कूड़े में नेहरू या नेहरू हो गए “कूड़ा’:कांग्रेसियों का आमरण अनशन जारी, केबी बोले – बेशर्मी, मेयर का पलटवार – भाषा शर्मनाक

बरेली, राजनीति कूड़ा कूड़ा हो गई है। नए प्रतीक गढ़े जा चुके हैं। पुराने प्रतीक कूड़ा हैं। सबको पता है कांग्रेस की जमीन खिसक चुकी है। वह खिसकी जमीन को टटोल रही है। इसी टटोला टटोली में उसे कूड़ा मिला और उस कूड़े में नेहरू। बंधे हुए – पड़े हुए। बेतरतीब से। प्रतिमा में ही सही मगर मुस्कराते हुए। चचा के इस अपमान पर बौखलाये गुस्साये कांग्रेसी पिल पड़े। उनकी मुट्ठियां हवा में तन गईं। संघर्ष के नारे गूंजने लगे। इंडिया एलायंस वाले भी जाग उठे। समाजवादी भी साथ आ गए। मजमा जुट गया। मीडिया का ‘पीपली लाइव’ होने लगा। प्रमुख आंदोलनकारी गुरू जी यानी केवी त्रिपाठी की भाव भंगिमा आग उगलने लगी। वह बेशर्म प्रशासन और बेशर्म नगर निगम कहते कहते बेशर्म मेयर भी कह बैठे। मेयर डा. उमेश गौतम ने भी जमकर पलटवार कर दिया – कोचिंग के धंधे और भाषा की गरिमा का पाठ पढ़ा दिया। कांग्रेसियों का आमरण अनशन अभी जारी है। कहा है अब पूरी रात बिना कुछ खाये पिये कूड़े के ढेर के पास ही रुकेंगे, शर्मनाक है, लगता है, नेहरू जी को कूड़े में डालने वाले सिस्टम की निगाह में तो विश्वविख्यात, भारत रत्न नेहरू जी ही कूड़ा हो गए हैं।अब खबर आपको विस्तार से बताते हैं। शहर के सबसे प्रमुख चौराहे चौकी चौराहे पर सालों साल से नेहरू जी की प्रतिमा लगी थी। स्मार्ट सिटी का सौन्दर्यकरण का काम शुरू हुआ तब उसको हटा दिया गया। वादे होते रहे प्रतिमा नहीं लगी। प्रदेश प्रवक्ता केवी त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी और कई नेता चौकी चौराहे के पास बनी गांधी प्रतिमा पर बैठ गए। आमरण अनशन शुरु हो गया। आज सुबह त्रिपाठी जी ने मीडिया को बुलाया और बताया कि धरना स्थल से करीब दो सौ मीटर दूर मिशन हास्पिटल में कूड़े में नेहरू जी प्रतिमा पड़ी है। गुस्साये कांग्रेसी नारे लगाते हुए मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर में उनके एलायंस के सहोदर समाजवादी भी आ जुटे।मीडिया के सामने गुस्साये केबी त्रिपाठी ने कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू जी की प्रतिमा की स्थापना के लिए 72 घंटे से आमरण अनशन चल रहा है। बेशर्म प्रशासन, बेशर्म नगर निगम .... बेशर्म नगर प्रमुख यह जवाब नहीं दे रहे कि मूर्ति किसने हटाई है। बोले यह जगह मिशन कहलाती है। यहां कूड़े के ढेर में भारत रत्न देश के पहले प्रधानमंत्री पड़े हैं। केबी त्रिपाठी ने रूपक गढ़ा, बोले – कल रात चेतना से नेहरू जी ने आवाज दी – मैं कूड़े में पड़ा हूं केबी त्रिपाठी ने रूपक गढ़ा, बोले – कल रात चेतना से नेहरू जी ने आवाज दी – मैं कूड़े में पड़ा हूं। धरना स्थल से दौ सौ मीटर दूर यहां हमें प्रतिमा मिली है। हम अपनी जान दे देंगे। खुद अपने हाथ से प्रतिमा