घाटे से मुनाफे में आई वेदांता:नेट प्रॉफिट ₹5,603 करोड़ हुआ, रेवेन्यू ₹37,171 करोड़ रहा; शेयर ने एक साल में दिया 93% रिटर्न दिया
मेटल एंड माइनिंग कंपनी वेदांता लिमिटेड का वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार (YoY) पर बढ़कर ₹5,603 करोड़ रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को ₹915 करोड़ का लॉस हुआ था। वेदांता ने आज यानी 8 नवंबर को दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी के ऑपरेशन से कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू में सालाना आधार पर 3.56% की कमी आई है। दूसरी तिमाही में रेवेन्यू ₹37,171 करोड़ रहा FY25 की दूसरी तिमाही में ऑपरेशन से रेवेन्यू ₹37,171 करोड़ रहा। एक साल पहले की समान तिमाही यानी FY24 की दूसरी तिमाही में रेवेन्यू ₹38,546 करोड़ रहा था। वेदांता ने एक साल में दिया 93.27% रिटर्न वेदांता का शेयर आज 0.09% बढ़कर ₹458 पर बंद हुआ। पिछले एक साल में कंपनी के शेयर ने अपने निवेशकों को 93.27% का रिटर्न दिया है। बीते 6 महीने में शेयर 13.21% चढ़ा है। कंपनी का मार्केट कैप 1.79 लाख करोड़ रुपए है। क्या होता है स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड? कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है। वेदांता के चेयरमैन और फाउंडर हैं अनिल अग्रवाल वेदांता, जिंक, लेड, एल्युमिनियम और सिल्वर बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। इसके फाउंडर और चेयरमैन अनिल अग्रवाल इंडिया के मेटल मैन के नाम से जाने जाते हैं। इसके चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) सुनील दुग्गल हैं।
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