गाजियाबाद में भेल के रिटायर्ड DGM तीन दिन डिजिटल अरेस्ट:गिरफ्तारी का डर दिखाकर ठगे 10.50 लाख रुपए, मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी

गाजियाबाद में भेल के रिटायर्ड डिप्टी जनरल मैनेजर को गिरफ्तारी का डर दिखाकर ठगों ने तीन दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इस बीच ठगों ने न ही फोन काटने दिया और न ही किसी से बात करने दी। आरोपियों ने पीड़ित से 10.50 लाख रुपए ठग लिए। ठग ने खुद को मुंबई में सीबीआई अधिकारी बताया। गाजियाबाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर के जांच शुरू कर दी है। मामला एक अगस्त का है। गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम के वसुंधरा में गोपाल कृष्ण अदलखा रहते हैं। पुलिस को दी तहरीर के मुताबिक इनके पास 30 जुलाई को एक अज्ञात व्यक्ति ने व्हाट्सएप कॉल किया। उस व्यक्ति ने खुद को साइबर क्राइम इंस्पेक्टर राकेश कुमार बताया। राकेश कुमार ने गोपाल को बताया कि उनके ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग का केस मुंबई में दर्ज हुआ है। ठग बोले-प्रॉपर्टी जब्त कर ली जाएगी राकेश ने गोपाल को बताया कि आपके आधार कार्ड से एक मोबाइल नंबर लिया गया है। जिसके बाद मुंबई में यह अकाउंट खुलवाया गया है। गोपाल ने जब अपनी सफाई दी तो फोन करने वाले राकेश ने कहा कि वह अपने उच्च अधिकारी से उनकी बात करवाता है। गोपाल के मुताबिक दूसरा कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को सीबीआई से बताया। बोला, उसका नाम डीएल हांडा है। उसने भी राकेश की बातें दोहराईं। साथ ही बताया कि आपके और अन्य अकाउंट में 84 मिलियन रुपए आए हैं। जिस मामले में अशोक कुमार नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जिसने 382 लोगों का नाम लिया है। उसमें से एक नाम आपका भी है। आपकी सारी प्रॉपर्टी जब्त कर ली जाएगी और अकाउंट सीज कर दिए जाएंगे। एक अगस्त को बैंक जाकर दिए पैसे गोपाल के मुताबिक उनको रात में भी सोने नहीं दिया जा रहा था। लगातार धमकाया जा रहा था। गोपाल के मुताबिक जब वह मानसिक रूप से टूट गए तो उन्होंने 1 अगस्त 2024 को पैसे देने की हामी भरी। जिसके लिए आरोपियों ने 10 लाख 50 हजार रुपए की सिक्यूरिटी बांड अमाउंट की मांग की थी। गोपाल के मुताबिक वह 1 अगस्त 2024 को अपने बैंक गए और वहां से उन्होंने पैसे भेज दिए। इसके बाद फोन कट गया। उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो वह गाजियाबाद की साइबर थाना पहुंचे। गुरुवार को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Nov 8, 2024 - 15:55
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गाजियाबाद में भेल के रिटायर्ड DGM तीन दिन डिजिटल अरेस्ट:गिरफ्तारी का डर दिखाकर ठगे 10.50 लाख रुपए, मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी
गाजियाबाद में भेल के रिटायर्ड डिप्टी जनरल मैनेजर को गिरफ्तारी का डर दिखाकर ठगों ने तीन दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इस बीच ठगों ने न ही फोन काटने दिया और न ही किसी से बात करने दी। आरोपियों ने पीड़ित से 10.50 लाख रुपए ठग लिए। ठग ने खुद को मुंबई में सीबीआई अधिकारी बताया। गाजियाबाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर के जांच शुरू कर दी है। मामला एक अगस्त का है। गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम के वसुंधरा में गोपाल कृष्ण अदलखा रहते हैं। पुलिस को दी तहरीर के मुताबिक इनके पास 30 जुलाई को एक अज्ञात व्यक्ति ने व्हाट्सएप कॉल किया। उस व्यक्ति ने खुद को साइबर क्राइम इंस्पेक्टर राकेश कुमार बताया। राकेश कुमार ने गोपाल को बताया कि उनके ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग का केस मुंबई में दर्ज हुआ है। ठग बोले-प्रॉपर्टी जब्त कर ली जाएगी राकेश ने गोपाल को बताया कि आपके आधार कार्ड से एक मोबाइल नंबर लिया गया है। जिसके बाद मुंबई में यह अकाउंट खुलवाया गया है। गोपाल ने जब अपनी सफाई दी तो फोन करने वाले राकेश ने कहा कि वह अपने उच्च अधिकारी से उनकी बात करवाता है। गोपाल के मुताबिक दूसरा कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को सीबीआई से बताया। बोला, उसका नाम डीएल हांडा है। उसने भी राकेश की बातें दोहराईं। साथ ही बताया कि आपके और अन्य अकाउंट में 84 मिलियन रुपए आए हैं। जिस मामले में अशोक कुमार नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जिसने 382 लोगों का नाम लिया है। उसमें से एक नाम आपका भी है। आपकी सारी प्रॉपर्टी जब्त कर ली जाएगी और अकाउंट सीज कर दिए जाएंगे। एक अगस्त को बैंक जाकर दिए पैसे गोपाल के मुताबिक उनको रात में भी सोने नहीं दिया जा रहा था। लगातार धमकाया जा रहा था। गोपाल के मुताबिक जब वह मानसिक रूप से टूट गए तो उन्होंने 1 अगस्त 2024 को पैसे देने की हामी भरी। जिसके लिए आरोपियों ने 10 लाख 50 हजार रुपए की सिक्यूरिटी बांड अमाउंट की मांग की थी। गोपाल के मुताबिक वह 1 अगस्त 2024 को अपने बैंक गए और वहां से उन्होंने पैसे भेज दिए। इसके बाद फोन कट गया। उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो वह गाजियाबाद की साइबर थाना पहुंचे। गुरुवार को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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