ट्रम्प ने बांग्लादेश में हिंसा की निंदा की:कहा- कमला ने दुनियाभर के हिंदुओं को नजरअंदाज किया, राष्ट्रपति बना तो मैं हिफाजत करूंगा
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हुई हिंसा की निंदा की है। उन्होंने गुरुवार को सोशल मीडिया पर दिवाली पर शुभकामनाएं देते हुए कमला हैरिस की आलोचना भी की। ट्रम्प ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर लिखा- बांग्लादेश में भीड़ हिंदुओं पर हमला कर रही है, लूटपाट कर रही है। वहां अराजकता की स्थिति है। उनके कार्यकाल में ऐसा कभी भी नहीं होता। कमला और बाइडेन ने अमेरिका समेत पूरी दुनिया में हिंदुओं की अनदेखी की है। ट्रम्प ने कहा कि वे कट्टरपंथी वामपंथियों के धर्म विरोधी एजेंडे के खिलाफ हिंदुओं की रक्षा करेंगे। उन्होंने PM मोदी को अपना अच्छा ‘दोस्त’ बताया और भारत के साथ बेहतर संबंध कायम करने की बात की। ट्रम्प ने कहा कि हम अमेरिका को फिर से मजबूत बनाएंगे और यहां की शांति को वापस लाएंगे। बांग्लादेश में हिंसा पर पहली बार बोले ट्रम्प बांग्लादेश में इस साल आरक्षण विरोधी आंदोलनों के चलते कई महीने तक हालात अस्थिर रहे। इस वजह से तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भारत में शरण लेना पड़ा। इसके बाद बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन हुआ था। इस दौरान बांग्लादेश में कई जिलों में अल्पसंख्यकों खास तौर पर हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की कई खबरें सामने आई थीं। बांग्ला अखबार द डेली स्टार के मुताबिक यह पहली बार है जब ट्रम्प ने बांग्लादेश हिंसा के मुद्दे पर बयान दिया है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में एक सप्ताह से भी कम का वक्त बचा है। ऐसे में ट्रम्प हिंदू वोटरों को लुभाने में जुटे हैं। सफाईकर्मी की ड्रेस में भाषण देने पहुंचे ट्रम्प अमेरिकी चुनाव में बाइडेन के ट्रम्प समर्थकों को ‘कचरा’ कहने पर पॉलिटिक्स तेज हो गई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बुधवार शाम को विस्कॉन्सिन में प्रचार करने गए थे। यहां वे लाल टोपी और सफाईकर्मी की जैकेट पहने कचरे वाली ट्रक में बैठे नजर आए। ट्रम्प ने ट्रक पर बैठकर ही पत्रकारों के सवालों का भी जवाब दिया। ट्रम्प ने कहा- वह कमला और जो बाइडेन के बयान का विरोध करते हैं। बाइडेन ने बिल्कुल वही कहा है, जो कमला हमारे समर्थकों के बारे में सोचती हैं, लेकिन मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि अमेरिका के 25 करोड़ लोग कचरा नहीं हैं। दरअसल, 29 अक्टूबर को बाइडेन ने ट्रम्प समर्थकों को ‘कचरा’ कहा था। बाइडेन ने एक ट्रम्प समर्थक कॉमेडियन की टिप्पणी पर ये जवाब दिया था। ट्रम्प समर्थक कॉमेडियन के बयान पर विवाद शुरू हुआ ट्रम्प ने 27 अक्टूबर को न्यूयॉर्क में मैडिसन स्क्वायर गार्डन में एक रैली की थी। इस दौरान कॉमेडियन टोनी हिंचक्लिफ ने प्यूर्टो रिको को ‘कचरे का द्वीप’ बताया था। इस बात पर बाइडेन ने कहा था- प्यूर्टो रिको समुदाय के लोग बहुत सभ्य और प्यारे हैं। अमेरिका के विकास में उनका बड़ा योगदान है। मैं तो ट्रम्प के समर्थकों को ही कचरा फैलाते हुए देखता हूं। प्यूर्टो रिको में हिस्पैनिक मूल के लोग रहते हैं। ये स्पैनिश बोलते हैं। प्यू रिसर्च सर्वे के मुताबिक 2024 में 60% हिस्पैनिक वोटर्स डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थक हैं। वहीं रिपब्लिकन पार्टी को 34% हिस्पैनिक वोटर्स का समर्थन मिल रहा है। मैप में देखिए प्यूर्टो रिको की लोकेशन... 126 साल पहले अमेरिका का हिस्सा बना प्यूर्टो रिको प्यूर्टो रिको क्यूबा और जमैका के पूर्व में एक अमेरिकी द्वीप है। साल 1898 में स्पेन ने प्यूर्टो रिको को अमेरिका को सौंप दिया था। इस द्वीप पर 35 लाख लोग रहते हैं, लेकिन सामोआ, गुआम जैसे अमेरिकी राज्यों की तरह प्यूर्टो रिको के लोगों को भी चुनाव में वोट डालने का अधिकार नहीं है। हालांकि, प्यूर्टो रिको के लोग अमेरिका के कई राज्यों में बसे हैं और वे वहां वोट डालते हैं। खासतौर पर पेंसिल्वेनिया जैसे स्विंग स्टेट में प्यूर्टोरिकन लोगों की अहम मौजूदगी है। मंगलवार को प्यूर्टो रिको के सबसे बड़े अखबार एल नुएवो दीया ने कचरे का द्वीप वाली टिप्पणी से नाराज होकर हैरिस का समर्थन किया। अखबार ने अमेरिका में रहने वाले करीब 50 लाख प्यूर्टोरिकन लोगों से डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के लिए वोट देने की अपील की। ............................................................... अमेरिकी चुनाव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... अमेरिकी मतदाताओं को 8 करोड़ क्यों बांट रहे मस्क:इससे ट्रम्प को फायदा, कमला को नुकसान; क्या है चुनाव से पहले वोटिंग की राजनीति अमेरिकी सरकार ने इलॉन मस्क की एक कैंपेन अमेरिका PAC को चेतावनी दी। मस्क ने इसके तहत अमेरिका में चुनाव से पहले वोट देने वाले मतदाताओं को 1 मिलियन डॉलर (8.4 करोड़ रुपए) देने की घोषणा की थी। CNN के मुताबिक जस्टिस डिपार्टमेंट ने कहा कि ये गैरकानूनी है। पूरी खबर ये पढ़ें...
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