कुल्लू में पूर्व शिक्षा मंत्री का सुक्खू सरकार पर प्रहार:गोविंद सिंह ठाकुर बोले- सबसे असफल कार्यकाल, 95 हजार करोड़ तक पहुंचा कर्ज
हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कड़ा प्रहार करते हुए इसे हिमाचल प्रदेश के इतिहास का सबसे असफल कार्यकाल करार दिया है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार अपने दो वर्ष पूरे होने पर बिलासपुर में एक समारोह आयोजित कर रही है, लेकिन यह समारोह प्रदेश की वास्तविक स्थिति से एकदम विपरीत प्रतीत होता है। जहां एक ओर कांग्रेस सरकार खुद को विकास और जनता की भलाई के लिए समर्पित बताने का प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर राज्य की जनता आज भी अपनी समस्याओं और सरकार की विफलताओं के कारण दुखी है। गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस द्वारा प्रदेश की जनता से किए गए चुनावी वादों और गारंटियों के परिणाम सबके सामने है। चुनाव के दौरान कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद प्रदेश के विकास को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का दावा किया था, लेकिन दो वर्षों में केवल कर्ज में वृद्धि और जनता के अधिकारों का हनन हुआ है। बिजली- पानी के बिल देकर जनता पर डाला आर्थिक दवाब पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता हथियाने के लिए प्रदेश की जनता से 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया था, दुर्भाग्यवश पूर्व की सरकार द्वारा दी जा रही ही 125 यूनिट नि:शुल्क बिजली को ही इस सरकार ने बंद कर दिया। वहीं पानी के बिल आने से ग्रामीणों को भी आर्थिक दबाव में डाल दिया है। 5 लाख नौकरियों का वादा सिर्फ जुमला पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार की महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए देने की गारंटी कागजों में सिमट कर रह गई। प्रदेश की महिलाओं, जिन्हें इस वादे से बड़ी उम्मीदें थीं, आज खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही हैं। 5 लाख नौकरियों का वादा महज एक जुमला साबित हुआ। न केवल रोजगार देने में यह सरकार विफल रही है, बल्कि नियमित कर्मचारियों को हटाकर प्रदेश के युवाओं को बेरोजगार करने का काम किया गया। आर्थिक संकट का कारण 20 हजार करोड़ का कर्ज गोविंद सिंह ठाकुर ने प्रदेश पर बढ़ते कर्ज को लेकर सरकार की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने दो वर्षों में 20,000 करोड़ से अधिक का कर्ज लेकर प्रदेश को आर्थिक संकट में डाल दिया है। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश का कुल कर्ज 95,000 करोड़ तक पहुंच चुका है। इस कर्ज का कोई ठोस उपयोग नहीं हो रहा है। विकास के नाम पर कोई नई योजना नहीं शुरू हुई, बल्कि भाजपा सरकार के समय की योजनाओं को भी ठप कर दिया गया। मित्र मंडली को मिला लाभ पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की सुक्खू सरकार अपने दो वर्ष के कार्यकाल में केवल अपनी मित्र मंडली को लाभ पहुंचाने और राज्य को कर्ज के बोझ तले दबाने के अलावा कोई महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करने में विफल रही है।
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