प्रयागराज के जिला सर्विलांस अधिकारी ने दिया चेतावनी: ‘डेंगू के मरीजों को न करें एंटीबायोटिक इलाज’ | डॉक्टर्स से अलार्ट, डेंगू संक्रित मरीजों के लिए जरूरी एलाइजा टेस्ट | indiatwoday

जनपद में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। अभी तक 167 डेंगू के मरीज मिले हैं जिनकी पुष्टि एलाइजा टेस्ट में हो चुकी है। डेंगू मरीजों के इलाज में सावधानियां बरतने के लिए जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. वरूण क्वात्रा द्वारा कई महत्वपूर्ण टिप्स प्राइवेट डॉक्टरों को दी गई। पिछले दिनों इसी संबंध में AMA सभागार में गोदरेज द्वारा वित्तपोषित सहयोगी संस्थान पाथ-CHRI की ओर से वर्कशाॅप भी आयोजित हुई थी। डॉ. वरूण क्वात्रा ने प्राइवेट डॉक्टरों से अनुरोध किया है कि डेंगू के मरीजों को वह एंटीबायोटिक दवा न दें। यदि डेंगू या लेक्टो जैसी सस्पेक्टेड केस आते हैं तो उनकी पुष्टि के लिए सैंपल मोतीलाल नेहरू मेडिकल के लैब में भेजकर एलाइजा टेस्ट जरूर कराएं। जरूरत होने पर ही चढ़ाएं प्लेटलेट्स व ब्लड डॉ. वरूण क्वात्रा ने बताया कि डेंगू होने पर प्लेटलेट्स घटता है तो इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। 50-60 हजार प्लेटलेट्स होने पर भी कुछ चिकित्सक प्लेटलेट्स चढ़ाने की बात कहते हैं इससे मरीज ब्लड बैंकों का चक्कर लगाने लगाता है, वह भयभीत हो जाता है। ऐसे में यदि ब्लीडिंग नहीं हो रही है तो 20 हजार से ज्यादा भी प्लेटलेट्स है तो चढ़ाने की जरूरत नहीं है। उन्हाेंने कहा, कि प्राइवेट अस्पताल में डेंगू, लेक्टो या चिकनगुनिया के मरीजों की डिटेल स्वास्थ्य विभाग को हर हाल में उपलब्ध कराएं। CMO ने नई सरकार की नई गाइडलाइन पर किया फोकस CMO डॉ. आशु पांडेय ने डेंगू, चिकनगुनिया एवं मलेरिया केस मैनेजमेंट के संबंध मे भारत सरकार की नई गाइडलाइन के बारे में बताया। एसआरएन अस्पताल के फिजिशियन डॉ. सुजीत वर्मा एवं डॉ. अनुभा श्रीवास्तव ने भी डेंगू के इलाज पर फोकस किया।

Oct 20, 2024 - 11:10
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प्रयागराज के जिला सर्विलांस अधिकारी ने दिया चेतावनी: ‘डेंगू के मरीजों को न करें एंटीबायोटिक इलाज’ | डॉक्टर्स से अलार्ट, डेंगू संक्रित मरीजों के लिए जरूरी एलाइजा टेस्ट | indiatwoday
जनपद में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। अभी तक 167 डेंगू के मरीज मिले हैं जिनकी पुष्टि एलाइजा टेस्ट में हो चुकी है। डेंगू मरीजों के इलाज में सावधानियां बरतने के लिए जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. वरूण क्वात्रा द्वारा कई महत्वपूर्ण टिप्स प्राइवेट डॉक्टरों को दी गई। पिछले दिनों इसी संबंध में AMA सभागार में गोदरेज द्वारा वित्तपोषित सहयोगी संस्थान पाथ-CHRI की ओर से वर्कशाॅप भी आयोजित हुई थी। डॉ. वरूण क्वात्रा ने प्राइवेट डॉक्टरों से अनुरोध किया है कि डेंगू के मरीजों को वह एंटीबायोटिक दवा न दें। यदि डेंगू या लेक्टो जैसी सस्पेक्टेड केस आते हैं तो उनकी पुष्टि के लिए सैंपल मोतीलाल नेहरू मेडिकल के लैब में भेजकर एलाइजा टेस्ट जरूर कराएं। जरूरत होने पर ही चढ़ाएं प्लेटलेट्स व ब्लड डॉ. वरूण क्वात्रा ने बताया कि डेंगू होने पर प्लेटलेट्स घटता है तो इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। 50-60 हजार प्लेटलेट्स होने पर भी कुछ चिकित्सक प्लेटलेट्स चढ़ाने की बात कहते हैं इससे मरीज ब्लड बैंकों का चक्कर लगाने लगाता है, वह भयभीत हो जाता है। ऐसे में यदि ब्लीडिंग नहीं हो रही है तो 20 हजार से ज्यादा भी प्लेटलेट्स है तो चढ़ाने की जरूरत नहीं है। उन्हाेंने कहा, कि प्राइवेट अस्पताल में डेंगू, लेक्टो या चिकनगुनिया के मरीजों की डिटेल स्वास्थ्य विभाग को हर हाल में उपलब्ध कराएं। CMO ने नई सरकार की नई गाइडलाइन पर किया फोकस CMO डॉ. आशु पांडेय ने डेंगू, चिकनगुनिया एवं मलेरिया केस मैनेजमेंट के संबंध मे भारत सरकार की नई गाइडलाइन के बारे में बताया। एसआरएन अस्पताल के फिजिशियन डॉ. सुजीत वर्मा एवं डॉ. अनुभा श्रीवास्तव ने भी डेंगू के इलाज पर फोकस किया।

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