लगायेंगे। अध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी, प्रो. यशपाल, दिनेश दद्दा, उलफत कठेरिया, राज शर्मा तमाम कांग्रेसी नारेबाजी करते रहे। कांग्रेसियों ने देऱ शाम थाने में एक तहरीर भी दी। सपा के अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, प्रदेश प्रवक्ता साजिद रजा खां, अनीस इंजीनियर समेत तमाम समाजवादी भी मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठे। मेयर डा. उमेश गौतम से मीडिया ने बात की मेयर डा. उमेश गौतम से मीडिया ने बात की। मेयर बोले – देखिये, मुझे ऐसा लगता है कि यह जो कांग्रेसी संगठन है, यह आपस में अलग अलग चल रहे हैं, इनमें आपस में ही विवाद है। पहले पूर्व जिलाध्यक्ष रामदेव पांडे जी छह दिन पहले आये थे, उन्होंने पत्र दिया था हमने अपर नगर आयुक्त को लिख दिया। ‘आदरणीय’ अजय शुक्ला जी पत्र लाये, तत्काल आदेश किया, जल्द पूर्ण करायें। त्रिपाठी जी को जनता जवाब दे चुकी ह। चुनाव का हाल उन्होंने देखा है। हमें पता चला है वह कोचिंग सेंटर भी चलाते हैं। जिस तरह की अमर्यादित भाषा का वह इस्तेमाल करते हैं, किस तरह के बच्चे पढ़कर निकलते होंगे, यह शोचनीय है। कांग्रेस को जनता – मानवता से कोई मतलब नहीं है। इनके जो गुट हैं, पहले वही एक हो जायें। अपना घर संभाल लें, प्रतिमाओं को संभालने का काम स्मार्ट सिटी ने हटाया है, वही करेगी। इसमें कोई संदेह नहीं है।

Nov 8, 2024 - 20:40
 54  501.8k
कूड़े में नेहरू या नेहरू हो गए “कूड़ा’:कांग्रेसियों का आमरण अनशन जारी, केबी बोले – बेशर्मी, मेयर का पलटवार – भाषा शर्मनाक
बरेली, राजनीति कूड़ा कूड़ा हो गई है। नए प्रतीक गढ़े जा चुके हैं। पुराने प्रतीक कूड़ा हैं। सबको पता है कांग्रेस की जमीन खिसक चुकी है। वह खिसकी जमीन को टटोल रही है। इसी टटोला टटोली में उसे कूड़ा मिला और उस कूड़े में नेहरू। बंधे हुए – पड़े हुए। बेतरतीब से। प्रतिमा में ही सही मगर मुस्कराते हुए। चचा के इस अपमान पर बौखलाये गुस्साये कांग्रेसी पिल पड़े। उनकी मुट्ठियां हवा में तन गईं। संघर्ष के नारे गूंजने लगे। इंडिया एलायंस वाले भी जाग उठे। समाजवादी भी साथ आ गए। मजमा जुट गया। मीडिया का ‘पीपली लाइव’ होने लगा। प्रमुख आंदोलनकारी गुरू जी यानी केवी त्रिपाठी की भाव भंगिमा आग उगलने लगी। वह बेशर्म प्रशासन और बेशर्म नगर निगम कहते कहते बेशर्म मेयर भी कह बैठे। मेयर डा. उमेश गौतम ने भी जमकर पलटवार कर दिया – कोचिंग के धंधे और भाषा की गरिमा का पाठ पढ़ा दिया। कांग्रेसियों का आमरण अनशन अभी जारी है। कहा है अब पूरी रात बिना कुछ खाये पिये कूड़े के ढेर के पास ही रुकेंगे, शर्मनाक है, लगता है, नेहरू जी को कूड़े में डालने वाले सिस्टम की निगाह में तो विश्वविख्यात, भारत रत्न नेहरू जी ही कूड़ा हो गए हैं।अब खबर आपको विस्तार से बताते हैं। शहर के सबसे प्रमुख चौराहे चौकी चौराहे पर सालों साल से नेहरू जी की प्रतिमा लगी थी। स्मार्ट सिटी का सौन्दर्यकरण का काम शुरू हुआ तब उसको हटा दिया गया। वादे होते रहे प्रतिमा नहीं लगी। प्रदेश प्रवक्ता केवी त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी और कई नेता चौकी चौराहे के पास बनी गांधी प्रतिमा पर बैठ गए। आमरण अनशन शुरु हो गया। आज सुबह त्रिपाठी जी ने मीडिया को बुलाया और बताया कि धरना स्थल से करीब दो सौ मीटर दूर मिशन हास्पिटल में कूड़े में नेहरू जी प्रतिमा पड़ी है। गुस्साये कांग्रेसी नारे लगाते हुए मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर में उनके एलायंस के सहोदर समाजवादी भी आ जुटे।मीडिया के सामने गुस्साये केबी त्रिपाठी ने कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू जी की प्रतिमा की स्थापना के लिए 72 घंटे से आमरण अनशन चल रहा है। बेशर्म प्रशासन, बेशर्म नगर निगम .... बेशर्म नगर प्रमुख यह जवाब नहीं दे रहे कि मूर्ति किसने हटाई है। बोले यह जगह मिशन कहलाती है। यहां कूड़े के ढेर में भारत रत्न देश के पहले प्रधानमंत्री पड़े हैं। केबी त्रिपाठी ने रूपक गढ़ा, बोले – कल रात चेतना से नेहरू जी ने आवाज दी – मैं कूड़े में पड़ा हूं केबी त्रिपाठी ने रूपक गढ़ा, बोले – कल रात चेतना से नेहरू जी ने आवाज दी – मैं कूड़े में पड़ा हूं। धरना स्थल से दौ सौ मीटर दूर यहां हमें प्रतिमा मिली है। हम अपनी जान दे देंगे। खुद अपने हाथ से प्रतिमा लगायेंगे। अध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी, प्रो. यशपाल, दिनेश दद्दा, उलफत कठेरिया, राज शर्मा तमाम कांग्रेसी नारेबाजी करते रहे। कांग्रेसियों ने देऱ शाम थाने में एक तहरीर भी दी। सपा के अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, प्रदेश प्रवक्ता साजिद रजा खां, अनीस इंजीनियर समेत तमाम समाजवादी भी मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठे। मेयर डा. उमेश गौतम से मीडिया ने बात की मेयर डा. उमेश गौतम से मीडिया ने बात की। मेयर बोले – देखिये, मुझे ऐसा लगता है कि यह जो कांग्रेसी संगठन है, यह आपस में अलग अलग चल रहे हैं, इनमें आपस में ही विवाद है। पहले पूर्व जिलाध्यक्ष रामदेव पांडे जी छह दिन पहले आये थे, उन्होंने पत्र दिया था हमने अपर नगर आयुक्त को लिख दिया। ‘आदरणीय’ अजय शुक्ला जी पत्र लाये, तत्काल आदेश किया, जल्द पूर्ण करायें। त्रिपाठी जी को जनता जवाब दे चुकी ह। चुनाव का हाल उन्होंने देखा है। हमें पता चला है वह कोचिंग सेंटर भी चलाते हैं। जिस तरह की अमर्यादित भाषा का वह इस्तेमाल करते हैं, किस तरह के बच्चे पढ़कर निकलते होंगे, यह शोचनीय है। कांग्रेस को जनता – मानवता से कोई मतलब नहीं है। इनके जो गुट हैं, पहले वही एक हो जायें। अपना घर संभाल लें, प्रतिमाओं को संभालने का काम स्मार्ट सिटी ने हटाया है, वही करेगी। इसमें कोई संदेह नहीं है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow