झाँसी के याकूब मंसूरी को सहायता राशि देने की मांग:लखनऊ में अनीस मंसूरी बोले- झांसी अग्निकांड के हीरो हैं याकूब, 7 नवजातों की बचाई थी जान

लखनऊ में पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी ने मंगलवार को पार्टी कार्यालय पर पत्रकार वार्ता किया । इस दौरान उन्होंने कहा कि झांसी के अस्पताल का अग्निकांड दिल दहला देने वाला है। 12 नौनिहालों की मौत से मानवता शर्मसार हो गई। उसी अग्निकांड में याकूब अंसारी ने अपनी दो बच्चियों को गंवाने के बाद भी कई नवजातों के जीवन की रक्षा किया। 'मानवता की मिसाल पेश किया' अनीस मंसूरी ने कहा कि लखनऊ से ऑल इंडिया पसमांदा समाज के डेलिगेशन ने याकूब मंसूरी से मुलाकात किया। संस्था की ओर से उन्हें पुरस्कार सहयोग राशि भी दी गई। उन्होंने कहा कि याकूब मंसूरी आज पूरे देश के लिए बहादुरी और इंसानियत की मिसाल बन गए हैं। अग्निकांड में न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया। इस घटना में याकूब ने अपनी दो जुड़वां बेटियों को खो दिया, लेकिन उनकी दिलेरी ने दर्जनों मासूम बच्चों की जान बचा ली। याकूब ने बिना किसी भेदभाव के बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। मौजूदा समय में मानवता की यह सबसे बड़ी मिसाल है। '50 लाख सहायता राशि दे सरकार' अनीस मंसूरी ने कहा कि हमारे डेलिगेशन में उनके परिवार परिवार से चर्चा किया अभी तक सदमे में है । उनकी आर्थिक स्थिति भी बहुत दयनीय है। सरकार से हमारी मांग है कि उन्हें कम से कम 50 लाख का मुआवजा दिया जाए। याकूब मंसूरी को इस बहादुर के लिए सम्मानित किया जाए। जान की बाजी लगाने वालों को सरकार अगर सम्मानित करती है तो दूसरों के अंदर भी मदद की भावना पैदा होगी। समाज में अच्छे लोगों कामों की सराहना करना सरकार की जिम्मेदारी है। जिस प्रकार याकूब ने जाति धर्म से ऊपर उठकर मानवता की रक्षा किया। सरकार को भी चाहिए कि बिना किसी भेदभाव के उनके संपूर्ण परिवार की हर संभव मदद करे।

Nov 20, 2024 - 15:45
 0  100.7k
झाँसी के याकूब मंसूरी को सहायता राशि देने की मांग:लखनऊ में अनीस मंसूरी बोले- झांसी अग्निकांड के हीरो हैं याकूब, 7 नवजातों की बचाई थी जान
लखनऊ में पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी ने मंगलवार को पार्टी कार्यालय पर पत्रकार वार्ता किया । इस दौरान उन्होंने कहा कि झांसी के अस्पताल का अग्निकांड दिल दहला देने वाला है। 12 नौनिहालों की मौत से मानवता शर्मसार हो गई। उसी अग्निकांड में याकूब अंसारी ने अपनी दो बच्चियों को गंवाने के बाद भी कई नवजातों के जीवन की रक्षा किया। 'मानवता की मिसाल पेश किया' अनीस मंसूरी ने कहा कि लखनऊ से ऑल इंडिया पसमांदा समाज के डेलिगेशन ने याकूब मंसूरी से मुलाकात किया। संस्था की ओर से उन्हें पुरस्कार सहयोग राशि भी दी गई। उन्होंने कहा कि याकूब मंसूरी आज पूरे देश के लिए बहादुरी और इंसानियत की मिसाल बन गए हैं। अग्निकांड में न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया। इस घटना में याकूब ने अपनी दो जुड़वां बेटियों को खो दिया, लेकिन उनकी दिलेरी ने दर्जनों मासूम बच्चों की जान बचा ली। याकूब ने बिना किसी भेदभाव के बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। मौजूदा समय में मानवता की यह सबसे बड़ी मिसाल है। '50 लाख सहायता राशि दे सरकार' अनीस मंसूरी ने कहा कि हमारे डेलिगेशन में उनके परिवार परिवार से चर्चा किया अभी तक सदमे में है । उनकी आर्थिक स्थिति भी बहुत दयनीय है। सरकार से हमारी मांग है कि उन्हें कम से कम 50 लाख का मुआवजा दिया जाए। याकूब मंसूरी को इस बहादुर के लिए सम्मानित किया जाए। जान की बाजी लगाने वालों को सरकार अगर सम्मानित करती है तो दूसरों के अंदर भी मदद की भावना पैदा होगी। समाज में अच्छे लोगों कामों की सराहना करना सरकार की जिम्मेदारी है। जिस प्रकार याकूब ने जाति धर्म से ऊपर उठकर मानवता की रक्षा किया। सरकार को भी चाहिए कि बिना किसी भेदभाव के उनके संपूर्ण परिवार की हर संभव मदद करे।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow