गैंगरेप पीड़िता दिव्यांग युवती की व्यथा:काग्रेसी नेता की जुल्म कथा, पुलिस ने आरोपियों को नहीं किया गिरफ्तार

बरेली में भाजपा नेता के बाद अब एक कांग्रेस नेता का मामला सामने आया है। पहले कांग्रेस नेता की भाई ने दिव्यांग युवती को अपनी हवस का शिकार बनाया। फिर कांग्रेस नेता और उसके अन्य रिश्तेदारों ने भी उसकी लाचारी का फायदा उठाकर सामूहिक बलात्कार किया। पीड़िता की तहरीर पर 5 लोगों के खिलाफ शीशगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज कराया। लेकिन राजनैतिक पहुंच के चलते पुलिस ने किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया। 6 महीने बीतने के बावजूद अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिस वजह से पीड़िता का कहना है अब वो सीएम योगी के दरबार में जाकर इंसाफ की गुहार लगाएगी। अगर फिर भी सुनवाई नहीं होती है तो वो अनशन पर बैठेगी। गैंगरेप की शिकार बरेली की दिव्यांग युवती सिस्टम से हारती नजर आ रही है। कांग्रेस नेता और उसकी फैमिली ने युवती पर जुल्म किया है और पुलिस दबंग लीडर के दबाव में कार्रवाई नहीं कर रही। थाना, पुलिस ऑफिस, महिला आयोग तक दौड़ लगाई, लेकिन इंसाफ की जंग में साथ देना तो दूर, बल्कि न्याय नहीं मिल पा रहा। एक तो कुदरत ने बचपन में ही उसे पैरों से अपाहिज बना डाला, और अब दबंगों ने अत्याचार की हद तक अत्याचार कर उसे तबाह कर दिया। गैंगरेप पीड़िता को कुछ नहीं सूझ रहा तो इंसाफ के लिए अनशन, आत्मदाह की की बात कह रही है। गैंगरेप पीड़िता ने उठाए पुलिस पर गंभीर सवाल अपनी व्यथा-कथा के साथ पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े कर रही रेप पीड़िता बरेली में थाना शीशगढ़ क्षेत्र की रहने वाली है। बचपन में पोलियो हुआ था और दोनों पैर लकवाग्रस्त हो गए। यौन शोषण का शिकार होने के बाद से वह गहरे सदमे में है। पेट में पल रहा बच्चा वह पहले खो चुकी है और चलने-फिरने में असमर्थ होने के बाद भी दबंगों पर कार्रवाई के लिए थाने से लेकर पुलिस अफसरों के चक्कर लगा रही है। पीड़ित दिव्यांग युवती ने बरेली की बहेड़ी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे सलीम अख्तर पर गैंगरेप के आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता का कहना है कि सलीम के रिश्ते के भाई मोहम्मद नायाब ने शादी का झांसा देकर उसे लंबे समय यौन शोषण का शिकार बनाया। बाद में कांग्रेस नेता सलीम व उसके साथ के लोगों ने भी उससे रेप किया। बरेली, दिल्ली, आगरा में उसके साथ हैवानियत की गई। कांग्रेस नेता सलीम अख्तर की पुलिस से है साठगांठ पीड़िता ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता के रिश्ते के भाई के खिलाफ उसने बरेली के थाना शीशगढ़ में रेप और धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कांग्रेस नेता की थाने में सांठगांठ थी। उसने रेप मामले में कार्रवाई नहीं होने दी और परिवार के साथ दबाव बनाकर उसे आरोपी भाई के साथ दिल्ली भेज दिया। पहले से थाने में दर्ज मुकदमे को खत्म कराने के नाम पर इधर-उधर ले जाकर उसके साथ रेप किया जाता रहा। इस बीच वह गर्भवती हो गई तो प्रसव पीड़ा के बाद भी समय से उसको दिल्ली के अस्पताल में समय से नहीं भर्ती कराया गया। बाद में जब वह अस्पताल