खैर में चुनाव बहिष्कार करेंगे ग्रामीण:अलीगढ़ में ग्रामीणों ने लगाए चुनाव बहिष्कार के पोस्टर, 33 केवी की लाइन हटाने की मांग
अलीगढ़ के खैर में एक ओर जहां प्रशासन और राजनैतिक दल चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं। वहीं दूसरे ओर खैर के गांव चमन नगरिया में ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की तैयारी कर ली है। पूरे गांव में चुनाव बहिष्कार के पोस्टर लगा दिए गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में जो भी प्रत्याशी वोट मांगने के लिए आएगा, उसका विरोध किया जाएगा और उसे तत्काल यहां से जाने के लिए कहा जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले एक साल से अधिकारी और राजनेता उन्हें सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं। गांव से जाने वाली 33केवी की बिजली केबल को हटवाया नहीं जा रह है। हाईटेंशन लाइन से हुए हैं कई हादसे गांव के लोगों ने बताया कि बिजली विभाग की 33केवी की हाईटेंशन लाइन बिल्कुल गांव के ऊपर से जा रही है। इसके कारण कई हादसे हो चुके हैं और आए दिन गांव के लोग इसकी चपेट में आते रहते हैं। इसके बाद भी अधिकारी इसे नहीं हटा रहे हैं। पिछले साल गांव के ही मनोज कुमार का 10 वर्षीय बेटा शौर्य कुमार हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया था। जिसके कारण उसका एक हाथ और एक पैर कट गया था। उस समय जन प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया था कि जल्दी ही लाइन को हटा दिया जाएगा, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। खेतों से आने जाने वाले लोग होते हैं घायल गांव के लोगों ने बताया कि पिछले साल 10 साल का बच्चा शौर्य हार्इटेंशन लाइन की चपेट में आकर हमेशा के लिए दिव्यांग हो गया। उसका एक हाथ और एक पैर कट गए। वहीं आए दिन गांव के लोग इसकी चपेट में आते रहते हैं। उन्होंने बताया कि तार काफी ढ़ीले हैं और खेतों में झूलते रहते हैं। आंधी तूफान आने पर लोगों की जान माल का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है। फिर भी जनप्रतनिधि और अधिकारी इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसलिए पूरे गांव ने वोट न डालने का फैसला ले लिया है। 1200 से ज्यादा हैं गांव में वोट लोगों ने बताया कि गांव चमन नगरिया में 150 घर हैं और 1200 से ज्यादा वोटर हैं। सभी ने इस मामले में एकजुट होकर वोट न देने का फैसला लिया है। कोई भी व्यक्ति वोट नहीं डालेगा और हर राजनेता का विरोध किया जाएगा। जब तक उनकी समस्या दूर नहीं होगी, किसी नेता को गांव में आने भी नहीं दिया जाएगा।
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