गुजरात के अस्पताल ने बिना अनुमति एंजियोप्लास्टी की,2 की मौत:गांव में हेल्थ कैंप लगाकर लोगों को लाए, परिजन को जानकारी दिए बिना किए ऑपरेशन

अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल ने गांव में हेल्थ कैम्प लगाया। वहां से लोगों को लाकर परिजन की जानकारी के बिना 19 लोगों की एंजियोग्राफी कर दी। 7 मरीजों की एंजियोप्लास्टी कर दी गई जिनमें से 2 की मौत हो गई। 5 मरीज फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं। आरोप है कि ये सभी ऑपरेशन अस्पताल के डाॅ. प्रशांत वजीरानी ने किए। जानकारी मिलने पर गांव वालों ने अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी। अस्पताल प्रबंधन फिलहाल फरार है। अहमदाबाद के ख्याति हॉस्पिटल ने कादी के बोरिसाना गांव में कैंप लगाया था। वहीं से लोगों को लाया गया था। ख्याति अस्पताल सरकारी योजना (PMJAY) का फायदा उठाने के लिए पहले भी इस तरह इलाज करता है। वर्ष 2022 में भी यहां ऐसे ही मामले में 3 मरीजों को लाया गया बाद में इनसें से एक की मौत, हो गई थी। घटना की गंभीरता को देखते हुए अहमदाबाद नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख डॉ.भाविन सोलंकी, स्टैंडिंग कमेटी अध्यक्ष देवांग दानी और पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल पूरे मामले की जानकारी लेने के लिए ख्याति अस्पताल पहुंचे। ख्याति हॉस्पिटल में कल शाम से कोई भी जिम्मेदार डॉक्टर मौजूद नहीं है। अस्पताल के डायरेक्टर और चेयरमैन गायब हैं। अस्पताल के आईसीयू में फिलहाल एक ही डॉक्टर मौजूद हैं। जो मरीज अभी भर्ती हैं उन्हें शाम तक छुट्टी दे दी जाएगी। सरकारी स्वास्थ्य विभाग के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भी ख्याति अस्पताल पहुंचे हैं। पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों ने अस्पताल प्रबंधन से बात की है। कार्तिक पटेल, डॉ. संजय पटोलिया,राजश्री कोठारी,चिराग राजपूत ख्याति मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डायरेक्टर हैं। 2022 में भी कैंप लगाया था ख्याति हॉस्पिटल सरकारी योजनाओं के नाम पर घोटाला करने के लिए कुख्यात है। इससे पहले भी 2022 में साणंद के तेलाव गांव में कैंप लगाकर लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया था और तीन मरीजों को स्टेंट लगाया गया था इनमें से एक मरीज की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच की। एक बार फिर ख्याति हॉस्पिटल ने PMJAY के नाम पर घोटाला किया है। पूर्व डिप्टी CM नितिन पटेल बोले- बिना अनुमति एंजियोप्लास्टी की ख्याति अस्पताल पहुंचे पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि दो दिन पहले मुझे जानकारी मिली कि ख्याति अस्पताल ने कादी के बोरिसाना गांव में फ्री हेल्थ कैम्प लगाया है। गांव में पोस्टर भी लगाए गए। इस कैम्प में जरूरतमंद लोग गए। अस्पताल ने वहां कुछ मरीजों का चयन किया और उन्हें कहा कि मां योजना कार्ड और आधार कार्ड सहित दस्तावेज तैयार रखें कल हम आपको बस से अहमदाबाद अस्पताल ले जाएंगे। कल 19 से 20 मरीजों को यहां अस्पताल लाया गया और उनमें से ज्यादातर की सीधे एंजियोग्राफी कर दी गई। इनमें से कुछ की एंजियोप्लास्टी भी की गई। जबकि इस तरह के इलाज के लिए अस्पताल को पहले अनुमति लेनी पड़ती है और ऑनलाइन मंजूरी में भी समय लगता है। पहली नजर में ऐसा लगता है कि अनावश्यक ऑपरेशन किया गया है। ऐसे मामलों में विशेषज्ञ डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए। ख्याति अस्पताल ने आर्थिक लाभ के लिए यह कांड करने के संबंध में