पहुंची, तो पेट में उसके बच्चे की मौत हो चुकी थी। पीड़िता ने 5 लोगों पर दर्ज कराया गैंगरेप का मुकदमा बच्चे की मौत के बाद पीड़िता बरेली आई और फिर से शीशगढ़ थाने में कांग्रेस नेता, प्रेमी नायाब सहित 5 लोगों के खिलाफ रेप के आरोप में दूसरा केस दर्ज कराया। पुलिस ने कई दिन उसे थाने के चक्कर लगवाए। अफसरों के हस्तक्षेप पर किसी तरह मामला दर्ज कर भी लिया कार्रवाई कई महीने बाद भी नहीं की है। पीड़िता का कहना है जो भी थानेदार आता है, वह कार्रवाई की जगह उस पर कांग्रेस नेता व उसके भाई से समझौते को दबाव बनाता है। वहीं, आरोपी उसको तरह-तरह से धमकियां दे रहे हैं। उसे पीड़िता दिव्यांग युवती ने राज्य महिला आयोग की सदस्य पुष्पा पांडेय से मिलकर अपनी पीड़ा सुनाई, लेकिन पुलिस के कान पर जूं फिर भी नहीं रेंग रही। पीड़िता ने कहा है कि वह लखनऊ-गोरखपुर जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाएगी। जरूरत हुई तो पुलिस दफ्तर में धरना प्रदर्शन करेगी। न्याय नहीं मिला तो वह जान दे देगी। पीड़िता का पिता बोला मेरी बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी दिव्यांग बेटी को न्याय दिलाने को उसका परिवार ने हर जगह गुहार लगाई है। बुजुर्ग पिता ने कहा है कि कांग्रेस नेता सलीम अख्तर और नायाब सहित 5 लोगों उनकी बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी है। कार्रवाई के लिए कहां-कहां नहीं भटके हैं मगर सुनवाई नहीं हुई। अब इंसाफ के लिए पीड़ित बेटी को सीएम योगी के दरबार में ले जाने वाले हैं।

Nov 16, 2024 - 10:45
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गैंगरेप पीड़िता दिव्यांग युवती की व्यथा:काग्रेसी नेता की जुल्म कथा, पुलिस ने आरोपियों को नहीं किया गिरफ्तार
बरेली में भाजपा नेता के बाद अब एक कांग्रेस नेता का मामला सामने आया है। पहले कांग्रेस नेता की भाई ने दिव्यांग युवती को अपनी हवस का शिकार बनाया। फिर कांग्रेस नेता और उसके अन्य रिश्तेदारों ने भी उसकी लाचारी का फायदा उठाकर सामूहिक बलात्कार किया। पीड़िता की तहरीर पर 5 लोगों के खिलाफ शीशगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज कराया। लेकिन राजनैतिक पहुंच के चलते पुलिस ने किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया। 6 महीने बीतने के बावजूद अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिस वजह से पीड़िता का कहना है अब वो सीएम योगी के दरबार में जाकर इंसाफ की गुहार लगाएगी। अगर फिर भी सुनवाई नहीं होती है तो वो अनशन पर बैठेगी। गैंगरेप की शिकार बरेली की दिव्यांग युवती सिस्टम से हारती नजर आ रही है। कांग्रेस नेता और उसकी फैमिली ने युवती पर जुल्म किया है और पुलिस दबंग लीडर के दबाव में कार्रवाई नहीं कर रही। थाना, पुलिस ऑफिस, महिला आयोग तक दौड़ लगाई, लेकिन इंसाफ की जंग में साथ देना तो दूर, बल्कि न्याय नहीं मिल पा रहा। एक तो कुदरत ने बचपन में ही उसे पैरों से अपाहिज बना डाला, और अब दबंगों ने अत्याचार की हद तक अत्याचार कर उसे तबाह कर दिया। गैंगरेप पीड़िता को कुछ नहीं सूझ रहा तो इंसाफ के लिए अनशन, आत्मदाह की की बात कह रही है। गैंगरेप पीड़िता ने उठाए पुलिस पर गंभीर सवाल अपनी व्यथा-कथा के साथ पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े कर रही रेप पीड़िता बरेली में थाना शीशगढ़ क्षेत्र की रहने वाली है। बचपन में पोलियो हुआ था और दोनों पैर लकवाग्रस्त हो गए। यौन शोषण का शिकार होने के बाद से वह गहरे सदमे में है। पेट में पल रहा बच्चा वह पहले खो चुकी है और चलने-फिरने में असमर्थ होने के बाद भी दबंगों पर कार्रवाई के लिए थाने से लेकर पुलिस अफसरों के चक्कर लगा रही है। पीड़ित दिव्यांग युवती ने बरेली की बहेड़ी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे सलीम अख्तर पर गैंगरेप के आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता का कहना है कि सलीम के रिश्ते के भाई मोहम्मद नायाब ने शादी का झांसा देकर उसे लंबे समय यौन शोषण का शिकार बनाया। बाद में कांग्रेस नेता सलीम व उसके साथ के लोगों ने भी उससे रेप किया। बरेली, दिल्ली, आगरा में उसके साथ हैवानियत की गई। कांग्रेस नेता सलीम अख्तर की पुलिस से है साठगांठ पीड़िता ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता के रिश्ते के भाई के खिलाफ उसने बरेली के थाना शीशगढ़ में रेप और धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कांग्रेस नेता की थाने में सांठगांठ थी। उसने रेप मामले में कार्रवाई नहीं होने दी और परिवार के साथ दबाव बनाकर उसे आरोपी भाई के साथ दिल्ली भेज दिया। पहले से थाने में दर्ज मुकदमे को खत्म कराने के नाम पर इधर-उधर ले जाकर उसके साथ रेप किया जाता रहा। इस बीच वह गर्भवती हो गई तो प्रसव पीड़ा के बाद भी समय से उसको दिल्ली के अस्पताल में समय से नहीं भर्ती कराया गया। बाद में जब वह अस्पताल पहुंची, तो पेट में उसके बच्चे की मौत हो चुकी थी। पीड़िता ने 5 लोगों पर दर्ज कराया गैंगरेप का मुकदमा बच्चे की मौत के बाद पीड़िता बरेली आई और फिर से शीशगढ़ थाने में कांग्रेस नेता, प्रेमी नायाब सहित 5 लोगों के खिलाफ रेप के आरोप में दूसरा केस दर्ज कराया। पुलिस ने कई दिन उसे थाने के चक्कर लगवाए। अफसरों के हस्तक्षेप पर किसी तरह मामला दर्ज कर भी लिया कार्रवाई कई महीने बाद भी नहीं की है। पीड़िता का कहना है जो भी थानेदार आता है, वह कार्रवाई की जगह उस पर कांग्रेस नेता व उसके भाई से समझौते को दबाव बनाता है। वहीं, आरोपी उसको तरह-तरह से धमकियां दे रहे हैं। उसे पीड़िता दिव्यांग युवती ने राज्य महिला आयोग की सदस्य पुष्पा पांडेय से मिलकर अपनी पीड़ा सुनाई, लेकिन पुलिस के कान पर जूं फिर भी नहीं रेंग रही। पीड़िता ने कहा है कि वह लखनऊ-गोरखपुर जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाएगी। जरूरत हुई तो पुलिस दफ्तर में धरना प्रदर्शन करेगी। न्याय नहीं मिला तो वह जान दे देगी। पीड़िता का पिता बोला मेरी बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी दिव्यांग बेटी को न्याय दिलाने को उसका परिवार ने हर जगह गुहार लगाई है। बुजुर्ग पिता ने कहा है कि कांग्रेस नेता सलीम अख्तर और नायाब सहित 5 लोगों उनकी बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी है। कार्रवाई के लिए कहां-कहां नहीं भटके हैं मगर सुनवाई नहीं हुई। अब इंसाफ के लिए पीड़ित बेटी को सीएम योगी के दरबार में ले जाने वाले हैं।

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