो कहीं एक बूंद पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। यह विसंगति क्यों हुई, प्रकृति का भयानक रूप कैसे देख र हे हैं। जानते और समझते हुए भी हम लोग प्रकृति के रूप को समझने का प्रयास नहीं कर पा रहे हैं। 2. हमें ही समाधान का रास्ता निकालना होगा सीएम योगी ने कहा- चयनित अभ्यर्थियों को लोगों के लिए कुछ कर गुजरने का मौका मिल रहा है। याद रखें कि लोगों को चेतावनी दी जा रही है कि घर के बाहर नहीं निकले। यदि समस्या मनुष्य ने दी है तो समाधान का रास्ता भी मनुष्य को निकालना पड़ेगा। इस समस्या का समाधान वन विभाग के कार्मिकों को निकालना होगा। हम लोग निवेश करने, विज्ञान और तकनीक के उपयोग से नहीं रोक सकते हैं। यदि किसी को प्लांट लगाना है, तो उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि कार्बन उत्सर्जन कम हो, जीरो लिक्विड डिस्चार्ज हो। लगातार घटता वन क्षेत्र भी चिंता का विषय होना चाहिए। आम जनता को जागरुक बनाना होगा। भूमिगत जल में आ रही कमी को दूर करने के लिए लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागृत करना होगा। वन अनावश्यक लगाई जाने वाली आग को रोकना होगा। वन दरोगा को यह काम करना होगा।- योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री-उत्तर प्रदेश 3. नवाचार अपनाना होगा, वर्किग स्टाइल बदलनी होगी सीएम योगी ने आगे कहा- वन्यजीवों की रक्षा और प्राणी उद्यान, टाइगर रिजर्व को पर्यटन के लिए खोलें। लेकिन वन्य जीवों में अनावश्यक छेड़छाड़ और उनके जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं हो। संवाद के माध्यम से वन्य जीवों के प्रति आम नागरिक को जागरूक करना होगा। लेकिन यह काम लकीर का फकीर बनकर नहीं हो सकता है। अक्सर होता है कि सरकारी नौकरी पाने के बाद अपने दायित्व का निर्वहन करने में विफल होता है। जबकि उसे निश्चिंत भाव से काम कर प्रभावी ढंग से आगे बढ़ना चाहिए। उसे अपने विभाग को शासन के अच्छे विभाग की दिशा में स्थापित करने के लिए प्रयास करना चाहिए। नवाचार करना चाहिए। अपनी कार्यपद्धति को अनुकरणीय बनाना चाहिए। 4. पहले महाभारत के रिश्ते एक साथ निकल पड़ते थे ऐसा नहीं है कि हमने बीते साढ़े सात साल में कुछ नहीं किया हो, हमने नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम इसलिए शुरू किया क्योंकि नवनियुक्त अभ्यर्थी से सरकार का संवाद नहीं हो सकता है। नियुक्ति की प्रक्रिया में ईमानदारी और पारदर्शी होना चाहिए। कहीं भी गड़बड़ी हुई तो जवाबदेही तय की जाएगी। साढ़े सात साल में सात लाख सरकारी कर्मचारी भर्ती किए हैं। कल पुलिस भर्ती का परिणाम आया है, 60 हजार से अधिक अभ्यर्थी चयनित होंगे। 50 लाख अभ्यर्थी थे, इतनी कई देशों की आबादी भी नहीं है। इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल में भी 20 फीसदी बालिका है। इतनी भर्ती इससे पहले कभी नहीं हुई। इतनी पारदर्शी तरीके से भर्ती कभी नहीं हुई। पहले, जब भर्ती निकलती थी तो महाभारत के रिश्ते एक साथ निकल पड़ते थे। हमने भेदभाव को बंद किया। किसी नौजवान के साथ भेदभाव किया तौ भेदभाव करने वाले को कीमत चुकानी होगी। सरकार भी आपसे अपेक्षा करती है कि आप लोग भी जिम्मेदारी से काम करें। राज्य पहचान और सम्मान दे रहा है तो राज्य के प्रति भी हमारा कोई दायित्व बनता है। हमारा राज्य आर्थिक दृष्टि से संपन्न होगा तो हमारा भावी पीढ़ी भी सुरक्षित होगा। एक एक कार्मिक का योगदान होना चाहिए। यूपी को देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनाना चाहिए। हमारी प्रति व्यक्ति आय दोगुना हुई है, अर्थव्यवस्था बेहतर हुई है। दो करोड़ युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगारसे जुड़ा है। प्रदेश में रोजगार की कमी नहीं है, सबसे अधिक युवा हमारे पास है। उसकी ऊर्जा का लाभ हम ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग में साढ़े सात साल पहले खबर आती थी कि जंगल साफ हो गए, जंगल काट दिए गए, बहराइच में जंगली जानवरों का शिकार हो गया।