उन्होंने कहा कि गुजरात में अच्छे, प्रतिष्ठित, धर्मार्थ अस्पताल हैं, जिनमें मरीजों को अच्छा इलाज मिलता है। वहीं गुजरात में कुछ संख्या में ऐसा धंधा करने वाले अस्पताल भी हैं। गुजरात के हेल्थ मिनिस्टर ने ट्वीट कर कहा जांच कराएंगे ​​​​​​​गुजरात के हेल्थ मिनिस्टर ऋषिकेष पटेल ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि ख्याति अस्पताल की घटना बहुत गंभीर है। मैंने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं। जांच PMJAY की स्टेट एंटी फ्रॉड यूनिट (SAFU) करेगी। जांच में आरोप सही पाए गए और मेडिकल नेगलीजेंस के सबूत मिले तो अस्पताल के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। गुस्साए ग्रामीणों ने अस्पताल में की तोड़फोड़ जैसे ही ग्रामीणों को पता चला तो बड़ी संख्या में लोग एसजी हाईवे स्थित अस्पताल पहुंच गए और पूरे मामले को लेकर अस्पताल के डॉक्टरों और प्रबंधन से जवाब मांगा। जवाब नहीं दिये जाने से ग्रामीण व परिजन गुस्सा हो गए और अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी। कुछ लोगों को स्टेंट भी लगाए गए-सरपंच बोरिसाना गांव के सरपंच कादी के अनुसार, दो दिन पहले अहमदाबाद में एसजी हाईवे पर ख्याति मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के डॉक्टर मेडिकल चेकअप के लिए गांव आए थे। शिविर लगाकर नाम लिखे गए। अगली सुबह अस्पताल में चेकअप के नाम पर 17 से 18 लोगों को लग्जरी बस में यहां लाया गया। इनमें से अधिकांश की एंजियोग्राफी की गई। जिन लोगों को कोई दिक्कत नहीं थी उनकी भी एंजियोग्राफी की गई। इनमें से कुछ को तो स्टेंट भी लगा दिए गए, जिसकी वजह से दो लोगों की मौत हो गई। इस संबंध में परिवार को कोई जानकारी नहीं दी गई। अस्पताल सरकारी योजना से पैसे पाने के लिए यह इलाज कर रहा है। लोगों को गुमराह किया गया है। गांव में सीधे लोग हैं तो उन्होंने कहा कि तुम्हें ये करना होगा और उन्होंने कागजों पर दस्तखत कर दिए। जो लोग मरे हैं उनका कोई दस्तखत नहीं लिया गया है। मरने वालों की हालत गंभीर नहीं बताई थी। सारा इलाज बिना किसी किसी को सूचित किए कर दिया गया। 7 से 8 लोगों को स्टेंट लगाया गया है। हमने सरकार और मुख्यमंत्री से अस्पताल के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की। ताकि इन लोगों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा सके। गुजरात में मेडिकल माफिया बेलगाम हो गया है: हेमांग रावल गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक और प्रवक्ता हेमांग रावल ने इस मामले में कहा है कि पहले गुजरात में अंधेपन के कारण मरीजों की आंखें चली जाती थीं, लेकिन अब ऐसी एंजियोप्लास्टी के कारण मरीज अपनी जान गंवा रहे हैं. फिर मंत्री ऋषिकेष पटेल चुप्पी साधे बैठे हैं। भाजपा सरकार में मेडिकल माफिया बेलगाम हो गया है। एक ओर जहां अच्छे और समर्पित डॉक्टर ईमानदारी से काम कर रहे हैं, वहीं इस तरह के मेडिकल बहाने ईमानदार और समर्पित डॉक्टरों की प्रतिष्ठा को खतरे में डाल रहे हैं। म

Nov 12, 2024 - 15:25
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गुजरात के अस्पताल ने बिना अनुमति एंजियोप्लास्टी की,2 की मौत:गांव में हेल्थ कैंप लगाकर लोगों को लाए, परिजन को जानकारी दिए बिना किए ऑपरेशन
अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल ने गांव में हेल्थ कैम्प लगाया। वहां से लोगों को लाकर परिजन की जानकारी के बिना 19 लोगों की एंजियोग्राफी कर दी। 7 मरीजों की एंजियोप्लास्टी कर दी गई जिनमें से 2 की मौत हो गई। 5 मरीज फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं। आरोप है कि ये सभी ऑपरेशन अस्पताल के डाॅ. प्रशांत वजीरानी ने किए। जानकारी मिलने पर गांव वालों ने अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी। अस्पताल प्रबंधन फिलहाल फरार है। अहमदाबाद के ख्याति हॉस्पिटल ने कादी के बोरिसाना गांव में कैंप लगाया था। वहीं से लोगों को लाया गया था। ख्याति अस्पताल सरकारी योजना (PMJAY) का फायदा उठाने के लिए पहले भी इस तरह इलाज करता है। वर्ष 2022 में भी यहां ऐसे ही मामले में 3 मरीजों को लाया गया बाद में इनसें से एक की मौत, हो गई थी। घटना की गंभीरता को देखते हुए अहमदाबाद नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख डॉ.भाविन सोलंकी, स्टैंडिंग कमेटी अध्यक्ष देवांग दानी और पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल पूरे मामले की जानकारी लेने के लिए ख्याति अस्पताल पहुंचे। ख्याति हॉस्पिटल में कल शाम से कोई भी जिम्मेदार डॉक्टर मौजूद नहीं है। अस्पताल के डायरेक्टर और चेयरमैन गायब हैं। अस्पताल के आईसीयू में फिलहाल एक ही डॉक्टर मौजूद हैं। जो मरीज अभी भर्ती हैं उन्हें शाम तक छुट्टी दे दी जाएगी। सरकारी स्वास्थ्य विभाग के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भी ख्याति अस्पताल पहुंचे हैं। पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों ने अस्पताल प्रबंधन से बात की है। कार्तिक पटेल, डॉ. संजय पटोलिया,राजश्री कोठारी,चिराग राजपूत ख्याति मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डायरेक्टर हैं। 2022 में भी कैंप लगाया था ख्याति हॉस्पिटल सरकारी योजनाओं के नाम पर घोटाला करने के लिए कुख्यात है। इससे पहले भी 2022 में साणंद के तेलाव गांव में कैंप लगाकर लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया था और तीन मरीजों को स्टेंट लगाया गया था इनमें से एक मरीज की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच की। एक बार फिर ख्याति हॉस्पिटल ने PMJAY के नाम पर घोटाला किया है। पूर्व डिप्टी CM नितिन पटेल बोले- बिना अनुमति एंजियोप्लास्टी की ख्याति अस्पताल पहुंचे पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि दो दिन पहले मुझे जानकारी मिली कि ख्याति अस्पताल ने कादी के बोरिसाना गांव में फ्री हेल्थ कैम्प लगाया है। गांव में पोस्टर भी लगाए गए। इस कैम्प में जरूरतमंद लोग गए। अस्पताल ने वहां कुछ मरीजों का चयन किया और उन्हें कहा कि मां योजना कार्ड और आधार कार्ड सहित दस्तावेज तैयार रखें कल हम आपको बस से अहमदाबाद अस्पताल ले जाएंगे। कल 19 से 20 मरीजों को यहां अस्पताल लाया गया और उनमें से ज्यादातर की सीधे एंजियोग्राफी कर दी गई। इनमें से कुछ की एंजियोप्लास्टी भी की गई। जबकि इस तरह के इलाज के लिए अस्पताल को पहले अनुमति लेनी पड़ती है और ऑनलाइन मंजूरी में भी समय लगता है। पहली नजर में ऐसा लगता है कि अनावश्यक ऑपरेशन किया गया है। ऐसे मामलों में विशेषज्ञ डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए। ख्याति अस्पताल ने आर्थिक लाभ के लिए यह कांड करने के संबंध में उन्होंने कहा कि गुजरात में अच्छे, प्रतिष्ठित, धर्मार्थ अस्पताल हैं, जिनमें मरीजों को अच्छा इलाज मिलता है। वहीं गुजरात में कुछ संख्या में ऐसा धंधा करने वाले अस्पताल भी हैं। गुजरात के हेल्थ मिनिस्टर ने ट्वीट कर कहा जांच कराएंगे ​​​​​​​गुजरात के हेल्थ मिनिस्टर ऋषिकेष पटेल ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि ख्याति अस्पताल की घटना बहुत गंभीर है। मैंने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं। जांच