घरेलू क्रिकेट खेलकर फिटनेस साबित करेंगे शमी:तेज गेंदबाज ने कहा- दर्द पूरी तरह खत्म, पूरी क्षमता से बॉलिंग कर रहा हूं
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले वे डोमेस्टिक टूर्नामेंट में खेल कर मैच फिटनेस हासिल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे बिना किसी दर्द और पूरी क्षमता से प्रैक्टिस में गेंदबाजी कर कर रहे हैं। शमी ने फरवरी में टखने की सर्जरी कराई थी। वे 2023 वनडे वर्ल्ड के फाइनल के बाद से कोई मैच नहीं खेल पाए हैं। टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के साथ घरेलू टेस्ट सीरीज के बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है। भारतीय टीम को पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला पर्थ में 22 नवंबर से खेलना है। शमी ने सोमवार को गुरुग्राम में यूजेनिक्स हेयर साइंसेज की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपने टखने की चोट को लेकर अपडेट दिया और टीम में वापसी को लेकर अपना प्लान बताया। भारत-न्यूजीलैंड पहले टेस्ट के बाद बेंगलुरु में की थी गेंदबाजी शमी ने कहा कि बेंगलुरु में भारत-न्यूजीलैंड पहले टेस्ट मैच के बाद रविवार को अभ्यास सत्र में भाग लिया था। उन्होंने कहा कि कल मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने फैसला किया था कि सही तरीके से और 100 प्रतिशत क्षमता से गेंदबाजी करूं और मैंने ऐसा ही किया। इससे पहले मैं हाफ रनअप लेकर गेंदबाजी कर रहा था। उन्होंने टखने की दर्द के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि अब दर्द नहीं है। उम्मीद है कि मैं जल्द ही अपनी लय में लौट आऊंगा। ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले फिटनेस पर पूरा फोकस शमी ने कहा कि अभी ऑस्ट्रेलिया सीरीज दूर है। अभी इसमें एक महीना का समय है। उससे पहले मेरा फोकस अपने को 100 प्रतिशत फिट रखना है और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पूरी तरह से फिट होकर जाना है। मुझे पता है कि ऑस्ट्रेलिया में हमें किस तरह की गेंदबाजी करनी होगी। इसी कारण मैं काफी बारीकी से उसकी तैयारी करना चाहता हूं। अगर वहां जाने से पहले मैंने मैदान पर कुछ समय बिताया तो मैं अच्छी तैयारी के साथ ऑस्ट्रेलिया जाने में सफल रहूंगा। शमी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि अगर मैं फिट हो जाऊं और मुझे 8-10 दिनों का गैप मिले, तो मैं एक या दो रणजी मैच खेलूं। जिस दिन भी मुझे लगा कि मुझे 20-30 ओवर की गेंदबाजी करने के बाद भी कोई दिक्कत नहीं होगी और जिस दिन मुझे डॉक्टरों ने छुट्टी दे दी, उस दिन से मैं मैदान पर खेलने के लिए चला जाऊंगा। मैं चाहता हूं कि ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले जितना ज्यादा समय मैं मैदान पर बिताऊं, उतना ज्यादा अच्छा है। पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप में खेला था आखिरी इंटरनेशनल मैच शमी ने पिछले साल नवंबर में वर्ल्ड कप के फाइनल में अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था। शमी उस टूर्नामेंट में भारत के सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे, उन्होंने सात मैचों में 10.70 की औसत के साथ 24 विकेट लिए थे। उन्होंने चोट के बावजूद इंजेक्शन लेकर बॉलिंग की थी। इंजरी ने लड़ना सिखाया शमी ने कहा कि इंजरी हमेशा हमें लड़ना सिखाती है। यह बहुत जरूरी होता है कि ऐसे समय में हम अपनी फिटनेस और फोकस को सही रखें। एक इंजरी के बाद मैदान पर वापसी करना हमेशा कठिन होता और ऐसे समय में हमारा धैर्य ही हमारे लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। 2015 में भी मैं इतने ही समय के लिए टीम से बाहर रह चुका हूं। ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज जीत में लिए थे 16 विकेट मोहम्मद शमी ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में भारत की पहली टेस्ट सीरीज जीत के चार मैचों में 16 विकेट लिए थे। वहीं जसप्रीत बुमराह ने इस सीरीज में 21 विकेट लिए थे। 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शमी पहले टेस्ट मैच में चोटिल होकर देश लौट आए थे।
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