गाजा में UN एजेंसी बैन, इजराइल ने प्रस्ताव पास किया:फिलिस्तीनी शरणार्थियों पर संकट बढ़ने की संभावना, यहां खाना, पानी और दवाओं की कमी
इजराइली संसद (नेसेट) में संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी (UNRWA) पर प्रतिबंध लगाने के लिए वोटिंग हुई। इस कानून में एजेंसी को इजराइली धरती पर काम करने से रोकने का प्रावधान है। BBC के मुताबिक यह कानून 92-10 से पारित हुआ। कानून के मुताबिक गाजा, वेस्ट बैंक और इजराइल के बाकी इलाकों में लोगों की मदद कर रही यूनाइटेड नेशंस रिलीफ एंड वर्क एजेंसी फॉर पैलेस्टाइन रिफ्यूजीज (UNRWA) को 3 महीने के भीतर काम रोकना होगा। UNRWA इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक समेत गाजा में लाखों फिलिस्तीनी शरणार्थियों को शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य बुनियादी चीजें मुहैया कराती है। यह एजेंसी गाजा और वेस्ट बैंक में 25 लाख लोगों की मदद कर रही है। इस कानून के पारित होने से गाजा में मानवीय संकट बढ़ने की संभावना बढ़ गई है, क्योंकि यहां पहले से ही खाना, पानी और दवाओं की कमी है। UNRWA को आतंकी ग्रुप घोषित किया नेसेट में सोमवार को एक और बिल पर वोटिंग हुई। इसमें UNRWA को आतंकी संस्था घोषित किया गया और इजराइली अधिकारियों को संयुक्त राष्ट्र की इस संस्था के साथ किसी भी तरह के संपर्क रखने पर प्रतिबंध लगाया गया। यह कानून 87-9 से पारित हुआ। पहले UNRWA फिलिस्तीन से पलायन कर दूसरे देशों में जा बसे लोगों की मदद करती थी। साल 1967 में इजराइल और संयुक्त राष्ट्र के बीच संधि हुई। इसमें UNRWA को इजराइली कब्जे वाले इलाके में फिलिस्तीनी शरणार्थियों की मदद करने की भी इजाजत मिली थी। इजराइल की संसद में हुई वोटिंग से यह संधि अब रद्द हो गई है। इजराइल बोला- हमास से मिली हुई है UNRWA इजराइल का आरोप है कि UNRWA के कर्मचारी हमास के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और एजेंसी के 19 कर्मचारियों ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमले में हिस्सा लिया। इजराइल ने कहा कि UNRWA के सैकड़ों कर्मचारियों के हमास से जुड़े होने के सबूत मिले हैं। इजराइल के आरोपों के बाद संयुक्त राष्ट्र ने जांच शुरू की थी। अगस्त में UNRWA के 9 स्टाफ को नौकरी से निकाल दिया था। इसके बाद अमेरिका और यूरोपीय संघ ने कुछ समय के लिए UNRWA की फंडिंग रोक दी थी। हालांकि, UNRWA ने जानबूझकर हमास की मदद करने से इनकार किया था। नेतन्याहू की पार्टी के नेता बोले- UNRWA का मतलब हमास कानून बनने के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में अभी और बाद में भी मानवीय सहायता मिलती रहेगी, लेकिन इजराइल में आतंकी घटनाओं में शामिल UNRWA कार्यकर्ताओं को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कानून के प्रभावी होने में अभी 90 दिन हैं। उसके बाद भी हम गाजा में मानवीय मदद मुहैया कराने के लिए काम करेंगे। नेतन्याहू की लिकुड पार्टी के नेता बोज स्मिथ ने कहा कि जो कोई भी आतंकी की तरह बर्ताव करता है उसे इजराइल में रहने का कोई हक नहीं है। UNRWA का मतलब हमास ही है। UNRWA कमिश्नर जनरल फिलिप लाजारिनी ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। UN संस्था को बदनाम करने और फिलिस्तीनी शरणार्थियों की मदद को रोकने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि इजराइल का यह कदम 'एक खतरनाक मिसाल' कायम करता है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने चिंता जताई अमेरिका समेत कई देशों ने UNRWA पर प्रतिबंध लगाए जाने पर चिंता जताई है। वोटिंग से पहले अमेरिका ने इजराइल से यह कानून पारित न करने की अपील की थी। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि UNRWA की गाजा में अहम भूमिका रही है। प्रतिबंध लगने से वहां संस्था का काम मुश्किल हो जाएगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि वे इजराइल के इस कदम से चिंतित हैं। इसके अलावा कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, जापान, दक्षिण कोरिया ने भी इजराइल के इस कदम की निंदा की है। .................................................... UNRWA से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... गाजा के स्कूल पर इजराइल की एयरस्ट्राइक, 34 की मौत:इनमें संयुक्त राष्ट्र के 6 कर्मचारी शामिल, महासचिव गुटेरेस बोले- ये बर्दाश्त नहीं करेंगे इजराइल ने 10 सितंबर को गाजा में मौजूद अल-जौनी स्कूल और दो घरों पर हमला किया। इसमें कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। मरने वालों में UNRWA के 6 कर्मचारी भी हैं।संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि स्कूल में जहां शरणार्थी रह रहे थे, उसे निशाना बनाया गया। इसे किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूरी खबर यहां पढ़ें...
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