PMJAY की स्टेट एंटी फ्रॉड यूनिट (SAFU) करेगी। जांच में आरोप सही पाए गए और मेडिकल नेगलीजेंस के सबूत मिले तो अस्पताल के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। गुस्साए ग्रामीणों ने अस्पताल में की तोड़फोड़ जैसे ही ग्रामीणों को पता चला तो बड़ी संख्या में लोग एसजी हाईवे स्थित अस्पताल पहुंच गए और पूरे मामले को लेकर अस्पताल के डॉक्टरों और प्रबंधन से जवाब मांगा। जवाब नहीं दिये जाने से ग्रामीण व परिजन गुस्सा हो गए और अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी। कुछ लोगों को स्टेंट भी लगाए गए-सरपंच बोरिसाना गांव के सरपंच कादी के अनुसार, दो दिन पहले अहमदाबाद में एसजी हाईवे पर ख्याति मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के डॉक्टर मेडिकल चेकअप के लिए गांव आए थे। शिविर लगाकर नाम लिखे गए। अगली सुबह अस्पताल में चेकअप के नाम पर 17 से 18 लोगों को लग्जरी बस में यहां लाया गया। इनमें से अधिकांश की एंजियोग्राफी की गई। जिन लोगों को कोई दिक्कत नहीं थी उनकी भी एंजियोग्राफी की गई। इनमें से कुछ को तो स्टेंट भी लगा दिए गए, जिसकी वजह से दो लोगों की मौत हो गई। इस संबंध में परिवार को कोई जानकारी नहीं दी गई। अस्पताल सरकारी योजना से पैसे पाने के लिए यह इलाज कर रहा है। लोगों को गुमराह किया गया है। गांव में सीधे लोग हैं तो उन्होंने कहा कि तुम्हें ये करना होगा और उन्होंने कागजों पर दस्तखत कर दिए। जो लोग मरे हैं उनका कोई दस्तखत नहीं लिया गया है। मरने वालों की हालत गंभीर नहीं बताई थी। सारा इलाज बिना किसी किसी को सूचित किए कर दिया गया। 7 से 8 लोगों को स्टेंट लगाया गया है। हमने सरकार और मुख्यमंत्री से अस्पताल के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की। ताकि इन लोगों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा सके। गुजरात में मेडिकल माफिया बेलगाम हो गया है: हेमांग रावल गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक और प्रवक्ता हेमांग रावल ने इस मामले में कहा है कि पहले गुजरात में अंधेपन के कारण मरीजों की आंखें चली जाती थीं, लेकिन अब ऐसी एंजियोप्लास्टी के कारण मरीज अपनी जान गंवा रहे हैं. फिर मंत्री ऋषिकेष पटेल चुप्पी साधे बैठे हैं। भाजपा सरकार में मेडिकल माफिया बेलगाम हो गया है। एक ओर जहां अच्छे और समर्पित डॉक्टर ईमानदारी से काम कर रहे हैं, वहीं इस तरह के मेडिकल बहाने ईमानदार और समर्पित डॉक्टरों की प्रतिष्ठा को खतरे में डाल रहे हैं। मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में इस तरह का घोटाला होना सरकार के लिए अपमानजनक बात है। एक तरफ 70 साल से अधिक उम्र के लोगों को आयुष्मान कार्ड देकर बड़े-बड़े चुनाव विज्ञापन किये जा रहे हैं दूसरी ओर मेडिकल माफिया ऐसे कार्डों का दुरुपयोग कर मरीजों की जान खतरे में डाल रहे हैं। ------------------------------------------------------​​​​​​​ ​​​​​​​ये खबर भी पढ़ें: गुजरात में मध्य प्रदेश के 4 बच्चों की मौत:एक ही परिवार के थे; खेलते वक्त कार का गेट लॉक हुआ, दम घुटने से जान गई​​​​​​​ गुजरात में अमरेली तालुका के रंधिया गांव में कार में दम घुटने से एक ही परिवार के चार बच्चों की मौत हो गई। चारों बच्चे कार में खेल रहे थे। इसी दौरान कार का गेट लॉक हो गया। गेट नहीं खुलने के चलते दम घुटने से बच्चों की मौत हो गई।परिवार मध्य प्रदेश के धार जिले का रहने वाला है और अमरेली में मजदूरी करता है। पढ़ें पूरी खबर...

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