लेकिन बीते साढ़े सात में यूपी में वन क्षेत्र बढ़ा है। हमने इस साल 36 करोड़ पौधरोपण किया है। बीते सात साल से यह क्रम चल रहा है। अब तक यूपी ने लगभग 200 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण के लक्ष्य को पूरा किया है। हमारे 75 फीसदी से अधिक वृक्ष जीवित पाए गए हैं, अन्य विभागों की ओर से लगाए गए 65-70 प्रतिशत वृक्ष जीवित पाए गए हैं। 5. जनता से दूरी नहीं बनाए, बेहतर संवाद स्थापित करें सीएम योगी ने कहा- वन विभाग में काम कर जनता से दूरी नहीं बनाए, जनता के साथ बेहतर संवाद बनाए। इससे वन की रक्षा भी कर पाएंगे। जीवन और जंतु की रक्षा कर पाएंगे। वन्य प्राणी की भी रक्षा कर पाएंगे। पर्यावरण और जीव जंतु

Nov 22, 2024 - 16:00
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''काम लकीर का फकीर बनकर नहीं हो सकता'':सीएम योगी बोले- पहले भर्ती निकलते ही महाभारत के रिश्ते भी निकल पड़ते थे
काम लकीर का फकीर बनकर नहीं हो सकता है। अक्सर होता है कि सरकारी नौकरी पाने के बाद अपने दायित्व का निर्वहन करने में विफल होता है।- योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री-उत्तर प्रदेश यह शब्द सीएम योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग में चयनित वन दरोगा को नियुक्ति पत्र विरतरित करते हुए कहे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- मुझे प्रसन्नता है कि वन विभाग को 701 वन दरोगा मिल रहे हैं। इससे पहले सितंबर 2024 में 647 वन रक्षक वन विभाग को मिले थे। इतनी बड़ी संख्या में नियुक्ति के कारण वन विभाग में विभिन्न स्तर पर जो गैप था, उसे पूरा करने में मदद मिलेगी। इस चयन के लिए अधीनस्थ चयन आयोग को धन्यवाद देता हूं। आप सभी को नियुक्ति पत्र प्राप्त होने पर बधाई देता हूं। सीएम के संबोधन की पांच बड़ी बातें 1. ग्लोबल वार्मिंग दुनिया के लिए एक चुनौती सीएम योगी ने कहा- मेरे लिए प्रसन्नता का क्षण है कि 701 में से 140 महिलाएं नियुक्त हुई है। यह दिखाता है कि हमने जो लक्ष्य तय किया था कि 20 फीसदी महिला नियुक्त होने चाहिए उसके आसपास नियुक्ति महिलाओं की हो रही है। इस जीवन के लिए सबसे बड़ी चुनौती पर्यावरण बन चुका है। दुनिया और देश का हर व्यक्ति चिंतित है जो जीवन और पर्यावरण के बारे में सकारात्मक भाव रखता है। ग्लोबल वार्मिंग पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है। सीए ने कहा- यह कहीं ओर से नहीं किया है, अनियोजित विकास के पथ पर बढ़ने का परिणाम है, उसे मनुष्य अतिवृष्टि या अनावृष्टि, हीटवेव और कोल्डवेव के रूप में झेल रहे हैं। कहीं बाढ़ से जीवन तबाह है तो कहीं एक बूंद पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। यह विसंगति क्यों हुई, प्रकृति का भयानक रूप कैसे देख र हे हैं। जानते और समझते हुए भी हम लोग प्रकृति के रूप को समझने का प्रयास नहीं कर पा रहे हैं। 2. हमें ही समाधान का रास्ता निकालना होगा सीएम योगी ने कहा- चयनित अभ्यर्थियों को लोगों के लिए कुछ कर गुजरने का मौका मिल रहा है। याद रखें कि लोगों को चेतावनी दी जा रही है कि घर के बाहर नहीं निकले। यदि समस्या मनुष्य ने दी है तो समाधान का रास्ता भी मनुष्य को निकालना पड़ेगा। इस समस्या का समाधान वन विभाग के कार्मिकों को निकालना होगा। हम लोग निवेश करने, विज्ञान और तकनीक के उपयोग से नहीं रोक सकते हैं। यदि किसी को प्लांट लगाना है, तो उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि कार्बन उत्सर्जन कम हो, जीरो लिक्विड डिस्चार्ज हो। लगातार घटता वन क्षेत्र भी चिंता का विषय होना चाहिए। आम जनता को जागरुक बनाना होगा। भूमिगत जल में आ रही कमी को दूर करने के लिए लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागृत करना होगा। वन अनावश्यक लगाई जाने वाली आग को रोकना होगा। वन दरोगा को यह काम करना होगा।- योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री-उत्तर प्रदेश 3. नवाचार अपनाना होगा, वर्किग स्टाइल बदलनी होगी सीएम योगी ने आगे कहा- वन्यजीवों की रक्षा और प्राणी उद्यान, टाइगर रिजर्व को पर्यटन के लिए खोलें। लेकिन वन्य जीवों में अनावश्यक छेड़छाड़ और उनके जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं हो। संवाद के माध्यम से वन्य जीवों के प्रति आम नागरिक को जागरूक करना होगा। लेकिन यह काम लकीर का फकीर बनकर नहीं हो सकता है। अक्सर होता है कि सरकारी नौकरी पाने के बाद अपने दायित्व का निर्वहन करने में विफल होता है। जबकि उसे निश्चिंत भाव से काम कर प्रभावी ढंग से आगे बढ़ना चाहिए। उसे अपने विभाग को शासन के अच्छे विभाग की दिशा में स्थापित करने के लिए प्रयास करना चाहिए। नवाचार करना चाहिए। अपनी कार्यपद्धति को अनुकरणीय बनाना चाहिए। 4. पहले महाभारत के रिश्ते एक साथ निकल पड़ते थे ऐसा नहीं है कि हमने बीते साढ़े सात साल में कुछ नहीं किया हो, हमने नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम इसलिए शुरू किया क्योंकि नवनियुक्त अभ्यर्थी से सरकार का संवाद नहीं हो सकता है। नियुक्ति की प्रक्रिया में ईमानदारी और पारदर्शी होना चाहिए। कहीं भी गड़बड़ी हुई तो जवाबदेही तय की जाएगी। साढ़े सात साल में सात लाख सरकारी कर्मचारी भर्ती किए हैं। कल पुलिस भर्ती का परिणाम आया है, 60 हजार से अधिक अभ्यर्थी चयनित होंगे। 50 लाख अभ्यर्थी थे, इतनी कई देशों की आबादी भी नहीं है। इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल में भी 20 फीसदी बालिका है। इतनी भर्ती इससे पहले कभी नहीं हुई। इतनी पारदर्शी तरीके से भर्ती कभी नहीं हुई। पहले, जब भर्ती निकलती थी तो महाभारत के रिश्ते एक साथ निकल पड़ते थे। हमने भेदभाव को बंद किया। किसी नौजवान के साथ भेदभाव किया तौ भेदभाव करने वाले को कीमत चुकानी होगी। सरकार भी आपसे अपेक्षा करती है कि आप लोग भी जिम्मेदारी से काम करें। राज्य पहचान और सम्मान दे रहा है तो राज्य के प्रति भी हमारा कोई दायित्व बनता है। हमारा राज्य आर्थिक दृष्टि से संपन्न होगा तो हमारा भावी पीढ़ी भी सुरक्षित होगा। एक एक कार्मिक का योगदान होना चाहिए। यूपी को देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनाना चाहिए। हमारी प्रति व्यक्ति आय दोगुना हुई है, अर्थव्यवस्था बेहतर हुई है। दो करोड़ युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगारसे जुड़ा है। प्रदेश में रोजगार की कमी नहीं है, सबसे अधिक युवा हमारे पास है। उसकी ऊर्जा का लाभ हम ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग में साढ़े सात साल पहले खबर आती थी कि जंगल साफ हो गए, जंगल काट दिए गए, बहराइच में जंगली जानवरों का शिकार हो गया।लेकिन बीते साढ़े सात में यूपी में वन क्षेत्र बढ़ा है। हमने इस साल 36 करोड़ पौधरोपण किया है। बीते सात साल से यह क्रम चल रहा है। अब तक यूपी ने लगभग 200 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण के लक्ष्य को पूरा किया है। हमारे 75 फीसदी से अधिक वृक्ष जीवित पाए गए हैं, अन्य विभागों की ओर से लगाए गए 65-70 प्रतिशत वृक्ष जीवित पाए गए हैं। 5. जनता से दूरी नहीं बनाए, बेहतर संवाद स्थापित करें सीएम योगी ने कहा- वन विभाग में काम कर जनता से दूरी नहीं बनाए, जनता के साथ बेहतर संवाद बनाए। इससे वन की रक्षा भी कर पाएंगे। जीवन और जंतु की रक्षा कर पाएंगे। वन्य प्राणी की भी रक्षा कर पाएंगे। पर्यावरण और जीव जंतु को बचाने की दृष्टि से काम करने की आवश्यकता है। प्लास्टिक फ्री बनाने के लिए जागरूक करने की आ‌श्यकता है। प्लास्टिक के बिना भी काम चल सकता है, लोगों को उसके दुष्परिणाम के बारे में जनता को बताना होगा। वन दरोगा की नियुक्ति वन विभाग के काम को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। कार्यक्रम में वन राज्यमंत्री अरुण सक्सेना और राज्यमंत्री केपी मलिक, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी मौजूद थे।

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